Wednesday, February 2, 2022

विश्व आर्द्रता-दिवस


आज यानी 2 फरवरी को विश्व आर्द्र-भूमि दिवस (World Wetlands Day) है। इसका उद्देश्य ग्लोबल वॉर्मिंग का सामना करने में आर्द्र-भूमि जैसे दलदल तथा मंग्रोव के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाना है।

आर्द्र-भूमि प्राकृतिक व कुशल कार्बन सिंक के रूप में कार्य करती है। उदाहरण के लिए भूमि के केवल 3% हिस्से पर दलदली काई फैली है, परन्तु यह विश्व भर के सभी वनों के मुकाबले दुगनी मात्रा में कार्बन को सोखने की क्षमता रखती है।
आर्द्र-भूमि जलवायु सम्बन्धी आपदाओं के विरुद्ध बफर के रूप में कार्य करती हैं, इससे जलवायु परिवर्तन के आकस्मिक प्रभावों से बचा जा सकता है।
विश्व आर्द्र-भूमि दिवस का उद्देश्य आर्द्र-भूमि के संरक्षण की ओर ध्यान केन्द्रित करना है जो मानव गतिविधि से प्रभावित हो सकता है। आर्द्र-भूमि के नष्ट होने की दर लगभग 1% है जो वनों के नष्ट होने की दर से काफी अधिक है। 2 फरवरी, 1971 को ईरान के शहर रामसर में रामसर कन्वेंशन पर हस्ताक्षर किए गए थे, इसका उद्देश्य आर्द्र-भूमि के संरक्षण के लिए कार्य करना है।

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