Thursday, August 8, 2013

अंग्रेजी राज के साथ आया अंग्रेजी कैलेंडर


हमारे देश में इंग्लिश कैलेंडर कब से चलन में आया ? 

सन 1757 में प्लासी की लड़ाई के बाद भारत में ईस्ट इंडिया कम्पनी का शासन स्थापित होने की शुरूआत हो गई और तभी अंग्रेजी कैलेंडर का चलन शुरू हो गया। उसके पहले तक भारत में या तो विक्रमी पंचांग चलता था या इस्लामी काल पद्धति।

एफएम गोल्ड के एक ही नम्बर पर आप अलग-अलग कीवर्ड क्यों माँगते हैं? –बजाज स्नोस मार्क, शिवाजी पार्क

दरअसल आपके एसएमएस एक कम्प्यूटर प्रग्राम के ज़रिए एकत्र किए जाते हैं। यदि एक नम्बर पर आने वाल सारे एसएमएस को एकबार में पढ़ने की कोशिश की जाए तो उनकी बड़ी तादाद होने की वजह से मुश्किल होगा। हमारा कार्यक्रम है बारिश सवालों की इसका कीवर्ड है बीएसके। जब आप बीएसके लिखकर अपना संदेश भेजते हैं तब कम्प्यूटर अपने आप आपके सवाल को बारिश सवालों की सूची में डाल देता है। और वह सवाल हमारे पास आ जाता है।

कंप्यूटर की मेमोरी ज्यादा होती है या दिमाग की ?

कुदरत ने हमें जो दिमाग दिया है, उसके रहस्य पूरी तरह हमें नहीं मालूम, पर जितना हम जानते हैं उसके हिसाब से कम्प्यूटर की मैमरी मनुष्य के दिमाग की नकल पर होती है। एक स्वस्थ दिमाग में 200 अरब नर्व सेल होते हैं, जो एक-दूसरे से जुड़े होते हैं। अक्सर हम अपनी मेमरी का इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं, पर यदि करना चाहें तो अकेले एक व्यक्ति के दिमाग में इतनी मेमरी होती है कि दुनियाभर के सारे कम्प्यूटरों की मेमरी से ज्यादा बैठेगी।


यलो स्टोन ज्वालामुखी क्या है? और इसकी वर्तमान स्थिति क्या है?-कन्हैया नागर

अमेरिका के वायोमिंग राज्य में यलो स्टोन नेशनल पार्क है। इस सुन्दर इलाके में तकरीबन साढ़े छह लाख साल पहले ज्वालामुखी का विस्फोट हुआ था। अब इसके मुख पर सुन्दर बाग-बगीचे, झीलें झरने और फव्वारे हैं। यह छोटा-मोटा पार्क नहीं है, बलिक् लगभग नौ हजार वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला वन क्षेत्र है और दुनिया का पहला नेशनल पार्क है। इसके बीच से होकर यलोस्टोन नदी गुजरती है। इस इलाके में करीबन ग्यारह हजार साल से मनुष्य रह रहा है। यहाँ गरम जल के प्राकृतिक फौवारे भी हैं, जिनकी भाप से बादलों के खम्भे जैसे बन जाते हैं। वहां 200 सक्रिय गीज़र बताए जाते हैं। हजारों किस्म के पशु-पक्षी इस इलाके में रहते हैं।

ब्लड में डीएनए होता है। अगर किसीको ब्लड चढ़ाया जाए तो डीएनए का क्या होता है?

इस दिशा में वैज्ञानिक अध्ययन चल ही रहे हैं। अलबत्ता अभी तक का ज्ञान यह है कि खून चढ़ाने के बाद कुछ दिन तक वे डीएनए बने रहते है, पर उनका प्रभाव इतना नहीं होता कि वे व्यक्ति की जेनेटिक संरचना पर असर डाल सकें। आमतौर पर खून चढ़ाने की ज़रूरत लाल रक्त कणों के लिए होती है। उनका कोई न्यूक्लियस नहीं होता इसलिए उनमें डीएनए भी नहीं होता। सफेद रक्त कणों यानी ल्यूकोसाइट्स में डीएनए होता है। जाँचकर्ताओं ने पता लगाया है कि खून चढ़ाने के बाद दाता के डीएनए बने रहते हैं। यदि पुरुष का रक्त स्त्री को चढ़ाया जाए तो पुरुष डीएनए भी उसमें रहते हैं। इनकी उपस्थिति एक हफ्ते से लेकर साल-डेढ़ साल तक देखी गई है। पर जब दोनों डीएनए के प्रभाव की बात करें तो जिस व्यक्ति के शरीर में खून चढ़ाया गया है उसके डीएनए ही प्रभावी रहते हैं।

दिल्ली में सबसे ज्यादा सर्दी कब पड़ी थी ?

इस महीने 2 जनवरी को दिल्ली में पिछले 44 साल में सबसे ठंडा दिन था, जब अधिकतम तापमान गिरकर 9.7 डिग्री और न्यूनतम तापमान 4.8 डिग्री हो गया था। पर पिछली एक सदी में दिल्ली में सबसे कम तापमान 10 जनवरी 1935 को दर्ज किया गया था, जो माइनस 0.6 था।

क्या कोई भुगतान के रूप में छोटे करंसी नोट या सिक्के लेने से मना कर सकता है? असली करंसी नोट होते हुए भी नकली होने के शक में क्या कोई वह करंसी नोट लेने से मना कर सकता है?--सत प्रकाश संथोलिया

किसी चीज़ का भुगतान रुपयों में ही हो सकता है। छोटे करेंसी नोटों और सिक्कों को लेने से मना करने के पीछे कारण सुभीते का हो सकता है। कोई यह नहीं कह सकता कि यह मान्य करेंसी नहीं है। यह आपसी लेन-देन का मामला है। कानूनन इसे मना नहीं किया जा सकता। केवल व्यावहारिक दिक्कत के आधार पर मान किया जा सकता है। ऐसे मं बीच का रास्ता निकाला जाता है।

दुनिया में ऐसे कितने देश हैं जहां डेमोक्रेसी नहीं है ?

घना, म्यांमार और वैटिकन सिटी किसी न किसी रूप में लोकतंत्र की परिधि से बाहर के देश हैं। इसके अलावा सउदी अरब, जॉर्डन मोरक्को, भूटान, ब्रूनेई, कुवैत, यूएई, मोरक्को, बहरीन, ओमैन, कतर,स्वाज़ीलैंड वगैरह में राजतंत्र है। इन देशों में लोकतांत्रिक संस्थाएं भी काम करती हैं। नेपाल में कुछ साल पहले तक राजतंत्र था, पर अब वहाँ लोकतंत्र है। दुनिया के 200 के आसपास देश हैं, जिनमें से तीस से चालीस के बीच ऐसे देश हैं, जो लोकतंत्र के दायरे से बाहर हैं या उनमें आंशिक लोकतंत्र है। जिन देशों में लोकतंत्र है भी उनमें भी पूरी तरह लोकतंत्र है या नहीं यह बहस का विषय है।

सिकंदर की मौत कैसे हुई थी ?


सामान्य धारणा है कि सिकन्दर की मृत्यु ईसा पूर्व 323 में 10 से 11 जून के इराक में बेबीलोन के एक महल में हुई थी। सिकंदर यूनान में मकदूनियाँ(मेसेडोनिया) का बादशाह था। उसने अपने कार्यकाल में इरान, सीरिया ,मिस्र मेसोपोटामिया, फिनीशिया, जुडिया, बैक्ट्रिया और भारत में पंजाब तक के इलाके पर जीत हासिल की थी। 329 ई. पू. में अपने पिता की मृत्यु के उपरान्त वह सम्राट बना। वह भारतीय अभियान पर 327 ई. पू. में निकला। 326 ई. पू. में सिन्धु पार कर वह तक्षशिला पहुँचा। व्यास नदी तक वह जीतता गया, पर वहाँ से आगे उसके सैनिक मगध के नन्द शासक की विशाल सेना का सामना करने को तैयार न थे। वापसी में उसे अनेक राज्यों का भीषण प्रतिरोध सहना पड़ा। उनकी मौत का कोई स्पष्ट कारण सामने नहीं आया। कहते हैं कि शराब पीने से उसका लिवर खराब हो गया था। एक लेखक ने लिखा है कि उसे मलेरिया जैसी कोई बीमारी हो गई थी। ऐसा भी कहा जाता है कि उसे ज़हर दिया गया। उसे कहाँ दफनाया गया, इसका ज़िक्र भी नहीं मिलता।

क्या दादा साहेब फाल्के पुरस्कार केवल जिंदा कलाकारों को ही मिलता है.. क्यों ?

आमतौर पर यह पुरस्कार कलाकार के कृतित्व पर दिया जाता है और कोशिश होती है कि उसके जीवनकाल में ही मिल जाए। पर सन 1972 में पृथ्वीराज कपूर को मरणोपरांत यह पुरस्कार भी दिया जा चुका है।

अंतरिक्ष में स्पेस स्टेशन कैसे बनाए गए? इनकी उपयोगिता क्या है?- मेघा पैराडाइज़, मुज़फ्परनगर

स्पेस स्टेशन एक प्रकार के उपग्रह हैं जो अंतरिक्ष में अनुसंधान के लिए बनाए गए हैं। सबसे पहला स्पेस स्टेशन सैल्यूत-1 था जिसे 1971 में सोवियत संघ ने छोड़ा था। यह स्टेशन पहले धरती पर बनाया गया, फिर छोड़ा गया। इसके बाद सैल्यूत-2, 3, 5, 6 और 7 भेजे गए। इसके बाद 1986 में मीर स्टेशन भेजा गया , जिसने सन 2001 तक काम किया। मीर की खासियत यह थी कि इसका एक हिस्सा सबसे पहले भेजा गया, फिर धीरे-धीरे अंतरिक्ष में इसके छोटे-छोटे दूसरे हिस्से सैटेलाइटों में रखकर भेजे गए और उन्हें जोड़कर इसे बड़ा बनाते गए। स्पेस स्टेशन का एक उद्देश्य यह है कि कई अंतरिक्ष यात्री लम्बे समय तक अंतरिक्ष में रहकर प्रयोग कर सकें। इन दिनों इंटरनेशनल् स्पेस स्टेशन बाहरी अन्तरिक्ष में काम कर रहा है। इसे बनाने में अमेरिका की नासा के साथ रूस की रशियन फेडरल स्पेस एजेंसी (आरकेए), जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (जेएएक्सए), कनाडा की कनेडियन स्पेस एजेंसी (सीएसए) और यूरोपीय देशों की संयुक्त यूरोपीयन स्पेस एजेंसी (ईएसए) काम कर रही हैं। हाल में सुनीता विलियम्स ने इसी स्टेशन पर काम किया। अभी इस स्टेशन का विस्तार हो ही रहा है। सामान्यतः यह स्टेशन धरती से 354 किलोमीटर दूर रहता है, इसमें वातावरण के बदलाव के कारण मामूली फर्क पड़ सकता है।

हिम मानव किसे कहते हैं.. और क्या ये वाकई में होते हैं..?

भारत, नेपाल और तिब्बत के दुर्गम तथा निर्जन हिमालयी क्षेत्रों में सैकड़ों वर्षों से रहस्यमयी हिममानव के अस्तित्व को लेकर अनेक किस्से - कहानियां प्रचलित हैं। ‘येति’ नाम से प्रसिद्ध इस कथित हिममानव को अब तक सैकड़ों लोगों द्वारा देखने का दावा किया जाता रहा है। येति को देखने का दावा करने वालों का कहना है कि शरीर पर काले भूरे घने बालों वाला ये रहस्यमय प्राणी सात से नौ फीट लंबा दिखता है जो किसी दावन की तरह दिखता है, जबकि इसका वजन तक़रीबन दो सौ किलो हो सकता है और इसकी ख़ासियत है कि ये इंसान की तरह दो पैरो पर चलता है। हिम मानव होते हैं या नहीं, हम नहीं कह सकते। कुछ लोगों की मान्यता है कि हिमालय में कोई ऐसा प्राणी रहता है, जिसके शरीर में बाल होते हैं और जिसके पैर काफी बड़े होते हैं। पर ऐसा प्राणी कभी मिला नहीं।

दुनिया की सबसे पुरानी कॉमिक बुक कौन सी है ?

कॉमिक्स से आपका आशय चित्रकथाओं से है तो हजारों साल से, बल्कि सभ्यताओं के जन्म के पहले से मनुष्य कहानियों को केन्द्र में रखकर चित्र बना रहा है। पुराने गुफा चित्रों में ऐसी कहानियाँ हैं. सभ्यता के जन्म के बाद मिस्र, चीन, मेसोपोटामिया और भारत में कथाचित्र मिलते हैं। अजंता-एलोरा की गुफाओं में बने चित्र कहानियाँ कहते हैं। पर यदि आप आधुनिक कथा चित्रो की बात कह रहे हैं तो उन्नीसवीं सदी में कार्टून कला के विकसित होने के बाद कॉमिक्स की शुरूआत भी हुई। सन 1841 में शुरू हुई ब्रिटिश पत्रिका पंच ने पहली बार आधुनिक किस्म के कार्टून छापने शुरू किए। शुरू में एक तस्वीर होती थी, फिर यह स्ट्रिप बनी। उन्हीं दिनों स्विस कलाकार रोडोल्फे टॉफर ने चित्रकथाएं बनाना शुरू कर दिया था। सन 1865 में जर्मन लेखक, कलाकार विल्हेम बुश ने ‘मेक्स एंड मॉरिट्ज़’ नाम के दो कॉमिक चरित्रों को तैयार किया। पर 1895 में रिचर्ड आउटकॉल्ट ने यलो किड नाम से कॉमिक स्ट्रिप शुरू की जिन्हें पहले कॉमिक्स कह सकते हैं, क्योंकि उनमें चित्र में बैलून बनाकर पात्रों के संवाद लिखे गए थे। इसके बाद वॉल्ट डिस्ने के मशहूर पात्र मिकी माउस और डोनाल्ड डक आए, सुपरमैन, फैंटन, मैनड्रेक, फ्लैश गार्डन आए।

हाथ की रेखाएं कैसे बनती और बिगड़ती हैं ?

हाथ की रेखाएं व्यक्ति के शारीरिक विकास का हिस्सा हैं। चूंकि हाथ से किसी चीज़ को पकड़ना होता है इसलिए उसकी ग्रिप के अनुसार हथेली में जहाँ-जहाँ मोड़ होते हैं, वहाँ रेखाएं बन जाती हैं। स्वास्थ्य और उम्र में बदलाव के साथ ये बदलती भी रहती हैं। पर भारत तथा पूर्वी देशों में इनके आधार पर व्यक्ति के भविष्य की पता लगाने का दावा भी किया जाता है।

दुनिया का सबसे पुराना ग्रंथ (EPIC) कौन सा है और कब लिखा गया ?


सबसे पुराना ग्रंथ कहना काफी मुश्किल है, क्योंकि मुद्रण कला का जन्म काफी बाद में हुआ है। फिर भी महाभारत, रामायण और मेसोपोटामिया की गिल्गमेश कथा दुनिया के सबसे पुराने ग्रंथों में शामिल किए जा सकते हैं। तमिल अन्नामार कथाई भी लगभग इतनी ही पुरानी है। पुराने चीन, मिस्र और फारस की अनेक कथाएं दुनिया की प्रचीनतम कथाओं में गिनी जा सकती हैं।

लोकतंत्र व गणतंत्र में क्या अंतर है ?

लोकतंत्र एक व्यवस्था का नाम है, जिसकी एक संवैधानिक व्यवस्था भी हो। जब शासन पद्धति पर यह लागू हो तो शासन व्यवस्था लोकतांत्रिक होती है। इसमें हिस्सा लेने वाले या तो आमराय से फैसले करते हैं और यदि ऐसा न हो तो मत-विभाजन से करते हैं। ये निर्णय सामान्य बहुमत से और कई बार ज़रूरी होने पर विशेष बहुमत से भी होते हैं। मसलन कुछ परिस्थितियों में दो तिहाई मत से भी निर्णय किए जाते हैं। गणतंत्र का अर्थ वह शासन पद्धति जहाँ राज्यप्रमुख का निर्वाचन सीधे जनता करे या जनता के प्रतिनिधि करें। यानी राष्ट्रप्रमुख वंशानुगत या तानाशाही तरीके से सत्ता पर कब्जा करके न आया हो। कुछ ऐसे देश भी हैं, जहाँ शासन पद्धति लोकतांत्रिक होती है, पर राष्ट्राध्यक्ष लोकतांत्रिक तरीके से नहीं चुना जाता। जैसे युनाइटेड किंगडम, जहाँ राष्ट्राध्यक्ष सम्राट होता है, जिसके परिवार के सदस्य ही राष्ट्राध्यक्ष बनते हैं। भारत में लोकतांत्रिक सरकार है और राष्ट्रपति का चुनाव होता है इसलिए यह गणतंत्रात्मक व्यवस्था है।
7.02.2013



2 comments:

  1. बहुत ही रोचक एवं ज्ञानवर्धक जानकारियां .. आपकी इस रचना के लिंक की प्रविष्टी सोमवार (12.08.2013) को ब्लॉग प्रसारण पर की जाएगी, ताकि अधिक से अधिक लोग आपकी रचना पढ़ सकें . कृपया पधारें .

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  2. आपकी इस ब्लॉग-प्रस्तुति को हिंदी ब्लॉगजगत की सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुतियाँ ( 6 अगस्त से 10 अगस्त, 2013 तक) में शामिल किया गया है। सादर …. आभार।।

    कृपया "ब्लॉग - चिठ्ठा" के फेसबुक पेज को भी लाइक करें :- ब्लॉग - चिठ्ठा

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