Wednesday, April 25, 2012

किसी भी स्कैंडल के साथ गेट क्यों जोड़ दिया जाता है ?


किसी भी स्कैंडल के साथ गेट क्यों जोड़ दिया जाता है ? -एसपी गोयल 
वॉटरगेट कॉम्प्लेक्स
 ऐसा पहले होता नहीं था। पर वॉटरगेट मामले के बाद से ऐसा होने लगा है। वॉशिंगटन डीसी में वॉटरगेट होटल कॉम्प्लेक्स में अमेरिका की डेमोक्रेट नेशनल कमेटी का मुख्यालय था। यहां पर सरकारी मशीनरी का उपयोग करते हुए ऐसे टेप लगा दिए गए थे जिससे सारी बातें सुनी जा सकें। उस वक्त देश के राष्ट्रपति रिपब्लिकन पार्टी के रिचर्ड निक्सन थे। 1972 से 1974 तक चले इस मामले में निक्सन के दुबारा चुनाव लड़ने के लिए जमा की जा रही गैर-कानूनी रकम और दूसरे अवैध कार्यों का खुलासा इस मामले से हुआ। सीनेट और अदालतों के बढ़ते दबाव से रिचर्ड निक्सन को अंततः इस्तीफा देना पड़ा।


भारत में रेल बजट अलग से क्यों पेश किया जाता है ?
संविधान के अनुच्छेद-112 के अनुसार राष्ट्रपति प्रत्येक वित्तीय वर्ष के सम्बंध में संसद के दोनों सदनों के सामने भारत सरकार की उस वर्ष के लिए प्राप्तियों और व्यय का विवरण रखवाएंगे, जिसे वार्षिक वित्तीय विवरण कहा गया है। यह बजट सामान्यतः फरवरी की अंतिम तिथि को पेश किया जाता है और 1 अप्रेल से लागू होता है। भारतीय रेल भी सरकार का उपक्रम है। इसका अलग बजट बनाने की परम्परा सन 1924 से शुरू हुई है। इसके लिए 1920-21 में बनाई गई विलियम एम एकवर्थ कमेटी ने रेल बजट को सामान्य बजट से अलग पेश करने का सुझाव दिया था। 1920-21 मे सरकार का कुल बजट 180 करोड़ का था, जबकि इसमें 82 करोड़ रु का रेल बजट था। अकेला रेल विभाग देश की अकेली सबसे बड़ी आर्थिक गतिविधि संचालित करता था। इसलिए उसका बजट अलग तैयार करने का सुझाव दिया गया। अब अनेक विशेषज्ञ रेल बजट को आम बजट का हिस्सा बनाने का सुझाव देते हैं। रेल बजट आम बजट से दो दिन पहले पेश होता है और आम बजट में रेलवे की प्राप्तियों और व्यय का विवरण दिया जाता है।

उँगली चटकाने की आदत के कोई नुकसान भी है? क्या मेडिकल परिभाषा में इसके कोई नुकसान भी है जो बुज़ुर्ग लोग बच्चों को ऐसा करने पर टोक-रोक देते है? प्रवीण !
उँगलियाँ ही नहीं शरीर में हड्डियों के जोड़ आवाज़ करते हैं। उँगलियों को खींचने या हथेली पर विपरीत दिशा में मोड़ने पर आवाज़ आती है और थोड़ा आराम भी मिलता है। रक्त का प्रवाह बढ़ने पर मामूली चोट या सूजन ठीक भी हो सकती है। इसके बारे में कुछ अध्ययन हुए हैं, जिनका निष्कर्ष है कि मोटे तौर पर इससे कोई नुकसान नहीं है। अलबत्ता गलत तरीके से चटकाने पर लिगामेंट्स टूटने का खतरा है।

पुलिस सरेंडर करते समय 'hands up' क्यों कहती है ? पवन
चूंकि व्यक्ति की गतिविधियों में हाथ की महत्वपूर्ण भूमिका होती है इसलिए हाथों को सिर के ऊपर या पीठ के पीछे करने का निर्देश दिया जाता है। पुलिस को पहला डर होता है कि व्यक्ति के पास हथियार न हो।

पेन ड्राइव का अविष्कार किसने किया था ? गुलशन !
यूएसबी फ्लैश पेन ड्राइव मूलतः डेटा स्टोरेज डिवाइस है। इसमें तमाम पुरानी तकनीकों का समावेश है। अलबत्ता अप्रेल 1999 में इस्रायली कम्पनी एम-सिस्टम्स ने इसके पेटेंट के लिए अमेरिका में अर्जी दी थी। इस कम्पनी के अमीर बैन, डोव मोरान और ओरोन ओग्दान ने इसका आविष्कार किया था। इस पेटेंट के बाद कई कम्पनियों ने अपने प्रोडक्ट्स के लिए अर्जियाँ दी हैं और इसमें कई तरह के विवाद है।

हिंदुस्तान में टीवी पर पहली बार समाचार किसने पढ़े थे ! अनमोल
भारत में टीवी प्रसारण 15 सितम्बर 1959 को शुरू हुआ था। यह कार्यक्रम युनेस्को की मदद से शुरू हुआ था। इसमें ही पहले समाचारों का प्रसारण हुआ और जहाँ तक मेरी जानकारी है प्रतिमा पुरी ने पहली बार समाचार पढ़े। सन 2007 में श्रीमती पुरी का देहावसान हो गया।

हिंदी फिल्मों में पहले कॉमेडियन कौन थे ?
                                                
हिन्दी फिल्मों में जिस तरह गीत और संगीत अनिवार्य है तकरीबन उसी तरह कॉमेडी भी उससे जुड़ी है। पहला कॉमेडियन कौन था इस बात के जवाब में इतना ही कहना चाहिए कि किसी एक कॉमेडियन का नाम लेना उचित नहीं होगा। कहा जा सकता है कि 1951 में रिलीज़ हुई भगवान दादा की फिल्म अलबेला शायद पहली कॉमेडी फिल्म थी। कॉमेडी कलाकारों में गोप, आगा, मुकरी, जॉनी वॉकर, आईएस जौहर, महमूद, टुनटुन किशोर कुमार और केश्टो मुखर्जी वगैरह के नाम सबसे पहले जेहन में आते हैं। पुरानी कॉमेडी फिल्मों में चलती का नाम गाड़ी, हाफ टिकट और बेवकूफ का नाम भी लिया जा सकता है।

बॉक्स ऑफिस शब्द फिल्मों के लिए क्यों इस्तेमाल किया जाता है? रुचिका !
फिल्मों के पहले से बॉक्स ऑफिस शब्द का प्रयोग थिएटर में टिकट खिड़की के ले होता रहा है। नाटक और संगीत के कार्यक्रमों को देखने के लिए पहले बॉक्स ऑफिस से टिकट लेना पड़ता था। सिनेमा थेटर भी उसी शैली में बने। फिल्मों की सफलता को बॉक्स ऑफिस से जोड़ने का मतलब है टिकटों बिकना या दर्शकों का आना।

संगीतकार सोनिक ओमी आजकल कहाँ हैं ? उनकी कुछ फिल्मो के नाम बता दें हो सके तो एक गीत भी सुना दीजिए ! चारु !
चाचा-भतीजे की जोड़ी सोनिक ओमी में चाचा मनोहर लाल सोनिक का जन्म 26 नवम्बर 1926 में हुआ था। ढाई साल की उम्र में ही उनकी आँखें छिन गईं थीं। संगीत की शिक्षा उन्होंने लाहौर और लखनऊ में ली। आकाशवाणी में भी काम किया। सन 1949 में उन्हें पहली बार पंजाबी फिल्म कुस्मत में संगीतकार की भूमिका मिली। 1952 में ईश्वर भक्ति और ममता फिल्में आईं। ममता फिल्म में मुकेश का गाया गीत भोर भई एक परी गगन से उतरी लोकप्रिय हआ। उन्हें फिल्में मिलती रहीं। कुछ बड़े निर्देशकों के सहायक के रूप में भी उन्होंने काम किया, पर 1966 में उनकी फिल्म दिल ने फिर याद किया, 1968 में आबरू, 1970 में सावन-भादों ने उन्हें काफी लोकप्रियता दी। उनके कुछ लोकप्रिय गीतों में से ये हैं, पायल की छंकार रस्ते-रस्ते, अल्ला दुहाई है दुहाई है, लो चेहरा सुर्ख गुलाब हुआ, कलियों ने घूँघट खोले, ये क्या किया रे दुनिया वाले, कान में झुमका, चाल में ठुमका वगैरह। 9 जुलाई 1993 को सोनिक का देहांत हो गया। उनकी अनुपस्थिति में भी ओमी ने कुछ फिल्मों में संयुक्त नाम से संगीत दिया। हाल में यह परिवार खबरों में था जब सुनाई पड़ा कि गायिका सुनिधि चौहान की सगाई इस परिवार के हितेष सोनिक से हुई है।

रिअलिटी शो में क्या वाकई रियल्टी होती है ? हुसैन !
रियलिटी शो मनोरंजन शो हैं। उनमें रियलिटी मनोरंजन के स्तर पर ही है। हाल में आपने रियलिटी शो में शादियाँ भी होते देखी हैं, पर उनका उद्देश्य मनोरंजन था। इनमें खौफनाक कारनामे होते हैं, संगीत, नृत्य, पकवान बनाने की कलाएं शामिल हैं। काफी रियल भी है, काफी अनरियल। आखिरकार इनका उद्देश्य मनोरंजन है।

क्या अब तक हमारे देश के कोई राष्टपति पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान गए हैं? निजाम 
मेरी जानकारी में हमारे राष्ट्रपति पाकिस्तान नहीं गए हैं। अलबत्ता 13 अप्रेल 1955 में पाकिस्तान के तत्कालीन हाई कमिश्नर ने तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ राजेन्द्र प्रसाद के पास जाकर उनसे 14 अगस्त को पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस पर पाकिस्तान आने का निमंत्रण दिया था। पर यह यात्रा हो नहीं पाई।

एफिल टावर किस लिए मशहूर हैं ? इसका निर्माण कब और किस वजह से किया गया ? क्या हमारे देश में ऐसा कोई टावर है ? अंजू

फ्रांस के पेरिस शहर में सन 1889 में बनाई गई ईफेल टावर मूलतः 1989 वर्ल्ड फेयर के प्रवेश द्वार के रूप में बनी थी। आज यह फ्रांस की सबसे बड़ी प्रतीक है। इसका नाम इंजीनियर गुस्ताव ईफेल के नाम पर है, जिन्होंने इसे डिजाइन किया था। हमारे देश में कुतुब मीनार है। इस्पात से बनी टावर अब बिजली की लाइनों को जेड़ने के लिए बनती हैं, पर उनका कोई सांस्कृतिक महत्व नहीं है।
एफएम गोल्ड के कार्यक्रम बारिश सवालों की में शामिल

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