प्रकृति ने सभी जीव-जंतुओं को दिशा ज्ञान और आपस में सम्पर्क की सामर्थ्य दी है। मधुमक्खियाँ अपने छत्ते की के आस-पास एक तरह की महक फैलाती हैं ताकि उनकी साथी मधुमक्खियाँ रास्ते से न भटकें। चींटियाँ दिशा ज्ञान के लिए फ़ैरोमोंस रसायन की मदद लेती हैं। वे सामाजिक प्राणी हैं और मिलकर काम करती हैं। उन्हें अपने भोजन के लिए अपने बिल से दूर बाहर जाना होता है। उनके पास कोई नक्शा नहीं होता। वे अपने शरीर से एक प्रकार का सेंट जमीन पर छोड़ती जाती हैं। शेष चीटियाँ अपनी नेता के पीछे चलती जाती हैं। चींटियों की ग्रंथियों से इस रसायन का स्राव होता है। यह स्राव दूसरी चींटियों को रास्ता बताने का काम करता है। इस रसायन की महक ज्यादा देर टिकती नहीं है इसलिए पीछे आने वाली चींटियाँ उसे ताज़ा बनाए रखने के लिए उसपर फेरोमोंस लगाती हुई एक के पीछे एक चलती रहती हैं।
चींटियों के दो स्पर्शश्रंगिकाएं या एंटीना होते हैं जिनसे वे सूंघने या टोह लेने का काम करती हैं। रानी चींटी भोजन की तलाश में निकलती है तो फ़ैरोमोंस छोड़ती जाती है। दूसरी चींटियाँ अपने एंटीना से उसे सूंघती हुई रानी चींटी के पीछे-पीछे चलती हैं। जब रानी चींटी फ़ैरोमोन बनाना बंद कर देती है तो चीटियाँ, नई चींटी को रानी चुन लेती हैं। फ़ैरोमोंस का इस्तेमाल दूसरी जगह भी होता है। कोई चींटी कुचल जाए तो चेतावनी के फ़ैरोमोन का रिसाव करती है जिससे बाकी चींटियाँ सतर्क हो जाती हैं।
कंप्यूटर कुकीज क्या होती हैं?
कुकी एक छोटी फाइल होती है जो कम्प्यूटर की हार्ड डिस्क में सेव होती जाती है। अक्सर कम्प्यूटर सेव करने से पहले आपकी वरीयता पूछता भी है। हम कुकीज को स्वीकार या अस्वीकार कर सकते हैं। ज्यादातर वैब ब्राउजर स्वत: इन्हें स्वीकार करते हैं। पर आप चाहें तो ब्राउजर की सैटिंग में संशोधन कर सकते हैं। कई बार होता है कि कोई वेबसाइट विशेष नहीं खुलती तो मैसेज आता है कि अपनी कुकीज सैटिंग चेंज करें। यह फाइल वैब ट्रैफिक का विश्लेषण करने तथा किसी विशेष वैबसाइट पर जाने में मदद करती है। कूकी उन वेब एप्लीकेशनों को संचालित करने मददगार होती है जो इंटरनेट पर हमारी प्राथमिकताओं, रुचि आदि पर निगाह रखते हैं। इनकी मदद से वैबसाइट संचालक यह जान पाता है कि वैबसाइट पर कौन, कितनी देर रहता है और क्या देखता है।
कुकीज एक छोटा सा टेक्स्ट मैसेज होता है। यदि हम ब्राउजर की मदद से कुकीज को अस्वीकार कर दें तो कुछ साइट खुलने से इंकार कर देती हैं। गूगल भी आप तक पहुँचने में कुकी का प्रयोग करता है। आपने देखा होगा कि आप नेट के मार्फत जब कोई खरीदारी करते हैं तब उसके बाद ज्यादातर वैबसाइट पर उन्हीं वस्तुओं के विज्ञापन नजर आने लगते हैं। गूगल एडसेंस के विज्ञापन आपकी जानकारी और पसंद के हिसाब से ही दिखाए जाते हैं।
फीफा रैंकिंग क्या है?
अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल एसोसिएशन का संक्षेप नाम है FIFA। यह संगठन अपने सदस्य देशों की टीमों के प्रदर्शन के आधार पर हर महीने उनके पॉइंट्स घोषित करता है। ये पॉइंट टीम के पिछले चार साल के प्रदर्शन के आधार पर होते हैं. इस रैंकिंग की शुरुआत सन 1992 में हुई थी। जबसे रैंकिंग की शुरुआत हुई है दुनिया की पहली आठ टीमें अर्जेंटीना, बेल्जियम, ब्राज़ील, फ्रांस, जर्मनी, इटली, नीदरलैंड्स और स्पेन रहती हैं। केवल इनके क्रम में फर्क पड़ता है। इस साल अक्तूबर की रैंकिंग में 1621 अंक के साथ अर्जेंटीना नम्बर एक पर और 1465 अंक के साथ जर्मनी दूसरे नम्बर पर है। भारत की टीम के पास 230 अंक हैं, जिनके आधार पर उसका रैंक 137 है। इससे पिछले महीने भारत 205 अंकों के साथ 148 वें स्थान पर था. इसमें 11 स्थानों का सुधार हुआ है।
विश्व विकलांग दिवस कब होता है?
विश्व विकलांग दिवस 3 दिसंबर को मनाया जाता है। इसका शुरुआती नाम था इंटरनेशनल डे ऑफ़ डिसेबल्ड पर्सन्स। सन 2007 में इसका नाम हो गया इंटरनेशनल डे ऑफ पर्सन्स विद डिसेबिलिटीस। इसकी शुरुआत वर्ल्ड प्रोग्राम ऑफ़ एक्शन कन्सर्निंग डिसेबल्ड पर्सन्स ने की थी और 1992 में संयुक्त राष्ट्र की महासभा ने इसे अपनाया।
राजस्थान पत्रिका के नॉलेज कॉर्नर में प्रकाशित
चींटियों के दो स्पर्शश्रंगिकाएं या एंटीना होते हैं जिनसे वे सूंघने या टोह लेने का काम करती हैं। रानी चींटी भोजन की तलाश में निकलती है तो फ़ैरोमोंस छोड़ती जाती है। दूसरी चींटियाँ अपने एंटीना से उसे सूंघती हुई रानी चींटी के पीछे-पीछे चलती हैं। जब रानी चींटी फ़ैरोमोन बनाना बंद कर देती है तो चीटियाँ, नई चींटी को रानी चुन लेती हैं। फ़ैरोमोंस का इस्तेमाल दूसरी जगह भी होता है। कोई चींटी कुचल जाए तो चेतावनी के फ़ैरोमोन का रिसाव करती है जिससे बाकी चींटियाँ सतर्क हो जाती हैं।
कंप्यूटर कुकीज क्या होती हैं?
कुकी एक छोटी फाइल होती है जो कम्प्यूटर की हार्ड डिस्क में सेव होती जाती है। अक्सर कम्प्यूटर सेव करने से पहले आपकी वरीयता पूछता भी है। हम कुकीज को स्वीकार या अस्वीकार कर सकते हैं। ज्यादातर वैब ब्राउजर स्वत: इन्हें स्वीकार करते हैं। पर आप चाहें तो ब्राउजर की सैटिंग में संशोधन कर सकते हैं। कई बार होता है कि कोई वेबसाइट विशेष नहीं खुलती तो मैसेज आता है कि अपनी कुकीज सैटिंग चेंज करें। यह फाइल वैब ट्रैफिक का विश्लेषण करने तथा किसी विशेष वैबसाइट पर जाने में मदद करती है। कूकी उन वेब एप्लीकेशनों को संचालित करने मददगार होती है जो इंटरनेट पर हमारी प्राथमिकताओं, रुचि आदि पर निगाह रखते हैं। इनकी मदद से वैबसाइट संचालक यह जान पाता है कि वैबसाइट पर कौन, कितनी देर रहता है और क्या देखता है।
कुकीज एक छोटा सा टेक्स्ट मैसेज होता है। यदि हम ब्राउजर की मदद से कुकीज को अस्वीकार कर दें तो कुछ साइट खुलने से इंकार कर देती हैं। गूगल भी आप तक पहुँचने में कुकी का प्रयोग करता है। आपने देखा होगा कि आप नेट के मार्फत जब कोई खरीदारी करते हैं तब उसके बाद ज्यादातर वैबसाइट पर उन्हीं वस्तुओं के विज्ञापन नजर आने लगते हैं। गूगल एडसेंस के विज्ञापन आपकी जानकारी और पसंद के हिसाब से ही दिखाए जाते हैं।
फीफा रैंकिंग क्या है?
अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल एसोसिएशन का संक्षेप नाम है FIFA। यह संगठन अपने सदस्य देशों की टीमों के प्रदर्शन के आधार पर हर महीने उनके पॉइंट्स घोषित करता है। ये पॉइंट टीम के पिछले चार साल के प्रदर्शन के आधार पर होते हैं. इस रैंकिंग की शुरुआत सन 1992 में हुई थी। जबसे रैंकिंग की शुरुआत हुई है दुनिया की पहली आठ टीमें अर्जेंटीना, बेल्जियम, ब्राज़ील, फ्रांस, जर्मनी, इटली, नीदरलैंड्स और स्पेन रहती हैं। केवल इनके क्रम में फर्क पड़ता है। इस साल अक्तूबर की रैंकिंग में 1621 अंक के साथ अर्जेंटीना नम्बर एक पर और 1465 अंक के साथ जर्मनी दूसरे नम्बर पर है। भारत की टीम के पास 230 अंक हैं, जिनके आधार पर उसका रैंक 137 है। इससे पिछले महीने भारत 205 अंकों के साथ 148 वें स्थान पर था. इसमें 11 स्थानों का सुधार हुआ है।
विश्व विकलांग दिवस 3 दिसंबर को मनाया जाता है। इसका शुरुआती नाम था इंटरनेशनल डे ऑफ़ डिसेबल्ड पर्सन्स। सन 2007 में इसका नाम हो गया इंटरनेशनल डे ऑफ पर्सन्स विद डिसेबिलिटीस। इसकी शुरुआत वर्ल्ड प्रोग्राम ऑफ़ एक्शन कन्सर्निंग डिसेबल्ड पर्सन्स ने की थी और 1992 में संयुक्त राष्ट्र की महासभा ने इसे अपनाया।
राजस्थान पत्रिका के नॉलेज कॉर्नर में प्रकाशित
Hey keep posting such good and meaningful articles.
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