Saturday, December 31, 2011

हमें नींद क्यों आती है?

हमें नींद क्यों आती है? और ये अधिकतर रात में ही क्यों आती है? 

-अतुल कुमार जरारिया, एमपी 


वास्तव में इस सवाल ने पुराने जमाने से अब तक वैज्ञानिकों को उलझन में डाल रखा है। मोटे तौर पर माना जाता है कि हम दिनभर की मेहनत मे जो ऊर्जा खर्च करते हैं, वह आराम करने से ठीक हो जाती है। पर सच यह है कि एक रात की नीद में हम करीब 50 केसीएल कैलरी बचाते हैं। एक रोटी के बराबर। वास्तविक जरूरत शरीर की नहीं मस्तिष्क की है। यदि हम लम्बे समय तक न सोएं तो हमारी सोचने-विचारने की शक्ति, वाणी और नजरों पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। वैज्ञानिकों ने नीद की कई श्रिणियाँ बनाईं हैं। इसके दौरान ही हम सपने देखते हैं। हमारा मानसिक विकास भी होता है।

रात में सोने की प्रवृत्ति हमारे जैविक विकास का हिस्सा है। हम अनेक जंगली जानवरों की तरह रात में शिकार करके नहीं खाते हैं। हमारी निगाहें दिन की रोशनी में बेहतर काम करती हैं। ऐसा करते हुए कई लाख साल बीत गए हैं। हमारे शरीर में एक घड़ी है जिसे जैविक घड़ी कहते हैं। उसने हमारे रूटीन दिन और रात के हिसाब से बनाए हैं। जब हम निरंतर रात की पालियों में काम करते हैं तो शरीर उसके हिसाब से काम करने लगता है, पर शुरूआती दिनों में दिक्कतें पेश आती हैं।

प्रोटोकॉल क्या होता है? यह कब और किस काम में आता है?
निशा हरिसिंगानी , बूंदी राजस्थान 


प्रोटोकॉल का सामान्य अर्थ शिष्टाचार या कुछ मान्य सिद्धांत है। जैसे डिप्लोमैसी में काम करने के तौर-तरीके होते हैं। प्रोटोकॉल का एक आशय संधियों और समझौतों से भी होता है। इसका एक अर्थ मर्यादाओं से भी है।

किसी चीज का इंश्योरेंस करने का क्या फायदा होता है? पैसे तो इंश्योरेंस करवाने वाले के ही होते हैं। फिर इसे करवाने का क्या फायदा है?
सागर, जयपुर

इंश्योरेंस को पैसों के निवेश के रूप में नहीं देखना चाहिए। इसे एक जोखिम से सुरक्षा का शुल्क मानना चाहिए। यदि किसी व्यक्ति ने अपने जीवन का बीमा कराया है तब इसका अर्थ यह हुआ कि यदि दुर्भाग्य से उस व्यक्ति का देहांत हो जाए तो उसके आश्रितों को एक तयशुदा राशि मिल जाए। ऐसा बीमा जीवन के अलावा मोटर गाड़ियों, चल और अचल सम्पत्ति का या स्वास्थ्य सेवाओं का भी हो सकता है।
  राजस्थान पत्रिका के सप्लीमेंट मी नेक्स्ट के कॉलम नॉलेज कॉर्नर में प्रकाशित

Friday, December 23, 2011

दुनिया का सबसे भारी व्यक्ति कौन है?

दुनिया का सबसे भारी व्यक्ति कौन है? उसका वजन कितना है? 


मैक्सिको के मैनुअल उरीबे को दुनिया का सबसे वजनदार व्यक्ति माना जा सकता है। इनका वजन गिनीज बुक के अनुसार 597 किलोग्राम तक हो गया था। 1965 में जन्मे उरीबे ने बाद में अपना वजन कम कर लिया, पर वे आज भी दुनिया के सबसे वजनी व्यक्ति हैं। यों रिकॉर्ड बुक में जॉन ब्राउनर मिनक का नाम दुनिया के सबसे वजनी व्यक्ति के रूप में दर्ज है, जिनका अधिकतम वजन 635 किलो था। 1941 में जन्मे जॉन का निधन 1983 में हो गया था।

चरित्र अभिनेता एके हंगल का जन्म कब और कहाँ हुआ था?-राजीव ग्रोवर और कुक्की राजा, मोतीनगर दिल्ली

अवतार कृष्ण हंगल का जन्म सन 1917 में सियालकोट में हुआ था।

कहाँ और कब पहली कार बनी?-रैना, गुड़गाँव 


                                                   
हालांकि शुरू में भाप से चलने वाली गाड़ियाँ बनी थीं, पर इंटरनल कॉम्बुशन इंजन से चलने वाली पहली कार सन 1870 में ऑस्ट्रिया के विएना शहर में सिग्फ्राइड मार्कस ने तैयार की। वह गैसोलीन से चलती थी। इसे फर्स्ट मार्कस कार कहते हैं। मार्कस ने ही 1888 में सेकंड मार्कस कार तैयार की जिसमें कई तरह के सुधार किए गए थे। इस बीच जर्मनी के मैनहाइम में कार्ल बेंज ने सन 1885 में तैयार की।

भारत में कुल कितने गाँव हैं?-कमल टेलर दिल्ली

सन 2011 की जनगणना के अनुसार हमारे देश में गाँवों की संख्या 6,38,000 है।

इंदिरा गांधी की शादी कब हुई थी? शानू वैलकम, सीलमपुर दिल्ली  


                               

श्रीमती इंदिरा गांधी और फिरोज़ गांधी का विवाह 26 मार्च 1942 को इलाहाबाद में हुआ था।

सफेद पालतू खरगोश की उम्र कितनी होती है?-मौक्तेश, गाजियाबाद

घरेलू खरगोश आमतौर पर 8 से 12 साल तक जीते हैं।

नॉटीकल मील क्या होता है? किलोमीटर से इसकी तुलना किस तरह की जा सकती है? नॉटीकल मील के आधार पर सबसे तेज चलने वाला वॉरशिप यानी युद्धपोत कौन सा है?-आशुतोष भारद्वाज, विकासपुरी, नई दिल्ली

नॉटीकल मील का इस्तेमाल आमतौर पर समुद्री और हवाई नेवीगेशन में होता है। लम्बाई के हिसाब से यह करीब 1852 मीटर या 6076 फुट होती है। सागर और आकाश के नेवीगेशन में आमतौर पर अक्षांश-देशांतर का इस्तेमाल होता है। भूमध्य रेखा और उससे उत्तर या दक्षिण में इसकी दूरी में मामूली फर्क भी आता रहता है।

सबसे तेज गति से चलने वाले युद्ध पोतों के बारे में अलग-अलग दावे होते रहते हैं। अलबत्ता अमेरिका का एम-80 स्टीलेटो करीब 50 नॉट यानी तकरीबन 90 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चल सकता है। नॉर्वे की स्कोल्ड नामक गश्ती बोट करीब 60 नॉट यानी 100 किलोमीटर की गति से चल सकती हैं।

किडनी खराब होने के क्या लक्षण शरीर में होते हैं? –अजय कुमार, साउथ गणेश नगर, नई दिल्ली
किडनी का सम्बंध खून को साफ करने से है। रक्त शोधन के बाद किडनी शेष तरल को पेशाब के रास्ते शरीर से बाहर भेज देती है। इसलिए आमतौर पर मूत्र विकार इसका पहला लक्षण है। पेशाब में जलन होना, खून या प्रोटीन आना, कमर और पेट में दर्द, थकान, कँपकँपी के साथ बुखार आना, उल्टी और थकान वगैरह भी इसके लक्षण हैं।

40 की उम्र में अगर सिर के बाल उड़ जाएं तो फिर दुबारा कैसे आएंगे?-बृजेश, मंगोलपुरी, दिल्ली
गिरे हुए बालों को उगाने के पहले चिकित्सक बालों को गिरने से बचाने के तरीके खोजने में लगे हैं। हमारे बालों की जड़ में होते हैं हेयर फॉलिकल्स। इनमें खराबी से बाल गिरते हैं। कई तरह के हार्मोन्स की कमी से भी गिरते हैं। चैसे कि टेस्टोस्टेरोन। इनमें जीन्स की भूमिका भी है। थायरॉयड या विटामिन बी-12 की कमी से भी बाल गिरते हैं और कीमो थिरैपी के कारण भी। अवबत्ता गंजे लोगों के सिर में बालों को प्लांट करने की तकनीक काफी विकसित हो चुकी है।

एनसीआर का फुलफॉर्म क्या है? इसका क्या मतलब होता है? –राजेश टिगरी, दिल्ली

नेशनल कैपीटल रीजन यानी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र। देश की राजधानी के आसपास का यह क्षेत्र हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में फैला है। इसका उद्देश्य है राष्ट्रीय राजधानी के चारों ओर का शहरी विकास। दिल्ली का अपना सीमा क्षेतेर है जिसे नेशनल कैपीटल टेरीटरी कहते हैं। इसके बाहर है एनसीआर। इसे सन 1962 में औपचारिक रूप से नोटीफाई किया गया था।

तितली की कितनी आँखें होती हैं? जोगेन्द्र शाह, मंडी हाउस, नई दिल्ली  

                                        

तितली की भी दो आँखें होती हैं, पर उसकी आँखें कम्पाउंड यानी संयुक्त होती हैं। उसके अनेक फोटोरिसेप्टर होते हैं। इस तरह देखें तो उसके हजारों आँखें होती हैं। मोटे तौर पर करीब बारह से बीस हजार आँखें। तितलियाँ देख तो सकती हैं लेकिन उनकी यह क्षमता सीमित होती है। इनकी आंखे बड़ी और गोलाकार होती हैं. इनमें हज़ारों सैंसर होते हैं जो अलग- अलग कोण में लगे रहते हैं। तितलियां ऊपर, नीचे, आगे, पीछे, दाएँ, बाँए सभी दिशाओं में एक साथ देख सकती हैं। इसका यह नुक़सान भी होता है कि वे किसी चीज़ पर अपनी दृष्टि एकाग्र नहीं कर पातीं और उन्हे धुंधला सा दिखाई देता है। पर वे किसी भी प्रकार की गति को भांप जाती हैं। इसीलिए जब कोई उन्हें पकड़ने के लिए हाथ बढ़ाता है तो उन्हें फ़ौरन पता चल जाता है और वे उड़ जाती हैं. 

विश्व का सबसे बड़ा स्वयंसेवी संगठन जो किसी सरकारी मदद पर निर्भर न हो कौन सा है?-अरुण, फरीदाबाद
दुनिया का सबसे बड़ा एनजीओ है बांग्लादेश रूरल एडवांसमेंट कमेटी या ब्रैक। सन 1971 के युद्ध से तबाह हुए देश में शरणार्थियों और अन्य पीड़ियों की मदद के लिए शुरू हुआ यह संगठन धीरे-धीरे एक विशाल संगठन का रूप ले चुका है। इसका अपना विश्विद्यालय है। इसके साथ एक लाख बीस हजार कर्मचारी जुड़े हैं।

डीटीएच क्या होता है? क्या इसको मोबाइल पर ले सकते हैं? इसका क्या खर्च है और इसे कैसे ले सकते हैं? राजेश, अलवर, राजस्थान
डायरेक्ट टु होम सैटेलाइट डिस्क को डीटीएच कहते हैं। इसके लिए आपको किसी भी डीटीएच कम्पनी की सेवा लेनी होगी। वह आपके घर में डिश लगाएगी और एक सेट टॉप बॉक्स के मार्फत आप प्रोग्राम देख सकते हैं। मोबाइल फोन पर भी टीवी प्रोग्राम देखे जा सकते हैं, पर वे इस डीटीएच सेवा के मार्फत नहीं हो सकते। इसके लिए पहले तो आपके फोन में टीवी देखने की सुविधा होनी चाहिए। भारत में बीएसएनएल ने मोबाइल फोन पर टीवी प्रसारण की सेवा शुरू की है। टाटा डोकोमो ने भी यह सेवा शुरू की है। जल्द तमाम कम्पनियाँ सामने आ जाएंगी। पर यह डीटीएच नहीं इंटरनेट टीवी है, जो थ्रीजी तकनीक के तहत है। 

शादी-विवाह में बजने वाले डीजे का फुलफॉर्म क्या है?-देवेन्दर चौधरी, ग्राम फरमाना, हरियाणा
डीजे का मतलब होता है डिस्क जॉकी। वह व्यक्ति जो श्रोताओं के लिए संगीत तय करता है या पेश करता है। डिस्क प्ले करता है।
एफएम गोल्ड के साप्ताहिक कार्यक्रम बारिश सवालों की में शामिल सवाल

Thursday, December 15, 2011

इंजेक्शन द्वारा दवाई देना कब से शुरू हुआ?


इंजेक्शन द्वारा दवाई देना कब से शुरू हुआ? फेसबुक पर रॉकी दुआ ने पूछा है 



शरीर में चोट लगने पर दवाई सीधे लगाने की परम्परा तो काफी पुरानी है। शरीर में अफीम रगड़कर या किसी कटे हुए हिस्से में अफीम लगाकर शरीर को राहत मिल सकती है सा विचार भी पन्द्रहवीं सोलहवीं सदी में बन गया था। अफीम से कई रोगों का इलाज किया जाने लगा, पर डॉक्टरों को लगता था कि इसे खिलाने से लत पड़ सकती है। इसलिए शरीर में प्रवेश का कोई तरीका खोजा जाए। स्थानीय एनिस्थासिया के रूप में भी मॉर्फीन वगैरह का इस्तेमाल होने लगा था। ऐसी सुई जिसके भीतर खोखला बना हो सोलहवीं-सत्रहवीं सदी से इस्तेमाल होने लगी थी। पर सबसे पहले सन 1851 में फ्रांसीसी वैज्ञानिक चार्ल्स गैब्रियल प्रावाज़ ने हाइपोडर्मिक नीडल और सीरिंज का आविष्कार किया। इसमें महीन सुई और सिरिंज होती थी। तबसे इसमें तमाम तरह के सुधार हो चुके हैं। 

गर्मियों मैं दिन बड़े होते हैं और रात छोटी....लेकिन सर्दियों मैं दिन जल्दी ढल जाते हैं और रात बड़ी हो जाती हैं ...ऐसा क्यों?-नीरज सोनी फेसबुक पर                                                                                         


                                                


धरती अपनी धुरी पर थोड़ी झुकी हुई है। आप जानते हैं कि वह 365 दिन में सूरज की परिक्रमा पूरी करती है। इस परिक्रमा के दौरान साल के छह महीने उत्तरी ध्रुव पर सूरज की किरणें पड़तीं हैं और छह महीने दक्षिणी ध्रुव पर। इसी तरह भूमध्य रेखा के उत्तर और दक्षिण के इलाके सूरज के करीब या दूर होते हैं। यही परिक्रमा बदलते मौसमों का कारण है। जिन दिनों हमारे यहाँ सर्दी है उन्हीं दिनों ऑस्ट्रेलिया में गर्मियाँ शुरू हो रहीं हैं। दिन और रात का छोटा-बड़ा होना इस बात पर निर्भर करता है कि आपका घर धरती के किस अक्षांश-देशांतर पर है।

अनेक प्रकार के जंतु, जानवर और पक्षियों के होते हुए भी चिड़ियाघर को चिड़ियाघर के नाम से क्यों पुकारा जाता है?-एसपी गोयल, मार्बल मार्किट, रोहिणी-फेसबुक पर
यह एक शाब्दिक लोक प्रयोग है। आमतौर पर चिड़िया पालने की परम्परा रही है। Zoological garden का शुद्ध अनुवाद प्राणि उद्यान है। पर तरह-तरह के जानवरों में पक्षियों की प्रधानता के कारण इसे चिड़ियाघर बना दिया। चाहते तो जानवर घर भी कह सकते थे।

दुनिया में तराजू का प्रयोग कब शुरू हुआ? इसकी ज़रूरत क्यों पड़ी? -देवेन्दर
                                      


इसका इस्तेमाल सबसे पहले भारत में ही शुरू हुआ। सिन्धु घाटी की सभ्यता में वजन तोलने वाली तराजू और बाँटों के ईसवी सन से करीब ढाई हजार साल पुराने अवशेष मिले हैं। इसके बाद मिस्र में भी इसका इस्तेमाल शुरू हुआ। दरअसल तराजू शुरू होने के पहले व्यापार या वितरण शुरू हुआ होगा। किसी भी चीज़ को बेचने के लिए उसकी मात्रा और मूल्य का रिश्ता तय किया गया होगा। एक पत्थर या दो पत्थर के बराबर वजन। छोटे पत्थर और बड़े पत्थर के बराबर वजन।

भारत को इंडिया क्यों कहते हैं? यह नाम कहाँ से आया?
प्राचीन ग्रीक और लैटिन में भारत को सिंधु नदी के पास इलाके से पहचाना जाता था। सिंधु को वे स का लोप करके इंडस बोलते थे। इसी सिंधु से फारसी अरबी में हिन्दू और हिन्द शब्द बने।

सभी गाडियों के टायर काले क्यों होते हैँ ? अनिल प्रजापति
टायर बनाने की प्रक्रिया को वल्कनाइजेशन कहते हैं। आमतौर पर रबर का रंग स्लेटी होता है। प्राकृतिक रबर यानी लेटेक्स में कार्बन ब्लैक मिलाते हैं ताकि वह मजबूत रहे। साथ ही थोड़ा सल्फर भी मिलाते हैं। कार्बन ब्लैक के कारण यह काला हो जाता है। इससे यह अल्ट्रा वॉयलेट किरणों से बच जाता है।

मूँछ प्रतियोगिता क्या है?
नाम से जाहिर है इसका रिश्ता मूँछ से है। हाल में पुष्कर के मेले में एक ऐसी ही प्रतियोगिता हुई थी। जैसलमेर के मरु महोत्सव में ऐसी एक प्रतियोगिता होती है।सन 1990 से 'वर्ल्ड बियर्ड ऐंड मुस्टैश चैंपियनशिप' भी चल रही है जो इस साल ट्रॉनढाइम, नॉर्वे में हुई थी।

भारत के किस पूर्व प्रधानमंत्री का जन्मदिन 29 फरवरी को मनाया जाता है?बारिज़, जाफराबाद, दिल्ली 
मोरारजी देसाई।

पहला क्रिकेट टेस्ट मैच कब, कहाँ और किस ग्राउंड पर खेला गया था? जीतने वाला कौन था?
पहला आधिकारिक क्रिकेट टेस्ट मैच 15 मार्च 1877 को ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच मेलबोर्न क्रिकेट ग्राउंड पर शुरू हुआ। इसमें ऑस्ट्रेलिया की टीम 45 रन से जीती। टेस्ट मैचों के सौ साल पूरे होने पर 12 से 17 मार्च 1977 को मेलबोर्न में दोनों देशो के बीच हुए टेस्ट मैच में भी ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को 45 रन से हराया।

शतरंज के बोर्ड में कितने वर्ग होते हैं?-गौतम।
आप यदि यह जानना चाहते हैं कि कितने खाने होते हैं तो 64 होते हैं। पर यदि कुल वर्गों की संख्या जानना चाहते हैं तो वह 204 होती है।

कबड्डी का खेल कब और कैसे शुरू हुआ?
कबड्डी का खेल भारत में प्रागैतिहासिक काल से चला आ रहा है। हमारे पौराणिक ग्रंथों में इसका उल्लेख मिलता है। बौद्ध ग्रंथों में भी इसका विवरण है। महाभारत में जिस चक्रव्यूह का उल्लेख है उसका खेल-रूप कबड्डी है। एक व्यक्ति को घेरना और उसका बचकर निकलना। आधुनिक कबड्डी का पहला अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शन 1936 के बर्लिन ओलिम्पिक खेलों में अमरावती, महाराष्ट्र के हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल ने किया। 1938 के राष्ट्रीय खेलों में कबड्डी प्रतियोगिता शामिल हुई। 1955 से भारत की राष्ट्रीय कबड्डी प्रतियोगिता शुरू हुई। 1980 से एशियाई कबड्डी चैम्पियनशिप शुरू हुई और 1990 में बींजिंग के एशिया खेलों से यह एशियाई खेलों में भी शामिल हो गई।

डब्लूडब्लूई की कुश्ती में कितनी सत्यता है? इसमें हार-जीत कैसे तय होती है?

देखिए इसका नाम है वर्ल्ड रैसलिंग एंटरटेनमेंट। इसमें कुश्ती होती है, पर उसका उद्देश्य दर्शकों का मनोरंजन है। खासतौर से टीवी पर मनोरंजन। आप जो देखते हैं उसमें कुश्ती एक स्टोरीलाइन के तहत लड़ी जाती है। यह पूरी तरह से कुश्ती के नियम के तहत नहीं है। पर डब्लूडब्लूई एक्स्ट्रीम रूल्स नाम से एक प्रतियोगिता भी होती है जिसमें हार-जीत का निपटारा कुछ खास नियमों के अंतर्गत होता है।

एफएम गोल्ड के कार्यक्रम बारिश सवालों की में शामिल सवाल

Tuesday, December 13, 2011

कोलावरी कोलावरी का क्या अर्थ है?

कोलावरी कोलावरी का क्या अर्थ है? यह कौन सी भाषा का शब्द है?-मेघा 


यह एक टैंग्लिश गीत है, जिसके बोल हैं ह्वाई दिस कोलावेरी डी। हिंग्लिश की तरह तमिल मिक्स इंग्लिश। इसका अर्थ है ऐ लड़की मुझपर ये कातिल गुस्सा क्यों? गायक का साथ उसकी प्रेमिका ने छोड़ दिया है। वह गीत में पूछता है मेरे साथ तुमने ऐसा क्यों किया। यह बात हल्के-फुल्के ढंग से कही गई है। इन दिनों यह गीत काफी लोकप्रिय हो रहा है। तमिल फिल्म थ्री के लिए इसे गाया है गायक धनुष ने और लिखा भी उन्होंने ही है। इसे संगीत से सजाया है अनिरुद्ध रविचन्द्रन ने। 

हमारी दिल्ली में अब तक कितनी फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है? कुछ नाम बताएं। 
फिल्म एजेंट विनोद की शूटिंग

दिल्ली में सैकड़ों फिल्मों की शूटिंग हुई होगी। अब दिल्ली दूर नहीं से लेकर रंग दे बसंती। अग्निसाक्षी, बेवफा, चलो दिल्ली, दिल्ली-6, ओए लक्की, लक्की ओए, पा, तेरे नाम, सलामे इश्क, नो वन किल्ड जेसिका जैसी तमाम फिल्मों के नाम इसमें शामिल हैं।

इंडिया गेट पर जहाँ अब अमर जवान ज्योति है, क्या पहले कभी वहाँ से ट्रैफिक गुजरता था?-रूपेश 
फोटो साभार

इंडिया गेट 1931 में बना था। उसके पहले इधर से होकर एक रेलवे लाइन गुजरती थी जो आगरा वाली लाइन को पुरानी दिल्ली स्टेशन से जोड़ती थी।  लुट्यन्स दिल्ली यानी नई दिल्ली के निर्माण के सिलसिले में वह लाइल हटाकर यमुना के किनारे की ओर ले जाई गई और 1924 में चालू हो गई। 1926 में एक नया स्टेशन भी बना जो आज नई दिल्ली स्टेशन कहा जाता है। 


बहरहाल शुरू में इंडिया गेट के आसपास और उसके नीचे से भी ट्रैफिक चलता था। अमर जवान ज्योति 1971 से शुरू की गई है। उसके बाद इस इलाके को घेर लिया गया है।

एफडीआई रिटेल के निगेटिव और पॉजिटिव के बारे में बताएं।–गुरुप्रसाद
रिटेल कारोबार का मतलब है खुदरा चीजों का कारोबार। पिछले कुछ साल से हमारे देश में बड़े स्टोर और मॉल खुल रहे हैं। हाल में सरकार ने इन स्टोरों के कारोबार में 51 फीसदी तक विदेशी पूँजी निवेश की अनुमति देने का फैसला किया है। मोटे तौर पर इसके पक्ष में यह कहा जा रहा है कि ये स्टोर बड़े स्तर पर माल खरीद कर सीधे बेचेंगे इसलिए बिचौलियों का मार्जिन कम हो जाएगा। इससे उपभोक्ता को माल सस्ता मिलेगा। इसके अलावा किसानों को उनके माल की वाजिब कीमत मिलेगी। पैसा आने पर नए कोल्ड स्टोरेज, सड़कें और परिवहन की सुविधाएं बढ़ेंगी, जिससे फल और सब्जी खराब नहीं होंगे। लोगों को रोजगार मिलेगा। इसका नकारात्मक पहलू यह है कि बड़ी विदेशी कम्पनियों के आने से देश के छोटे व्यापारियों का काम प्रभावित होगा। ये कम्पनियाँ शुरू में आकर्षक लगेंगी, पर जब इनकी मोनोपली हो जाएगी तो अपनी शर्तों पर कीमतें तय करेंगी।

वॉलमार्ट क्या है और यह कहाँ से शुरू हुआ?-अमनदीप  
                                                                                
                                         

वॉलमार्ट अमेरिका की रिटेल चेन है जो दुनिया की सबसे बड़ी रिटेल कम्पनी है। सन 1962 में सैम वॉल्टन ने इसकी शुरूआत की थी। सन 1969 में यह पब्लिक कम्पनी के रूप में संगठित की गई। 15 देशों में 55 अलग-अलग नामों से इसके करीब 9000 स्टोर हैं।

पिछले दिनों वॉल स्ट्रीट पर कब्जा करो आंदोलन चला था। इसका क्या मकसद था?-सुभाष
ऑक्यूपाई वॉल स्ट्रीट आंदोलन लगभग ढाई महीने पहले 17 सितम्बर 2011 को अमेरिका में न्यूयॉर्क के ज़कोटी पार्क से शुरू हुआ। यह इलाका न्यूयॉर्क की मशहूर वॉल स्ट्रीट में पड़ता है जहाँ देश के मशहूर शेयर बाजार और अन्य बड़ी वित्तीय संस्थाएं हैं। पिछले तीन साल से अमेरिका में आर्थिक संकट चल रहा है। जनता का यह आंदोलन राजनेताओं और कॉरपोरेट जगत के खिलाफ है।

सुपर हीरो वाली फिल्म रा-वन के फ्लॉप होने के क्या कारण थे?-अमरीष
यह फिल्म सफल है या विफल इसे लेकर दो तरह की राय है। पर इतना साफ है कि जैसा इसका प्रचार हुआ उतनी सफल यह फिल्म नहीं है। इसकी तमाम वजहों में से एक यह भी है कि साइंस-फिक्शन फिल्मों का हमारा इतिहास बहुत अच्छा नहीं है। तकनीकी दृष्टि से यह फिल्म अच्छी है, पर हमारा दर्शक अभी कम्प्यूटर गेम्स से ही पूरी तरह नहीं जुड़ा है।

गुरद्वारों में लंगर क्यों खिलाया जाता है?-अमरदीप
लंगर की प्रथा प्रथम सिख गुरु गुरनानक देव जी के समय से चली आ रही है। यह निःशुल्क भोजन सबके लिए है इसमें सब बराबर बैठकर खाते हैं किसी किस्म की ऊँच-नीच इसमें बरता नहीं जाता। इसमें शामिल होने के लिए किसी भी धर्म या सम्प्रदाय का व्यक्ति आ सकता है।

हमारे देश में चाय किन-किन जगहों पर उगाई जाती है? सबसे अच्छी चाय किस जगह की है? कौन सी है?-मिथलेश
ऐसा कहा जाता है कि हनुमान जी जिस संजीवनी बूटी को लाए थे वह यह टी यानी चाय ही थी। पर भारत में चाय के बागान अंग्रेजों के आने के बाद ही लगे। आज भारत दुनिया के सबसे बड़े चाय उत्पादकों में है और चाय इस देश का सबसे लोकप्रिय पेय है। हमारे यहाँ असम और दार्जीलिंग की पहाड़ियों के अलावा दक्षिण भारत में नीलगिरि की पहाड़ियों और उत्तराखंड में कौसानी और वेणीनाग में भी चाय बागान हैं। सबसे अच्छी चाय ग्रीन लीफ होती है, जो दार्लिंग और नीलगिरि की पहाड़ियों में उगाई जाती है। यह कई ब्रांड नामों से मिलती है।

उस्ताद सुलतान खां का हाल में निधन हुआ। उन्होंने किन-किन फिल्मों में सारंगी बजाई?-रेहाना 



उस्ताद सुलतान खां ने बैकग्राउंड म्यूजिक में तो तमाम फिल्मों में काम किया, पर कई फिल्मी गीतों में उन्हें अलग से पहचाना जा सकता है। जब वी मैट के गीत आओ मीलो चलो और फिल्म मकबूल के गीतों में उन्हें अलग से सुना जा सकता है। फिल्म हम दिल दे चुके सनम के गीत अलबेला सजन आयो रे में कविता कृष्णमूर्ति और शंकर महादेवन के साथ उन्होंने भी गाया था। तमिल फिल्म योगी में भी उन्होंने सारंगी बजाई थी। उनका अल्बम पिया बसंती भी काफी लोकप्रिय हुआ।

क्या फिल्मी गीत शुद्ध रागों पर आधारित होते हैं? या मिश्रित रागों पर? ऐसे कुछ गीतों की जानकारी दें।-भारत
सभी गीत रागों पर आधारित नहीं होते। फिल्मी गीत लोक संगीत, पश्चिमी संगीत और भारतीय शास्त्रीय संगीत किसी पर भी आधारित हो सकते हैं। फिल्म बैजू बावरा का गीत मन तड़पत हरि दर्शन को आज राग मालकौंस पर आधारित था। बावर्ची का भोर आई गया अंधियारा राग अलहिया बिलावल, फिल्म आज़ाद का राधा ना बोले, ना बोले ना बोले रे राग बागेश्री, भाभी की चूड़ियाँ का ज्योति कलश छलके राग भोपाली, फिल्म सीमा का गीत तू प्यार का सागर है राग दरवारी कान्हड़ा पर आधारित था। ऐसे सैकड़ों गीत और हैं।

फिल्मों में केमियो रोल किसे कहते हैं?-सुजीत
केमियो रोल किसी महत्वपूर्ण व्यक्ति या कलाकार का एकदम छोटी भूमिका में आना है। कई बार संवाद भी नहीं बोला जाता। जैसे लालू प्रसाद यादव फिल्म पद्मश्री लालू प्रसाद यादव में दिखाई पड़े थे। ऐसी ही एक भूमिका दीपिका पादुकोण ने फिल्म बिल्लू में की थी। किशोर साहू ने फिल्म गाइड में प्रीटी जिंटा ने फिल्म दिल से में की। शोले में आसरानी और फिल्म आनन्द में जॉनी वॉकर के केमियो रोल हमेशा याद रहेंगे।

एफएम गोल्ड के कार्यक्रम बारिश सवालों की में शामिल

Tuesday, December 6, 2011

चीटियाँ क्या सोती नहीं?

ऐसा सुना जाता है कि चींटियाँ सोती नहीं। क्यों नहीं सोतीं? क्या वे सारी रात जागती हैं? अगर जागती हैं तो सोती कब हैं? 

ऐसा माना जाता था कि चीटियाँ सोती नहीं। पर वैज्ञानिक रिसर्च से पता लगा है कि उनके सोने का ढंग अलग। जुलाई 2009 में The Journal of Insect Behaviour में Deby L. Cassill, Skye Brown, Devon Swick and George Yanev published an article entitled 'Polyphasic Wake/Sleep Episodes in the Fire Ant, Solenopsis Invicta'. इसके अनुसार कम से कम चीटियों की एक प्रजाति फायर एंट जरीर सोती है। इनमें श्रमिक चीटियाँ 24 घंटे में करीब साढ़े चार घंटे और रानी चीटियाँ करीब साढ़े नौ घंटे सोती हैं। आमतौर पर चीटियाँ काम करते-करते क से डेढ़ मिनट की झपकी लेती हैं। इस तरह वे चौबीस घंटे में दो सवा दो सौ बार सोती हैं। आप उन्हें गौर से देखें तो वे एक जगह थोड़ी देर के लिए ठहर जाती हैं। यही उनकी झपकी या नैप है।




आसमान क्या है? कितना बड़ा है? यह ठोस है, तरल है या गैस है?-समीर, द्वारका, दिल्ली

आप जिसे आसमान कह रहे हैं वह बाहरी अंतरिक्ष का एक हिस्सा है। धरती से दिन में यह नीले रंग का नजर आता है। इसकी वजह है हमारा वातावरण जिससे टकराकर सूरज की किरणों का नीला रंग फैल जाता है। पर यह आसमान धरती से देखने पर ही नीला लगता है। किसी अन्य ग्रह से देखने पर ऐसा ही नहीं दीखेगा, बल्कि आमतौर पर काला दीखेगा। यह ठोस नहीं है, पर इसमें ठोस, तरल और गैसीय पदार्थ प्रचुर मात्रा में मौजूद हैं। यह अनंत है। दुनिया के बड़े से बड़े टेलिस्कोप से भी आप इसका बहुत छोटा हिस्सा देख पाएंगे।

 चूहे की उम्र कितनी होती है?

चूहों की तमाम किस्में होती हैं। काले चूहे, भूरे चूहे, सफेद चूहे। जंगली चूहे। छछूंदर और नेवले भी चूहों की प्रजाति हैं। बहरहाल इंसान के साथ रहने वाले घरेलू चूहों की उम्र आमतौर पर साल भर करीब होती है।

तितली कितनी ऊँचाई तक उड़ सकती है?                                                                                                      कुछ ग्लायडर पायलटों ने गयारह हजार फुट की ऊँचाई तक तितलियों को देखा है। तितलियों की मोनार्क  प्रजाति सैकड़ों किलोमीटर तक की यात्रा करके एक जगह से दूसरी जगह तक जाती हैं। 

कछुए के दांत होते हैं या नहीं? नहीं तो क्यों नहीं होते? 
कछुए के दांत तो नहीं होते, पर मुँह में तीखे सींग जैसे होते हैं, जिनसे वे भोजन काटते चबाते हैं।

गुलाब जामुन में कौन सा विटामिन होता है? ए बी या सी?-मनोहर लाल गांधी, गाज़ियाबाद 

आपका आशय मिठाई वाली गुलाब जामुन से नहीं है। बहरहाल जामुन भारतीय भूखंड का फल है जो बाद में सारी दुनिया में गया। मूलतः यह विटामिन ए और सी का महत्वपूर्ण स्रोत है। इसमें विटामिन बी1, बी2,बी3,बी5 और बी6 भी होते हैं। इनके अलावा इसमें कैलिशियम, आयरन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस,पोटेशियम और सोडियम भी होते हैं। आयुर्वेद, यूनानी और चीनी चिकित्सा पद्धतियों में डायबिटीज़ और पेट के रोगों के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है।


twitpic में एक तस्वीर देखी न्यू ओरलेंस में कब्रें ज़मीन से ऊपर बनी होती हैं क्योंकि कहते हैं वहां ऊंचाई समुद्र तल से नीचे है| ऐसा क्यों है? और ऐसे कौन-कौन से स्थान हैं पृथ्वी पर जो समुद्र तल से नीचे हैं? वहां बारिश का पानी आ जाए तो वो कहीं बह भी सकता है या सिर्फ evaporate हो पायेगा?-प्रवीण कवि ने फेसबुक में पूछा है।
आप समुद्र के आसपास के इलाके को ध्यान में रखकर यह बात कह रहे हैं। दुनिया में तमाम जगहें समुद्र की सतह से नीचे हैं। इस्रायल और जॉर्डन की सीमा पर डैड सी सागर तल से 418 मीटर नीचे है।

आप जमीन पर पानी बढ़ने की ही बात क्यों सोचते हैं। लगातार बर्फ पिघलने से सागर की सतह भी बढ़ रही है। इससे तमाम द्वीप डूब रहे हैं। हमारा पड़ोसी देश मालदीव भी डूबने के खतरे में है।

हार्ड वॉटर को सॉफ्ट में कैसे बदलते हैं? नवीन खोला, सादातनगर
सबसे आसान तरीका पानी को उबाल कर डिस्टिलेशन का है। पर वह रोजमर्रा के लिहाज से महंगा होगा। आमतौर पर हम रिवर्स ऑस्मोसिस के जरिए पानी को पीने लायक बनाते हैं, जिसे छोटे नाम आरओ से ज्यादा पहचाना जाता है। इसमें एक मेम्ब्रेन या झिल्ली के मार्फत पानी के हार्ड तत्व को अलग किया जाता है। दुनिया का सबसे बड़ा डिसेलिनेशन संयंत्र संयुक्त अरब अमीरात में जेबेल अली संयंत्र (चरण 2) है। यह एक दोहरे उद्देश्य वाली इकाई है जो मल्टी स्टेज फ़्लैश आसवन का प्रयोग करती है और प्रति वर्ष 30 करोड़ घन मीटर पानी का उत्पादन करने में सक्षम है।

एफएम गोल्ड के कार्यक्रम बारिश सवालों की में प्रसारित
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