Sunday, January 3, 2016

खाद्य सामग्री के घटकों में लिखे आईएनएस.-320, ई-422 इत्यादि तत्व क्या होते हैं?

खाद्य वस्तुओं में जिन रसायनों आदि का इस्तेमाल किया जाता है उन्हें नाम देने के लिए इंटरनेशनल नम्बरिंग सिस्टम का इस्तेमाल किया जाता है। इसे परिभाषित किया है संयुक्त राष्ट्र के विश्व स्वास्थ्य संगठन और फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गनिज़ेशन के अंतरराष्ट्रीय खाद्य मानक संगठन कोडैक्स एलिमेंटेरियस ने। सबसे पहले यह सूची सन 1989 में प्रकाशित की गई थी, फिर 2008 और फिर 2011 में। इसके अंतर्गत कुछ तत्वों को शामिल किया जाता है और कुछ को हटाया भी जाता है। आमतौर पर इनके नम्बर तीन या चार अंकों में होते हैं और इनके पहले अंग्रेजी में ई, ए और यू लिखे जाते हैं। यूरोपियन यूनियन में पैकेज्ड सामग्री पर ई, ऑस्ट्रेलिया में ए और अमेरिका में यू लिखा जाता है। नम्बर लिखने से पूरे तत्व का नाम लिखने की जरूरत नहीं होती। मसलन ह्ल्दी के लिए 100, रिबोफ्लाविन्स के लिए 101, टार्टाज़ाइन के लिए 102 और इसी प्रकार अन्य तत्वों के नम्बर होते हैं। ये तत्व खाद्य सामग्री में प्रयुक्त होते हैं। वह शाकाहारी हो या मांसाहारी।

जेड प्लस सुरक्षा क्या है? इसे किसे दिया जाता है और क्यों? इस सुरक्षा में किस तरह के सुरक्षाकर्मी होते हैं?

भारत में एक्स, वाई, ज़ेड और ज़ेड+ सुरक्षा श्रेणियाँ होतीं हैं। एक्स में एक गार्ड होता है, वाई में दो, ज़ेड में 11 और ज़ेड+ में 36 गार्ड होते हैं। सुरक्षा देने के कारण व्यक्ति की महत्ता और उस पर आए खतरे पर निर्भर करते हैं। सचिन तेन्दुलकर को लश्करे तैयबा की धमकी के बाद उन्हें सुरक्षा दी गई। राजनेताओं से लेकर उद्योगपतियों, फिल्म कलाकारों, खिलाड़ियों और किसी भी क्षेत्र से जुड़े व्यक्ति को ज़रूरत पड़ने पर सुरक्षा दी जाती रही है।

स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी), नेशनल सिक्योरिटी गार्ड्स(एनएसजी), इंडो-तिबेतन बॉर्डर पुलिस, केंद्रीय रिजर्व पुलिस के ऊपर यह जिम्मेदारी है। प्रधानमंत्री तथा कुछ अन्य महत्वपूर्ण व्यक्तियों की सुरक्षा का अंदरूनी घेरा एसपीजी का होता है।

महामहिम और महामना शब्द से क्या तात्पर्य है?
शब्दकोश के अनुसार महामना (सं.) [वि.] बहुत उच्च और उदार मन वाला; उदारचित्त; बड़े दिलवाला। [सं-पु.] एक सम्मान सूचक संबोधन। और महामहिम (सं.) [वि.] 1. जिसकी महिमा बहुत अधिक हो; बहुत बड़ी महिमा वाला; महामहिमायुक्त 2. अति महत्व शाली। [सं-पु.] एक सम्मान सूचक संबोधन। आधुनिक अर्थ में हम राजद्वारीय सम्मान से जुड़े व्यक्तियों को महामहिम कहने लगे हैं। मसलन राष्ट्रपति और राज्यपालों को। अब तो जन प्रतिनिधियों के लिए भी इस शब्द का इस्तेमाल होने लगा है। इस शब्द से पुरानी सामंती गंध आती है और शायद इसीलिए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को अपने पदनाम से पहले 'महामहिम ' जोड़ना पसंद नहीं है, इसलिए पिछले कुछ समय से उनके कार्यक्रमों से जुड़े बैनर,पोस्टर या निमंत्रण पत्रों में 'महामहिम' नहीं लिखा गया। यहाँ तक, कि उनके स्वागत-सम्मान वाले भाषणों में भी 'महामहिम' संबोधन से परहेज किया गया। अंग्रेजी में भी उनके नाम से पहले 'हिज़ एक्सेलेंसी' नहीं जोड़ा गया। कुछ राज्यपालों ने भी इस दिशा में पहल की है। महामना शब्द के साथ सरकारी पद नहीं जुड़ा है। इसका इस्तेमाल भी ज्यादा नहीं होता। यह प्रायः गुणीजन, उदार समाजसेवियों के लिए इस्तेमाल होने वाला शब्द है और इसका सबसे बेहतरीन इस्तेमाल महामना मदन मोहन मालवीय के लिए होते देखा गया है।

मैग्नेटिक ट्रेन क्या होती है?

मैग्नेटिक ट्रेन से आशय परिवहन की मैग्नेटिक लेवीटेशन व्यवस्था से है। इसमें गाड़ी पहिए, एक्सिल या बियरिंग के बजाय चुम्बकीय शक्ति से चलती है। इसके लिए कोई रास्ता या पटरी बनाई जाती है जिसके कुछ इंच ऊपर चुम्बकीय शक्ति से गाड़ी हवा में रहती है। चुम्बकीय शक्ति से ही यह आगे या पीछे चलती है। चूंकि किसी चीज़ की किसी दूसरी चीज़ से रगड़ नहीं होती इसलिए इसे चलने और रुकने में झटके वगैरह भी नहीं लगते। परिवहन की कुछ तकनीकों में मैग्नेटिक लेवीटेशन के तत्वों को दूसरी तकनीक से जोड़कर मिश्रित तकनीक भी तैयार की गई है। मोनोरेल इसका उदाहरण है। दुनिया के तमाम देशों में मैग्लेव चलती हैं। एशिया में जापान और चीन में ऐसी गाड़ियाँ हैं। भारत में भी रेल मंत्रालय ऐसी गाड़ी चलाने पर विचार कर रहा है।  
राजस्थान पत्रिका के नॉलेज कॉर्नर में प्रकाशित

1 comment:

  1. ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन, ब्लॉग बुलेटिन - जन्मदिवस : कवि गोपालदास 'नीरज' , मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !

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