संयुक्त राष्ट्र की सूची में 206 देशों को तीन वर्गों में बाँटा गया है. इनमें से 193 संयुक्त राष्ट्र-सदस्य हैं. दो पर्यवेक्षक देश हैं और 11 अन्य देश हैं. सम्प्रभुता के लिहाज से देखें तो 190 देश ऐसे हैं, जिनकी सम्प्रभुता को लेकर कोई संदेह नहीं है. सोलह देशों की सम्प्रभुता को लेकर विवाद है. वैटिकन सिटी को सम्प्रभुता सम्पन्न राज्य की मान्य परिभाषाओं में रखा जा सकता है, पर वह संयुक्त राष्ट्र का सदस्य नहीं केवल स्थायी पर्यवेक्षक है. उसके अलावा फलस्तीन भी पर्यवेक्षक देश है. संयुक्त राष्ट्र के 193 सदस्य देशों के अलावा कुछ राज-व्यवस्थाएं और हैं, जिन्हें पूर्ण देश नहीं कहा जा सकता. उनके नाम हैं अबखाजिया, कोसोवो, नागोर्नो–कारबाख, उत्तरी सायप्रस, सहरावी गणराज्य, सोमाली लैंड, दक्षिण ओसेतिया, ताइवान, और ट्रांसनिस्ट्रिया. ये देश किसी न किसी वजह से राष्ट्रसंघ के पूर्ण सदस्य नहीं हैं. चार साल पहले अफ्रीका में एक नए देश का जन्म हुआ है, जिसका नाम है दक्षिणी सूडान. लम्बे अर्से से गृहयुद्ध के शिकार सूडान में जनवरी 2011 में एक जनमत संग्रह हुआ, जिसमें जनता ने नया देश बनाने का निश्चय किया है. यह फैसला देश के सभी पक्षों ने मिलकर किया है. नए देश ने 9 जुलाई 2011 को औपचारिक रूप से जन्म लिया. यह भी संयुक्त राष्ट्र सदस्य है.
दुनिया की सबसे कम जनसंख्या वाले देश का नाम क्या है?
प्रशांत महासागर में पिटकेयरन सम्भवतः दुनिया की सबसे छोटी आबादी वाला देश है. सन 2013 का अनुमान है कि वहाँ 56 लोग रहते हैं, जो मूल रूप से चार परिवारों के सदस्य है. यह देश ब्रिटिश ओवरसीज़ टैरीटरी है, पर इसकी अपनी संसदीय व्यवस्था है. इस लिहाज से यह दुनिया का सबसे छोटा लोकतंत्र है. तोकेलाओ 1100 और नियू 1500. तुवालू और नाउरू 10,000. वैटिकन सिटी की आबादी करीब 500 है.
दुनिया की सबसे कम जनसंख्या वाले देश का नाम क्या है?
प्रशांत महासागर में पिटकेयरन सम्भवतः दुनिया की सबसे छोटी आबादी वाला देश है. सन 2013 का अनुमान है कि वहाँ 56 लोग रहते हैं, जो मूल रूप से चार परिवारों के सदस्य है. यह देश ब्रिटिश ओवरसीज़ टैरीटरी है, पर इसकी अपनी संसदीय व्यवस्था है. इस लिहाज से यह दुनिया का सबसे छोटा लोकतंत्र है. तोकेलाओ 1100 और नियू 1500. तुवालू और नाउरू 10,000. वैटिकन सिटी की आबादी करीब 500 है.
भारत को English में Bharat क्यों नहीं लिखा जाता जबकि लगभग सभी देशों का नाम हिंदी और इंग्लिश में एक जैसा होता है.
भारतीय संविधान का पहला अनुच्छेद कहता है कि ‘भारत अर्थात इंडिया, राज्यों का संघ’ होगा. संविधान के अंग्रेजी पाठ में लिखा है India, that is Bharat, shall be a Union of States. इसका मतलब है कि भारत के दो आधिकारिक नाम हैं. अंग्रेजी में भारत लिखने में भी कोई हर्ज नहीं है और हिन्दी में इंडिया लिखने पर भी.
भारतीय संविधान का पहला अनुच्छेद कहता है कि ‘भारत अर्थात इंडिया, राज्यों का संघ’ होगा. संविधान के अंग्रेजी पाठ में लिखा है India, that is Bharat, shall be a Union of States. इसका मतलब है कि भारत के दो आधिकारिक नाम हैं. अंग्रेजी में भारत लिखने में भी कोई हर्ज नहीं है और हिन्दी में इंडिया लिखने पर भी.
ध्रुवीय ज्योति (अंग्रेजी: Aurora), या मेरुज्योति, वह चमक है जो ध्रुव क्षेत्रों के वायुमंडल के ऊपरी भाग में दिखाई पड़ती है. उत्तरी अक्षांशों की ध्रुवीय ज्योति को सुमेरु ज्योति (अंग्रेजी: aurora borealis), या उत्तर ध्रुवीय ज्योति, तथा दक्षिणी अक्षांशों की ध्रुवीय ज्योति को कुमेरु ज्योति (अंग्रेजी: aurora australis), या दक्षिण ध्रुवीय ज्योति, कहते हैं. यह रोशनी वायुमंडल के ऊपरी हिस्से थर्मोस्फीयर ऊर्जा से चार्ज्ड कणों के टकराव के कारण पैदा होती है. ये कण मैग्नेटोस्फीयर, सौर पवन से तैयार होते हैं. धरती का चुम्बकीय घेरा इन्हें वायुमंडल में भेजता है. ज्यादातर ज्योति धरती के चुम्बकीय ध्रुव के 10 से 20 डिग्री के बैंड पर होती हैं. इसे ऑरल ज़ोन कहते हैं. इन ज्योतियों का भी वर्गीकरण कई तरह से किया जाता है.
मानव शरीर की सबसे छोटी हड्डी का नाम क्या है?
मानव शरीर की सबसे छोटी हड्डी स्टेप्स है, जो कि कान में होती है. उसकी लंबाई 2.5 मिलीमीटर होती है. सबसे लम्बी हड्डी फीमर बोन यानी जाँघ की हड्डी होती है जो 19-20 इंच तक होती है.
हाई वोल्टेज़ तारों पर पक्षी कैसे बैठे रहते हैं?
आपने देखा होगा कि पक्षी एक तार पर बैठते हैं. जब वे तार पर बैठे होते हैं करंट उनके शरीर से प्रवाहित नहीं होता. यह प्रवाह या सर्किट पूरा नहीं होता. यह प्रवाह तभी पूरा होगा जब वे दूसरे तार को छुएं या धरती के किसी स्रोत के सम्पर्क में आएं. आपने देखा होगा कि कई बार बड़े पक्षी बिजली के तारों में फँस कर मर भी जाते हैं. अपने आकार के कारण वे दोनों तारों से छू जाते हैं.
प्रभात खबर अवसर में प्रकाशित
मानव शरीर की सबसे छोटी हड्डी का नाम क्या है?
मानव शरीर की सबसे छोटी हड्डी स्टेप्स है, जो कि कान में होती है. उसकी लंबाई 2.5 मिलीमीटर होती है. सबसे लम्बी हड्डी फीमर बोन यानी जाँघ की हड्डी होती है जो 19-20 इंच तक होती है.
हाई वोल्टेज़ तारों पर पक्षी कैसे बैठे रहते हैं?
आपने देखा होगा कि पक्षी एक तार पर बैठते हैं. जब वे तार पर बैठे होते हैं करंट उनके शरीर से प्रवाहित नहीं होता. यह प्रवाह या सर्किट पूरा नहीं होता. यह प्रवाह तभी पूरा होगा जब वे दूसरे तार को छुएं या धरती के किसी स्रोत के सम्पर्क में आएं. आपने देखा होगा कि कई बार बड़े पक्षी बिजली के तारों में फँस कर मर भी जाते हैं. अपने आकार के कारण वे दोनों तारों से छू जाते हैं.
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