अंग्रेजी में कुछ
संज्ञाओं के पहले आर्टिकल 'ए' 'एन' या 'द' लगाया जाता है ताकि उस
वस्तु या स्थान को निश्चित या अनिश्चित रूप में पहचाना जा सके। 'ए बॉय' कोई एक लड़का। 'द बॉय' कोई खास लड़का। आपने अखबारों के नाम देखे
होंगे-द टाइम्स, द पायनियर। यह विशिष्ट पहचान वाले नाम हैं। ऐसे
ही कुछ देशों के नाम हैं। द नीदरलैंड नहीं इसे द नीदरलैंड्स यानी बहुवचन में लिखा जाता है। इसे लोग
हॉलैंड के नाम से भी जानते हैं। पर देश का नाम द नीदरलैंड्स ही है। नीदरलैंड्स का
अर्थ है निचला इलाका। इस देश में लगभग 21 प्रतिशत ज़मीन समुद्र तल
से नीची है। वह ज़मीन जो समुद्र तल से नीची है। इसमें देश के नाम का विवरण है। इसे
नीदरलैंड्स भी लिखते हैं, पर औपचारिक रूप से द
नीदरलैंड्स। इसमें ज़मीन का बहुवचन रूप भी व्यक्त होता है। वह जिसमें अनेक समाहित हैं। बहुलता भी एक कारण है। पर यह अकेला ऐसा नाम नहीं है। यूएसए भी द यूनाइटेड
स्टेट्स ऑफ अमेरिका है। ऐसा ही नाम था द सोवियत यूनियन। द चेक रिपब्लिक, द फिलिपीन्स (अनेक द्वीप), द रिपब्लिक ऑफ
लेबनॉन(पहाड़ियाँ), द रिपब्लिक ऑफ सूडान (रेगिस्तान) द मिडिल ईस्ट, द हेग, द बहामास। अब हम अर्जेंटीना लिखते हैं। वर्ना वह भी द
अर्जेंटाइन रिपब्लिक है।
सौर परिवार में कौन सा ग्रह सबसे तेज परिक्रमा करता है?
अंतरराष्ट्रीय खगोल शास्त्री संघ यानी आईएयू के अगस्त 2006 में पारित प्रस्ताव के मुताबिक सौरमंडल में अब सिर्फ़ आठ ग्रह हैं। बुध, शुक्र, पृथ्वी, वृहस्पति, शनि,
यूरेनस और नेप्च्यून। बुध सौर मंडल का सबसे छोटा ग्रह है। बुध ग्रह सबसे तेज़
गति से घूमता है। इसे सूर्य का चक्कर लगाने में 88 दिन लगते हैं। इसकी
औसत गति 47।36 किलोमीटर प्रति सेकंड है।
और सबसे गर्म ग्रह कौन सा है?
सबसे गर्म ग्रह है शुक्र। हालांकि बुध ग्रह सूरज के सबसे क़रीब है इसलिए उसे
सबसे गर्म होना चाहिए, लेकिन सूरज के इतने क़रीब होने की वजह से उसका वायुमंडल
नष्ट हो चुका है। इसलिए वह गर्मी को रोक नहीं पाता। शुक्र का वायुमंडल मुख्यतः कार्बन
डाईऑक्साइड से भरा हुआ है। सूरज की गर्मी इसमें प्रवेश तो करती है लेकिन निकल नहीं
सकती। इस तरह से यह एक भट्टी का रूप ले लेती है। शुक्र की सतह का तापमान लगभग 462 डिग्री सेल्सियस रहता है। सुबह के समय पूर्व दिशा में जो सबसे चमकदार तारा
दिखाई देता है वह शुक्र ही है। सूर्यास्त के समय यह पश्चिम में नज़र आता है।
इंजेक्शन या सूई
लगाने से पहले स्पिरिट क्यों लगाया जाता है?
इंजेक्शन लगाने के
पहले सर्जिकल स्पिरिट का इस्तेमाल किया जाता है। यह आमतौर मिथाइल और इथाइल अल्कोहल
का मिश्रण होता है। मिथाइल सैलिसाइलेट और आइडोफॉर्म का इस्तेमाल भी इस काम के लिए
किया जाता है। मूलत: यह डिसइंफैक्टेंट है। यानी विषाणुओं के संक्रमण की संभावना को
खत्म करने के लिए इसे लगाया जाता है।
मछलियां और पानी में
रहने वाले दूसरे जीव-जन्तु कब एवं कैसे सोते हैं।
मछलियाँ भी सोती हैं, पर उस तरह नहीं जैसा
हम समझते हैं। उसकी आँख की पुतलियाँ बंद नहीं होतीं तो हमें लगता है कि वे जागती
रहती हैं। अपने एक्वेरियम में आप ध्यान से देखें तो पाएंगे कि कई बार मछली
अपेक्षाकृत शांत या गतिविधि-हीन अवस्था में होती है। वही उसकी नींद है।
होम्योपैथिक
चिकित्सा पद्धति के आविष्कारक कौन थे?
जर्मन चिकित्सक सैमुअल
हैनीमैन (1755-1843) ने होम्योपैथी चिकित्सा प्रणाली की शुरूआत की।