आंग सान सू ची (इनके नाम की अंग्रेजी वर्तनी में के अक्षर के इस्तेमाल के कारण कुछ लोग हिन्दी में इन्हें सू की भी लिखते हैं) म्यांमार (बर्मा) की सर्वोच्च राजनेता हैं,
जिन्होंने
लोकतंत्र की स्थापना के लिए लम्बा संघर्ष किया. वे अब देश के राष्ट्रपति की मंत्री
(व्यावहारिक रूप से प्रधानमंत्री) हैं. उनके पिता जनरल आंग सान देश के राष्ट्रपिता
थे, जिन्होंने आधुनिक बर्मी सेना की स्थापना की थी.
उनके नेतृत्व में ही अंग्रेजों के साथ 1947 में बर्मा की स्वतंत्रता
पर बातचीत चली थी. उन्हीं दिनों उनके प्रतिद्वंद्वियों ने उनकी हत्या कर दी. नई
बर्मी सरकार में सू ची की माँ खिन ची ने राजनीतिक शख्सियत के रूप में प्रसिद्धि
हासिल की. उन्हें भारत और नेपाल में बर्मा का राजदूत नियुक्त किया गया. अपनी मां
के साथ भारत में रहते हुए आंग सान सू ची ने लेडी श्रीराम कॉलेज, नई दिल्ली से 1964 में राजनीति विज्ञान में
स्नातक की डिग्री हासिल की. सू ची ने देश में लोकतंत्र की स्थापना के लिए लम्बा
संघर्ष चलाया और 1989 से 2010 तक 21 साल तक नजरबंदी में रहीं. पिछले साल नवम्बर में हुए चुनाव
में उनकी पार्टी नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी को भारी विजय मिली. सर्वोच्च नेता होने
के बावजूद संविधान की एक व्यवस्था के अनुसार वे देश की राष्ट्रपति नहीं बन सकतीं, क्योंकि उनके स्वर्गीय पति विदेशी थे. उन्हें 1991 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
‘चिकुनगुनिया’ शब्द का
मतलब क्या है?
‘चिकुनगुनिया’ शब्द तंजानिया के मकांडो इलाके से
आया है. वहाँ की भाषा में इसका मतलब होगा है ‘जो मरोड़कर रख दे.’ इस बीमारी में
व्यक्ति का शरीर दर्द के कारण बुरी तरह दोहरा हो जाता है. इस बीमारी का सबसे
पुराना विवरण 1779 में मिलता है. बीसवीं सदी में सन 1952 में अफ्रीका के मोज़ाम्बीक और तंगानिका की सीमा वाले इलाके
में यह फैली। यह इलाका आधुनिक तंजानिया में पड़ता है. कुछ लोग इसे स्वाहीली भाषा
का शब्द भी मानते हैं. चिकुनगुनिया के वायरस का इस्तेमाल जैविक हथियार बनाने में
भी होता है।
भारत में कुल
कितने जिले हैं?
भारत के 28 राज्यों और सात केन्द्र शासित क्षेत्रों में जिलों की
संख्या नवीनतम अनुमान के अनुसार 687 है. 2011 की जनगणना में यह संख्या
640 थी. अब सितम्बर 2016 तक का संशोधित विवरण इस
प्रकार हैः-
राज्य (663)- आंध्र 13, अरुणाचल 20, असम 35, बिहार 38, छत्तीसगढ़ 27, गोवा 02, गुजरात 33, हरियाणा 21, हिमाचल 12, जम्मू-कश्मीर 22, झारखंड 24, कर्नाटक 30, केरल 14, मध्य प्रदेश 51, महाराष्ट्र 36, मणिपुर 09, मेघालय 11, मिजोरम 08, नगालैंड 11, उड़ीसा 30, पंजाब 22, राजस्थान 33, सिक्किम 04, तमिलनाडु 32, त्रिपुरा 08, उत्तर प्रदेश 75, उत्तराखंड 13, पश्चिम बंगाल 20, तेलंगाना 10. केन्द्र शासित क्षेत्र(24)- अंडमान निकोबार 03, चंडीगढ़ 01, दादरा-नगर हवेली 02,
दमण-दीव 02, लक्षद्वीप 01, दिल्ली 11, पुदुच्चेरी 04.
5-जी सेवा कब तक शुरू होगी?
आशा है कि 5-जी मोबाइल फोन सेवा सन 2020 तक दुनिया में शुरू
होगी. इसे सबसे पहले कौन सा देश शुरू करेगा,
यह अभी कहना
सम्भव नहीं है. अलबत्ता जापान की डोकोमो सेवा ने घोषणा की है सन 2020 में तोक्यो में होने वाले ओलिम्पिक खेलों के दौरान इसे
शुरू करेंगे. जापान के अलावा द. कोरिया और चीन में भी 5-जी सेवाओं की तैयारियाँ शुरू हो गईं हैं. फिफ्थ जेनरेशन
सेवाओं में 4-जी के मुकाबले डेटा स्पीड बहुत ज्यादा होगी.
अनुमान है कि इस सेवा के तहत एक ही दफ्तर के हजारों लोग एक साथ 1 जीबी प्रति सेकंड की रफ्तार से डेटा डाउनलोड कर सकेंगे.
स्पीड के अलावा सेमी कंडक्टर निर्माता, चिप सेवाएं और इंटरनेट
सेवाओं का इस्तेमाल करके सेवाएं देने-लेने वाले अभी से उसके इस्तेमाल के तरीकों पर
काम कर रहे हैं.
विश्व अध्यापक
दिवस कब मनाते हैं?
संयुक्त राष्ट्र
शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन युनेस्को ने सन 1994 में निर्णय किया कि हर साल 5 अक्टूबर को विश्व
अध्यापक दिवस मनाया जाएगा.
सौरमंडल के
ग्रहों और सूर्य के द्रव्यमान का अनुपात क्या है?
पूरे सौरमंडल का 99.86 प्रतिशत द्रव्यमान सूर्य में है. यानी शेष सभी ग्रह और उनके
चन्द्रमा और उल्का पिंड मिलाकर 0.14 प्रतिशत हैं. उसके इसी
द्रव्यमान के कारण उसकी गुरुत्व शक्ति है कि सारे ग्रह उसके चारों ओर घूमते हैं.
काला जंगल कहाँ
है?
ब्लैक फॉरेस्ट
(जर्मन : Schwarzwald), दक्षिण-पश्चिम जर्मनी के बाडेन-वुर्टेमबर्ग
में स्थित एक वनाच्छादित पर्वत श्रृंखला है. इसकी दक्षिणी और पश्चिमी सीमाओं पर
राइन घाटी है. श्वार्जवाल्ड (अर्थात ब्लैक फॉरेस्ट) नाम रोमनों ने दिया जो वहां के
घने जंगलों वाले पर्वत को सिल्वा निग्रा अर्थात ‘ब्लैक फॉरेस्ट’ कहते थे. घने पेड़ों के कारण वन में रोशनी प्रवेश नहीं कर
पाती थी. अमेरिका के कोलोरेडो में भी ब्लैक फॉरेस्ट है. यह एक बस्ती है, पर चीड़ के सघन मन की वजह से इसे ब्लैक फॉरेस्ट कहते हैं.
क्या चीटियाँ
अंधी होती हैं?
सभी चींटियाँ पूरी
तरह अंधी नहीं होतीं. उनकी आँख होती है, पर ज्यादातर की नजर कमजोर होती है. अलबत्ता ऑस्ट्रेलिया में
मिलने वाली बुलडॉग चींटी की नजर खासी अच्छी होती है. जमीन के नीचे ही रहने वाली
कुछ चींटियाँ पूरी तरह अंधी भी होती हैं. उनका काम देखे बगैर चल जाता है.
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