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इस साल सरूरनगर इनडोर स्टेडियम में फूलों से 63 फुट ऊँची एक संरचना बनाई गई, जिसे गिनीज़ बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में स्थान मिला है। इसमें करीब 11 टन फूल लगे। |
बथुकम्मा तेलंगाना का एक फूलों का त्योहार है, जो तेलंगाना का राज्य-उत्सव भी है। इसे महिलाएँ मनाती हैं। यह शारदीय नवरात्र के दौरान नौ दिनों तक मनाया जाता है और देवी गौरी (मां पार्वती) को समर्पित है। उत्सव के दौरान, महिलाएँ मौसमी फूलों से सजे हुए 'बथुकम्मा' बनाती हैं, जो मंदिर की आकृति के होते हैं।
उत्सव के बारे में
अवधि: यह सातवाहन कैलेंडर के अनुसार महालय अमावस्या से शुरू होकर दुर्गाष्टमी तक नौ दिनों तक चलता है, जो आमतौर पर सितंबर-अक्टूबर में होता है।
क्यों मनाते हैं: यह प्रकृति, स्त्री ऊर्जा और पृथ्वी के बीच के संबंधों का उत्सव है। महिलाएं देवी गौरी से समृद्धि और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करती हैं।
कैसे मनाते हैं:
महिलाएं स्थानीय फूलों जैसे सेलोसिया, गेंदा, कमल आदि का उपयोग करके एक मंदिर के आकार में फूलों की सजावट करती हैं।
पुरुष फूल इकट्ठा करने में मदद करते हैं।
पर्व के दौरान पारंपरिक गीत, नृत्य और व्यंजन भी होते हैं।
महत्व: बथुकम्मा तेलंगाना का राज्य उत्सव है। यह उत्सव पूरे समुदाय को एक साथ लाता है और पारंपरिक वेशभूषा में महिलाएँ इसमें भाग लेती हैं।