पत्थर तो पानी में
डूब जाता है, पर अंडे तैरते रहते हैं.. क्यों ?
रमा भारद्वाज, इन्दौर
पहले तैरने का सिद्धात
समझ लें। आर्किमीडीज़ का सिद्धांत है कि कोई वस्तु जब पानी में डाली जाती है तब उसके
द्वारा हटाए गए जल का भार उस वस्तु के भार के बराबर होता है। और हटाए गए पानी की ताकत
उसे वापस ऊपर की ओर उछालती है। इसलिए लोहे का एक टुकड़ा जब पानी में डाला जाता है तब
उसके द्वारा हटाए गए पानी की ऊपर को लगने वाली शक्ति को छोटा आकार मिलता है। यदि इसी
लोहे के टुकड़े की प्लेट बना दी जाती तो उसका आकार बड़ा हो जाता और वह पानी के नीचे
से आनी वाली ताकत का फायदा उठा सकती थी। जहाँ तक अंडे का सवाल है ताजा अंडे पानी में
डूब जाते हैं पुराने नहीं डूबते। इसका कारण यह है कि पुराने अंडों के भीतर वायु कण
बढ़ जाते हैं। इससे उसका आकार बढ़ जाता है। नमकीन पानी में अंडे तैरते हैं इसका कारण
है कि नमक मिलने के कारण पानी का घनत्व बढ़ जाता है और अंडा तैरने लगता है। आपने देखा
होगा कि जितना भारी तरल होता है उतना ही वस्तुएं उसमें तैरती हैं।
जब नया साल 1 जनवरी
से शुरू माना जाता है तो फाइनैंशियल ईयर 1 अप्रैल से क्यों ?
राहुल शर्मा, जबलपुर
दुनिया के सभी देशों
में एक अप्रेल से नया वित्त वर्ष शुरू नहीं होता। चीन, फ्रांस और सिंगापुर में 1 जनवरी
को नया वित्त वर्ष भी शुरू होता है। ऑस्ट्रेलिया, इटली, मिस्र और पाकिस्तान वगैरह में 1
जुलाई को। अमेरिका में 1 अक्टूबर को नया वित्त वर्ष होता है। इंग्लैंड में 1 अप्रेल
से नया वित्त वर्ष शुरू होता है। हमने अपने यहाँ अंग्रेजों की परम्परा को बनाए रखा।
हमारे लिए इसमें एक सुविधा यह थी कि यह नई फसल का समय होता है। बैसाखी का त्योहार आमतौर
पर 14 अप्रेल को पड़ता है। नया संवत्सर भी इन्हीं दिनों शुरू होता है।
किसी भी
घोटाले के साथ गेट क्यों जोड़ दिया जाता है ?
राकेश मीणा, जयपुर
ऐसा पहले
होता नहीं था। पर वॉटरगेट मामले के बाद से ऐसा होने लगा है। वॉशिंगटन डीसी में वॉटरगेट
होटल कॉम्प्लेक्स में अमेरिका की डेमोक्रेट नेशनल कमेटी का मुख्यालय
था। यहां पर सरकारी मशीनरी का उपयोग करते हुए ऐसे टेप लगा दिए गए थे जिससे सारी बातें सुनी जा सकें। उस वक्त देश के राष्ट्रपति रिपब्लिकन पार्टी के रिचर्ड निक्सन थे। 1972 से
1974 तक चले इस मामले में निक्सन के दुबारा चुनाव लड़ने
के लिए जमा की जा रही गैर-कानूनी रकम और दूसरे अवैध कार्यों का खुलासा इस मामले से
हुआ। सीनेट और अदालतों के बढ़ते दबाव से रिचर्ड निक्सन को अंततः इस्तीफा देना पड़ा।
राजस्थान पत्रिका के 2 सितम्बर 2012 के अंक में प्रकाशित