बाल फिल्म सोसायटी की स्थापना कब और क्यों की गई? सरकार ने फिल्मों को पुरस्कार कब से देना शुरू किया?
बच्चों को स्वस्थ मनोरंजन और ज्ञान प्रदान करने के लिए बाल फिल्म सोसायटी बनाई गई थी। इसका काम फिल्में बनाना, वितरित करना और दिखाने की व्यवस्था करना भी था। 11 मई 1955 को इसकी स्थापना हुई थी। इसके पहले अध्यक्ष पं.हृदय नाथ कुंजरू थे। सोसायटी के साथ केदार शर्मा, सत्येन बोस, मोहन कौल, राजेन्द्र शर्मा, मृणाल सेन, श्याम बेनेगल, साई पराँजपे, और तपन सिन्हा जैसे प्रतिष्ठित फिल्मकार जुड़े रहे। सोसायटी वर्कशॉप और फिल्म समारोह भी करती है।
भारत में फिल्मों के राष्ट्रीय पुरस्कार 1954 में शुरू हुए थे। इनका उद्देश्य सार्थक और रचनात्मक सिनेमा को बढ़ावा देना था। 1973 में फिल्म समारोह निदेशालय की स्थापना होने के बाद से फिल्म पुरस्कार का काम भी निदेशालय के पास चला गया। राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों का उद्देश्य देश की सभी भाषाओं के कथा और गैर-कथा चित्रों और उनके अभिनेताओं को पुरस्कृत करना है। हर साल दिल्ली में एक समारोह करके राष्ट्रपति के हाथों यह पुरस्कार दिया जाता है।
अच्छी जानकारी.
ReplyDeleteBahut hi achchhi jaankari. aapka sukriya
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