च्यूइंग गम खाना किस देश में मना है?
विजय
सिंगापुर में 1992 से चयूइंग गम खाने और बेचने पर पाबंदी है। । इस कानून में 2004 और 2010 में कुछ मामूली बदलाव हुए हैं। सिडनी के हवाई अड्डे में च्यूइंग गम की बिक्री पर रोक है। अमेरिका के फ्लोरिडा हवाई अड्डे में भी इस तरह की रोक थी, जो बाद में हटा ली गई। इस रोक के पीछे वजह है सफाई। च्यूइंग गम का सेवन करने वाले इसका बचा हुआ पदार्थ कु4सियों और मेजों के नीचे चिपका जाते हैं, जिससे गंदगी फैलती है।
हवाई जहाज में कौन सा पेट्रोल लगता है? उसकी कीमत क्या है?
सिंगापुर में 1992 से चयूइंग गम खाने और बेचने पर पाबंदी है। । इस कानून में 2004 और 2010 में कुछ मामूली बदलाव हुए हैं। सिडनी के हवाई अड्डे में च्यूइंग गम की बिक्री पर रोक है। अमेरिका के फ्लोरिडा हवाई अड्डे में भी इस तरह की रोक थी, जो बाद में हटा ली गई। इस रोक के पीछे वजह है सफाई। च्यूइंग गम का सेवन करने वाले इसका बचा हुआ पदार्थ कु4सियों और मेजों के नीचे चिपका जाते हैं, जिससे गंदगी फैलती है।
हवाई जहाज में कौन सा पेट्रोल लगता है? उसकी कीमत क्या है?
सुरिन्दर
इसे एविएशन फ्यूल कहते हैं। इसकी भी कई श्रेणियाँ हैं। एवगैस यानी एविएशन गैस, जेटफ्यूल, नैप्था आधारित, केरोसीन आधारित और डीजल आधारित फ्यूल भी होते हैं। विमान के इंजन पर भी निर्भर करता है। यह सामान्य से ऊँची श्रेणी का पेट्रोल है। अंतरराष्ट्रीय सिविल एविएशन संधि के तहत इस ईंधन पर दुनिया भर में कहीं भी टैक्स नहीं लगता। इसका अर्थ है कि करीब 20 रु लिटर के आसपास इसकी कीमत होगी.
पतंग किस देश का प्रफेशनल स्पोर्ट है?
इसे एविएशन फ्यूल कहते हैं। इसकी भी कई श्रेणियाँ हैं। एवगैस यानी एविएशन गैस, जेटफ्यूल, नैप्था आधारित, केरोसीन आधारित और डीजल आधारित फ्यूल भी होते हैं। विमान के इंजन पर भी निर्भर करता है। यह सामान्य से ऊँची श्रेणी का पेट्रोल है। अंतरराष्ट्रीय सिविल एविएशन संधि के तहत इस ईंधन पर दुनिया भर में कहीं भी टैक्स नहीं लगता। इसका अर्थ है कि करीब 20 रु लिटर के आसपास इसकी कीमत होगी.
पतंग किस देश का प्रफेशनल स्पोर्ट है?
यों तो पूरे दक्षिण एशिया, दक्षिण पूर्व एशिया, चीन और सुदूर पूर्व में पतंगबाजी बेहद लोकप्रिय है, पर थाईलैंड में यह एक व्यावसायिक खेल है। करीब 2800 साल पहले चीन में पतंगें बननी शुरू हुईं थीं। पतंगों का इस्तेमाल आधुनिक युग में संचार, युद्ध और मौसम का हाल जानने के लिए भी होता है। हम अपने देश में जो पतंगें देखते हैं वे आमतौर पर कागज की होती हैं, पर पश्चिमी देशों में ऐसी हाईटेक पतंगें बनने लगीं हैं जो विशेष सिंथेटिक फाइबर से बनतीं हैं। उन्हें उड़ाने के लिए खास तरह की डोरी भी बनती है। पावर काइट्स छोटी मोटी सामग्री एक जगह से दूसरी जगह पहुँचाने का काम भी करतीं हैं।
श्रवण कुमार के माता-पिता का नाम क्या था?
राजीव
पिता शांतयन और माता ज्ञानवती
एक कली फूल बनने में कितना समय लेती है?
एक कली फूल बनने में कितना समय लेती है?
रितु
यह अलग-अलग फूलों पर निर्भर करेगा। एक गुलाब की कली को पूरी तरह खुलकर फूल बनने में करीब दो हफ्ते लगते हैं जबकि हरसिंगार की कली एक हफ्ते में खिलती है और एक रात में ही टूट कर फूल गिर जाता है।
विमान की आपात लैंडिंग के बारे में बताएं। यह कैसे होती है?
यह अलग-अलग फूलों पर निर्भर करेगा। एक गुलाब की कली को पूरी तरह खुलकर फूल बनने में करीब दो हफ्ते लगते हैं जबकि हरसिंगार की कली एक हफ्ते में खिलती है और एक रात में ही टूट कर फूल गिर जाता है।
विमान की आपात लैंडिंग के बारे में बताएं। यह कैसे होती है?
इमर्जेंसी लैंडिंग से साफ यह है कि यह संकट की स्थति में की जाती है। इसके कई वर्गीकरण हैं। जैसे फोर्स्ड लैंडिंग। मौसम खराब हो या कोई तकनीकी गड़बड़ी हो। यानी लैंडिंग की अनिवार्यता हो। प्रिकॉशनरी लैंडिंग, इसमें किसी वजह से अतिरिक्त सावधानी बरतनी होती है। क्रैश लैंडिंगः- जब सिस्टम्स फेल्यर हो, इंजन में खराबी हो, तब पायलट किसी भी प्रकार से कम से कम नुकसान लेकर हवाई जहाज को उतारता है। डिचिंग, यह भी क्रैश लैंडिंग है पानी के ऊपर।
बिना गानों, बिना आवाज़ की फिल्म का नाम बताएं।
मोहम्मद अब्बासी
सन 1960 में बनी बीआर चोपड़ा की कानून को आप पहली हिन्दी फिल्म कह सकते हैं, जिसमें गीत नहीं हैं। इसके बाद कई फिल्में बनीं, पर ज्यादातर व्यावसायिक फिल्में नहीं थीं। इनमें अंकुर, फायर, खामोश, न्यू डेल्ही टाइम्स, अ वेडनेस डे। बिना संवाद की फिल्म कमल हासन ने पुष्पक बनाई।
दिलीप कुमार की पहली फिल्म कौन सी थी?
ललिता
दिलीप कुमार का मूल नाम मोहम्मद युसुफ खान था। फिल्मों में आने पर उन्होंने अपना नाम बदल लिया। यह नाम उन्हें भगवती चरण वर्मा ने दिया, जो उन दिनों फिल्म लाइन में थे। दिलीप कुमार की पहली फिल्म थी ज्वार भाटा जो 1944 में बनी।
सबसे लम्बी हिन्दी फिल्म कौन सी है?
प्रदीप
एलओसी कारगिल 2006 4 घंटे 15 मिनट
मेरा नाम जोकर 1970 4घंटे 04 मिनट
संगम 1964 3 घंटा 58 मिनट
लगान 2006 3 घंटा 44 मिनट।
उस फिल्म का नाम बताएं जिसमें महिला कलाकार नहीं हैं। केवल पुरुष हैं?
राजेन्द्र चड्ढा
सन 1964 में सुनील दत्त ने फिल्म यादें बनाई थी, जो दुनिया में अपने किस्म की अकेली फिल्म थी, जिसमें सिर्फ एक कलाकार यानी सुनील दत्त ही थे।
चन्द्रमोहन, नसीम बानों और उल्हास की पहली फिल्मों के बारे में जानकारी दें।
सुशील भसीन
चंद्रमोहन अमृत मंथन-वी शांताराम(1934)
सायरा बानो की माँ नसीम बानो 1936 में सोहराब मोदी की फिल्म खून का खून(हैमलेट पर आधारित)
उल्हास की पहली फिल्म मेरी जानकारी में 1942 में एआर कारदार की फिल्म शारदा थी।
एफएम गोल्ड के कार्यक्रम बारिश सवालों की में प्रसारित
दिलीप कुमार की पहली फिल्म कौन सी थी?
ललिता
दिलीप कुमार का मूल नाम मोहम्मद युसुफ खान था। फिल्मों में आने पर उन्होंने अपना नाम बदल लिया। यह नाम उन्हें भगवती चरण वर्मा ने दिया, जो उन दिनों फिल्म लाइन में थे। दिलीप कुमार की पहली फिल्म थी ज्वार भाटा जो 1944 में बनी।
सबसे लम्बी हिन्दी फिल्म कौन सी है?
प्रदीप
एलओसी कारगिल 2006 4 घंटे 15 मिनट
मेरा नाम जोकर 1970 4घंटे 04 मिनट
संगम 1964 3 घंटा 58 मिनट
लगान 2006 3 घंटा 44 मिनट।
उस फिल्म का नाम बताएं जिसमें महिला कलाकार नहीं हैं। केवल पुरुष हैं?
राजेन्द्र चड्ढा
सन 1964 में सुनील दत्त ने फिल्म यादें बनाई थी, जो दुनिया में अपने किस्म की अकेली फिल्म थी, जिसमें सिर्फ एक कलाकार यानी सुनील दत्त ही थे।
चन्द्रमोहन, नसीम बानों और उल्हास की पहली फिल्मों के बारे में जानकारी दें।
सुशील भसीन
चंद्रमोहन अमृत मंथन-वी शांताराम(1934)
सायरा बानो की माँ नसीम बानो 1936 में सोहराब मोदी की फिल्म खून का खून(हैमलेट पर आधारित)
उल्हास की पहली फिल्म मेरी जानकारी में 1942 में एआर कारदार की फिल्म शारदा थी।
एफएम गोल्ड के कार्यक्रम बारिश सवालों की में प्रसारित
राम की बहन का क्या नाम था?
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