प्राचीन भारत के तक्षशिला और नालन्दा विश्वविद्यालय दुनिया के
प्राचीनतम विश्वविद्यालय हैं। पर आधुनिक विश्वविद्यालयों के अर्थ में भारत का पहला
विश्वविद्यालय कोलकाता में स्थापित हुआ था। इसकी स्थापना 24 जनवरी 1857 को हुई। उसी साल मद्रास और मुम्बई की प्रेसीडेंसियों में भी विश्वविद्यालय खुले
थे। कोलकाता विश्वविद्यालय से जुड़े चार विद्वानों को नोबेल पुरस्कार मिल चुके हैं।
इनके नाम हैं-रोनाल्ड रॉस, रवीन्द्र नाथ ठाकुर, सीवी रामन और अमर्त्य सेन। इनमें रोनाल्ड रॉस के नाम से काफी लोग अपरिचित होंगे।
उत्तरांचल के अल्मोड़ा शहर में जन्मे रोनाल्ड रॉस डॉक्टर थे और कोलकाता में उन्होंने
मलेरिया रोग पर काम किया था। इसी काम के आधार पर उन्हें 1902 में चिकित्सा का नोबेल
पुरस्कार मिला। नोबेल पुरस्कारों का वह दूसरा वर्ष था। कोलकाता विश्वविद्यालय के पहले
स्नातकों में जदुनाथ बोस और बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय थे।
ड्रैगन क्या वास्तव में होते हैं?
ड्रैगन काल्पनिक प्राणी है। ज्यादातर सभी प्राचीन सभ्यताओं में
ड्रैगन जैसे विशाल सर्प, अजगर या डायनोसॉर जैसे प्राणी की परिकल्पना मिलती है। ड्रैगन शब्द लैटिन के ड्रैको
से बना है। साँप, अजगर जैसे चकत्तेदार खाल वाले,
मगरमच्छ और घोड़े जैसे मुख और छिपकली जैसे पैर वाले प्राणी की
परिकल्पना यूरोप के अलावा चीनी,
जापानी, फारसी और संस्कृत साहित्य में भी मिलती है। यूरोप के ड्रैगन के शरीर में चमगादड़
जैसे डैने भी होते हैं। इधर डायनोसॉर जैसे शरीर वाले ड्रैगनों की तस्वीरों और खिलौनों
की बाढ़ आई है। कुछ वास्तविकताओं और कुछ कल्पनाशीलता से बना ड्रैगन सम्भवतः: दुनिया
का सबसे लोकप्रिय पात्र है।
No comments:
Post a Comment