सभी चुनाव पाँच साल में नहीं होते। हमारे संविधान के अनुच्छेद 63(2) के अनुसार लोकसभा का कार्यकाल पाँच वर्ष है। इसलिए चुनाव पाँच साल में होते हैं। विधानसभाओं के साथ भी ऐसा ही है। लोकसभा पाँच साल के पहले भी भंग की जा सकती है और आपातकाल में उसका कार्यकाल बढ़ाया भी जा सकता है। राज्यसभा में एक सदस्य का कार्यकाल छह साल होता है, पर चुनाव हर दो साल में होते हैं।
निगेटिव ब्लड ग्रुप किसे कहते हैं? यह इतना रेयर क्यों होता है?
खून के ग्रुप सिस्टम में सबसे कॉमन एबीओ सिस्टम
है। रेड ब्लड सेल्स पर प्रोटीन की कोटिंग के आधार पर चार ग्रुप बनते हैं ए बी एबी
और ओ। इसके बाद ए1, ए2 ए1बी या ओ2बी सब ग्रुप बनते हैं। इसके अलावा
एक प्रोटीन इन ग्रुपों को बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसे आरएच फैक्टर
कहते हैं। यदि यह खून में होता है तो खून के टाइप को पॉज़िटिव और नहीं होता तो
निगेटिव कहते हैं। इनमें ओ निगेटिव का सभी रक्त समूहों से मेल हो सकता है। इसलिए
इसकी सबसे ज्यादा ज़रूरत होती है।
बवंडर या टॉर्नेडो क्या होते हैं?
टॉर्नेडो मूलतः वात्याचक्र हैं। यानी घूमती हवा।
यह हवा न सिर्फ तेजी से घूमती है बल्कि ऊपर उठती जाती है। इसकी चपेट में जो भी
चीजें आती हैं वे भी हवा में ऊपर उठ जाती हैं। इस प्रकार धूल और हवा से बनी काफी
ऊँची दीवार या मीनार चलती जाती है और रास्ते में जो चीज़ भी मिलती है उसे तबाह कर
देती है। इनके कई रूप हैं। इनके साथ गड़गड़ाहट, आँधी, तूफान
और बिजली भी कड़कती है। जब से समुद्र में आते हैं तो पानी की मीनार जैसी बन जाती
है। हमारे देश में तो अकसर आते हैं।
भारत का पहला उपग्रह प्रक्षेपक कौन सा है?
सैटेलाइट लांच वेहिकल-3
(एसएलवी-3) भारत का पहला प्रायोगिक उपग्रह प्रक्षेपण यान था। इसका पहला सफल
प्रक्षेपण 18 जुलाई 1980 में श्रीहरिकोटा से आरएस-1 (रोहिणी उपग्रह) को कक्षा में
स्थापित करने के साथ हुआ। इसकी कामयाबी ने भारत को दुनिया का ऐसा छठा देश बना दिया, जिसके पास अपना उपग्रह प्रक्षेपण यान था।
यह परियोजना भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन द्वारा 1970 के दशक में शुरू हुई थी। थी।
हालांकि जुलाई 1980 से पहले 10 अगस्त 1979 को भी एसएलवी-3 की पहली प्रायोगिक उड़ान
हुई, परन्तु वह विफल रही।
राजस्थान पत्रिका के नॉलेज कॉर्नर में 31 दिसंबर, 2022 को प्रकाशित