ग्रैंड स्लैम का मतलब है
एकसाथ कई प्रतियोगिताओं को जीतना. इसका आज सबसे ज्यादा इस्तेमाल लॉन टेनिस में
होता है. अलबत्ता पिछली सदी में इसका प्रयोग गोल्फ और कांट्रैक्ट ब्रिज में भी
होता था. बहरहाल आज दुनिया में टेनिस की चार सबसे बड़ी प्रतियोगिताओं को एक ही कैलेंडर
वर्ष में जीतने पर खिलाड़ी को ग्रैंड स्लैम विजेता कहा जाता है. चार ग्रैंड स्लैम
टूर्नामेंट, जिन्हें मेजर भी कहा जाता है वे हैं
ऑस्ट्रेलियन ओपन, फ्रेंच ओपन, विम्बलडन तथा यूएस ओपन जो
हर साल इसी क्रम में खेली जाती हैं. ऑस्ट्रेलियन ओपन और यूएस ओपन दोनों हार्ड
कोर्ट पर खेले जाते हैं, जबकि फ्रेंच ओपन मिट्टी पर खेला जाता है और
विम्बलडन घास पर.
विम्बलडन क्या है?
विम्बलडन प्रतियोगिता
दुनिया में सबसे पुराना टेनिस टूर्नामेंट है. इसे दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित
प्रतियोगिता माना जाता है. सन 1877 के बाद से यह प्रतियोगिता लन्दन के उपनगर
विम्बलडन के ऑल इंग्लैण्ड क्लब में होती है. यह एकमात्र प्रतियोगिता है, जो आज
भी खेल की मूल सतह, घास, पर खेली जाती है, जिससे लॉन टेनिस को इसका नाम मिला. यह प्रतियोगिता जून के
अंत में और जुलाई के प्रारंभ में दो सप्ताहों से अधिक समय के लिए खेली जाती है. इसमें महिलाओं और
पुरुषों के सिंगल्स फाइनल क्रमशः दूसरे शनिवार और रविवार को खेले जाते हैं.
भारत में घरेलू
बिजली सप्लाई 230 वोल्ट में और अमेरिका में 110. ऐसा क्यों?
जिस तरह किसी पाइप के
मार्फत पानी एक जगह से दूसरी जगह पहुँचाया जाता है उसी तरह बिजली के सर्किट में इलेक्ट्रॉन
और दूसरे चार्ज कैरियर्स को आगे बढ़ाने का काम किया जाता है. पानी पर जितना ज्यादा
प्रेशर होगा उतनी ज्यादा मात्रा में पानी दूसरे बिन्दु पर पहुँचेगा. आसानी से
समझने के लिए वोल्टेज को प्रेशर मानें. ज्यादा वोल्टेज से ज्यादा बिजली का प्रवाह
होगा. यह सामान्य सी बात है. इसी वजह से एक शहर से दूसरे शहर तक बिजली भेजने के
लिए हाई वोल्टेज का इस्तेमाल होता है. हाई वोल्टेज को सम्हालने के लिए केबल की
क्षमता भी उसी के अनुरूप होती है.
अमेरिका में घरों में
सप्लाई 120 वोल्ट में होती है और यूरोप
तथा भारत सहित अनेक देशों में 230 वोल्ट में. इसके
अलावा 100, 140, 150 या दूसरे मानक
भी हो सकते हैं. मोटी बात यह है कि जितने हाई वोल्ट पर बिजली सप्लाई होगी उतना
लाइन लॉस कम होगा. चूंकि हाई वोल्टेज में दुर्घटना की वोल्टेज में समानता नहीं है.
इंग्लैंड, फ्रांस, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, भारत, पाकिस्तान, नेपाल जैसे देशों में 230 वोल्ट में सप्लाई होती है. जापान में 100 और कनाडा में 120 में.
विश्व का सबसे
जहरीला सांप कहां पाया जाता है?
साँप की करीब तीन हजार
प्रजातियों में से अधिकतर विष-विहीन या मामूली जहर वाली होती हैं. सबसे ज्यादा संख्या
में मिलने वाले जहरीले सांपों में वाइपर और किंग कोबरा हैं. ये दोनों प्रजातियाँ
भारत में मिलतीं हैं. सबसे जहरीला मानने का कारण यह है कि सर्प दंश से होने वाली
सबसे ज्यादा मौतें इनके कारण होतीं हैं. अफ्रीका का ब्लैक माम्बा भी काफी जहरीला
साँप है. यों इन साँपों के मुकाबले ज्यादा जहरीले ऑस्ट्रेलिया के टाइगर स्नेक और
इनलैंड टेपन हैं. पर इनकी संख्या कम है.
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