Friday, November 18, 2016

सबसे ज्यादा मूल्य के करेंसी नोट कहाँ के हैं?

पेपर करेंसी के इतिहास में लाखोंकरोड़ोंअरबों और खरबों तक के नोट छापने की परम्पराएं हैं. इनमें से काफी नोट केवल दिखावे के रह गए और संग्रहालयों की शोभा बने. ऐसा ही एक करेंसी नोट जिम्बाब्वे के सौ ट्रिलियन जिम्बाब्वे डॉलर का नोट थाजिसका चलन सन 2009 में खत्म हुआ. अमेरिका में चालीस के दशक तक 10,000 डॉलर तक का नोट चलता था. सन 1969 में अमेरिका सरकार ने 100 डॉलर से ऊपर के नोटों का चलन बंद कर दिया. यदि मुद्रास्फीति को ध्यान में रखें तो आज 10,000 डॉलर के नोटों में 64,000 डॉलर (करीब 42 लाख रुपये) मूल्य का माल आ जाता.
वह करेंसी नोट भी अमेरिका का सबसे बड़ा नोट नहीं था. वहाँ सबसे बड़ा नोट था एक लाख डॉलर का गोल्ड सर्टिफिकेटजिसपर राष्ट्रपति वुडरो विल्सन का पोर्ट्रेट छपा होता था. तीस के दशक में ऐसे 42,000 नोट छापे गए थे. यूरोपीय यूनियन का 500 यूरो का नोट इस वक्त काफी बड़ा नोट माना जा सकता है. जापान में 10,000 येन का और इंडोनेशिया में 100,000 रुपिया और वियतनाम का 500,000 डोंग नोट भी है. पर इन मुद्राओं की कीमत ज्यादा नहीं है.
भारत में कागजी मुद्रा अंग्रेजों ने 1861 में शुरू की. 1864 में 10 रु का नोटफिर 1872 में 5 का और 1899 में 10,000 रु का नोट जारी हुआ. सन 1900 में 100 रु, 1905 में 50 रु, 1907 में 500 रु और 1909 में 1000 रु के नोट आए. 1917 में ढाई रु का नोट भी आया. भारत के रिजर्व बैंक ने 1938 से बैंकनोट शुरू किए जो 2,5,10,50,100,1000 और 10,000 मूल्य के थे. 1 रु का नोट भारत सरकार जारी करती थी. स्वतंत्रता के बाद नई डिजाइन के नोट आए और 1959 में रिजर्व बैंक ने 5,000 और 10,000 तक के नोट छापे. सन 1978 में 100 रुपए से ऊपर के नोट बंद कर दिए गए. सन 1987 में 500 रु का नोट फिर से शुरू किया गया और 2000 में 1,000 का.
अमेरिकी राष्ट्रपति के कार्यभार कब संभालते हैं?
अमेरिकी राष्ट्रपति के अगले चार साल का कार्यकाल एक समारोह के साथ शुरू होता है. इसे ‘इनॉग्युरेशन डे’ कहा जाता है. इसका दिन तय है 20 जनवरी, पर यदि 20 जनवरी को रविवार हो तो यह 21 जनवरी को मनाया जाता है. यह दिन संविधान के बीसवें संविधान के अनुसार तय हुआ है. बीसवें संशोधन के पहले इसका दिन 4 मार्च तय था. 4 मार्च 1789 को अमेरिकी संविधान लागू हुआ था. यह दिन उसकी स्मृति में था. इस तारीख पर शपथ लेने वाले अंतिम राष्ट्रपति थे फ्रैंकलिन डी रूज़वेल्ट जिन्होंने 4 मार्च 1933 को शपथ ली. वर्तमान राष्ट्रपति बराक ओबामा ने 2009 में 20 जनवरी को और 2013 में 21 जनवरी को शपथ ली थी. अब डोनाल्ड ट्रम्प शुक्रवार 20 जनवरी 2017 को शपथ लेंगे.
डोनाल्ड ट्रम्प के उपराष्ट्रपति कौन होंगे?
माइक पेंस डोनाल्ड डक के साथ उपराष्ट्रपति पद के प्रत्याशी थे. वे स्वयमेव उपराष्ट्रपति चुन लिए गए. 

प्याज काटते समय आंखों में आंसू क्यों आते हैं?
प्याज के भीतर मौजूद एलीनेस (alliinases) एंजाइम सल्फेनिक तेजाब छोड़ता है. जब आप प्याज काटते हैं, तब यह तेजाब और इससे निकलने वाली तीखी गैस आँखों में लगती है. इससे आँखों की टियर ग्लैंड्स सक्रिय होती हैं और पानी निकलने लगता है. मूलत: यह एक प्रकार की रक्षा व्यवस्था है. जानवरों से बचाने के लिए प्याज और लहसुन जैसी वनस्पतियों को तीखी गंध प्रकृति ने दी हैं. 
संसद में शून्यकाल क्या होता है?
यह भारतीय संसद की देन है और एक अपरिभाषित अनौपचारिक व्यवस्था है. यह साठ के दशक से शुरू हुआ और अब संसदीय व्यवस्था का हिस्सा बन गया है. आमतौर पर यह प्रश्न प्रहर के बाद शुरू होता है और लंच तक चलता है. इसमें कोई भी ऐसा मसला उठाया जा सकता है जिसकी औपचारिक सूचना पहले से  न हो. देश में हर रोज ऐसे मसले सामने आते रहते हैं. इसका शून्य प्रहर नाम भी मीडिया दिया है. इसका समय निर्धारित नहीं है. कई बार यह होता ही नहीं और कई बार दो या तीन घंटे तक चलता रहा है.
ग्रेट बैरियर रीफ कहां है और क्या है?
ग्रेट बैरियर रीफ के बारे में जाने से पहले रीफ क्या होती है, इसे भी समझ लें. समुद्र में पानी के नीचे कई तरह की चट्टानें होती हैं. सामान्य पथरीली चट्टानों की तुलना में समु्द्री जीवों जैसे मूंगे की चट्टानों से बने रीफ एक प्रकार से सागर में एक जैविक व्यवस्था है. ग्रेट बैरियर रीफ उत्तर पूर्वी ऑस्ट्रेलिया में क्वींसलैंड के पास को कोरल सागर में हैं. इसमें 2900 अलग-अलग रीफ शामिल हैं, जो 2600 किलोमीटर की लम्बाई में फैली हैं. इसके अंतर्गत करीब 3,44,400 वर्ग किलोमीटर का क्षेत्र आता है. दुनिया में जीवधारियों द्वारा रची गई यह सबसे बड़ी रचना है.

1 comment:

  1. आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 24.11.2016 को चर्चा मंच पर चर्चा - 2536 पर दिया जाएगा
    धन्यवाद

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