लीग ऑफ नेशंस (राष्ट्रसंघ) एक अंतरराष्ट्रीय संगठन था, जिसकी स्थापना 10 जनवरी 1920 को प्रथम विश्व युद्ध के बाद वर्साय की संधि के तहत की गई थी। यह संयुक्त राष्ट्र का पूर्ववर्ती संगठन था। इसकी स्थापना प्रथम विश्व युद्ध (1914-1918) की भयावहता के बाद, अमेरिकी राष्ट्रपति वुडरो विल्सन के 14 सूत्री प्रस्ताव के आधार पर गई थी। इसका मुख्यालय जिनेवा, स्विट्जरलैंड में था। इसका उद्देश्य युद्धों को रोकना और शांति स्थापित करना, देशों के बीच विवादों का शांतिपूर्ण समाधान करना और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना, जैसे कि स्वास्थ्य, श्रम, और मानवाधिकार के क्षेत्र में। इसमें एक असेंबली होती थी, जिसमें सभी सदस्य देशों का प्रतिनिधित्व होता था। काउंसिल: प्रमुख शक्तियों और कुछ अन्य देशों का समूह, जो महत्वपूर्ण निर्णय लेता था। सेक्रेट्रिएट: प्रशासनिक कार्यों के लिए। अंतरराष्ट्रीय विवादों के लिए अंतरराष्ट्रीय न्यायालय। शुरुआत में 42 देश इसके सदस्य थे, जो बाद में बढ़कर 58 तक पहुँच गए। अमेरिका कभी इसका हिस्सा नहीं बना, क्योंकि अमेरिकी सीनेट ने वर्साय संधि को अस्वीकार कर दिया। संगठन की अनेक कमज़ोरियों के कारण 1946 में लीग ऑफ नेशंस को भंग कर दिया गया, और इसके कई कार्यों को संयुक्त राष्ट्र ने संभाल लिया।
राजस्थान
पत्रिका के नॉलेज कॉर्नर में 20 सितंबर, 2025 को प्रकाशित
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