Wednesday, December 4, 2024

आईआईपी क्या है?

हाल में खबर थी कि भारत का औद्योगिक उत्पादन सितंबर में 3.1 प्रतिशत की मामूली वृद्धि के साथ सकारात्मक पथ पर लौट आया, जबकि अगस्त में इसमें 21 महीनों में पहली बार संकुचन हुआ था। इंडेक्स ऑफ़ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन या आईआईपी औद्योगिक क्षेत्र में किसी खास अवधि में उत्पादन की स्थिति बताता है। भारत में हर महीने इस सूचकांक के आँकड़े जारी होते हैं। भारत में आईआईपी 1950 से जारी किया जा रहा है। 1951 में केंद्रीय सांख्यिकीय संगठन की स्थापना के बाद से यह संगठन इसे तैयार कर रहा है। सबसे पहले 1937 का आधार वर्ष मानते हुए सूचकांक शुरू किया गया था, जिसमें 15 उद्योग शामिल थे। 1937 के बाद 1946, 1951, 1956, 1960, 1970, 1980-81, 1993-94, 2004-05 और 2011-12 आधार वर्ष माने गए। यह विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों के उत्पादन की मात्रा के आधार पर प्रतिशत सुधार या गिरावट को दर्शाता है। इसके लिए अलग-अलग सेक्टर बनाए गए हैं उनमें विनिर्माण, खनन और ऊर्जा तीन उप-क्षेत्र हैं। इनमें भी आठ कोर उद्योगों को 40.27 प्रतिशत वेटेज दिया गया है। ये कोर उद्योग हैं बिजली, इस्पात, रिफाइनरी, खनिज तेल, कोयला, सीमेंट, प्राकृतिक गैस और उर्वरक। 

राजस्थान पत्रिका में 23 नवंबर, 2024 को प्रकाशित



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