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Saturday, May 25, 2024

डरने पर दिल की धड़कन तेज क्यों हो जाती है?

 

हमारा मस्तिष्क एक केंद्रीय कम्प्यूटर की तरह शरीर के सारे कार्यों को संचालित करता है। यह काम नर्वस सिस्टम के मार्फत होता है। नर्वस सिस्टम का एक हिस्सा शरीर की साँस लेनेभोजन को पचानेपसीना निकालनेकाँपने जैसी तमाम क्रियाओं का संचालन करता रहता है। आपको उसमें कुछ भी करने की ज़रूरत नहीं होती है।  इसे ऑटोनॉमिक नर्वस सिस्टम कहते हैं। इस सिस्टम के दो हिस्से होते हैं. सिम्पैथेटिक और पैरासिम्पैथेटिक नर्वस सिस्टम। जब आप कोई डरावनी चीज़ देखते हैं तब सिम्पैथेटिक नर्वस सिस्टम हृदय की गति को बढ़ा देता है। उसका उद्देश्य शरीर के सभी अंगों तक ज्यादा रक्त पहुँचाना होता है। साथ ही यह किडनी के ऊपर एड्रेनल ग्लैंड्स से एड्रेनालाइन हार्मोन को रिलीज करता हैजिससे मसल्स को अतिरिक्त शक्ति मिलती है। यह इसलिए कि या तो आपको लड़ना है या भागना है। दोनों काम के लिए फौरी ऊर्जा मिल सके।  

दिल की धड़कनों की सामान्य गति क्या है?

आमतौर पर आराम की स्थिति में 60 से 80 बीपीएम यानी बीट्स पर मिनट।

राजस्थान पत्रिका के नॉलेज कॉर्नर में 25 मई, 2024 को प्रकाशित 

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