घर के भीतर छिपा दुश्मन। फिफ्थ कॉलम उस गुप्त विद्रोही संगठन को कहते हैं जो किसी देश या संगठन के भीतर रहकर उसका विरोध करे। ये शब्द स्पेन के गृहयुद्ध के दौरान जनरल ऐमीलियो मोला ने सन 1936 में एक पत्रकार से कहे थे। उन्होंने कहा कि राजधानी मैड्रिड को रिपब्लिकन बलों के हाथ से छुड़ाने के लिए सेना के चार दस्ते प्रवेश करेंगे जबकि जनरल फ़्रैंको के समर्थकों का एक दस्ता राजधानी के अंदर मौजूद है जो हमला होते ही उसमें शामिल हो जाएगा। तबसे यह शब्द खासा प्रचलित हो गया। अर्नेस्ट हेमिंग्वे के एकमात्र नाटक का शीर्षक ‘फिफ्थ कॉलम’ है, जिसे उन्होंने 1938 में प्रकाशित अपनी किताब में शामिल किया।
एमआई-6 का मतलब क्या है?
ब्रिटेन की गुप्तचर सेवा सीक्रेट इंटेलिजेंस सर्विस (एसआईएस) को कभी-कभी एम आई-6 के नाम से जाना जाता है। इसका मतलब हुआ मिलिट्री इंटेलिजेंस सेक्शन-6। इसकी शुरुआत गुप्तचर सेवा ब्यूरो के विदेश विभाग के रूप में 1909 में हुई थी और इसका काम था विदेशों से ख़ुफ़िया जानकारी जमा करना। आंतरिक जासूसी का काम एमआई-5 का था। 85 साल तक ब्रिटिश सरकार ने इसके बारे में सार्वजनिक रूप से घोषणा नहीं की। यह खुफिया संगठन पूरी तरह गोपनीय था। सन 1994 में देश में इंटेलिजेंस सर्विस एक्ट बनने के बाद इसे औपचारिक रूप से स्वीकार किया गया।
हाइड्रोजन बम क्या होता है?
हाल में उत्तरी कोरिया ने हाइड्रोजन बम के पहले सफल परीक्षण का दावा किया है। हाइड्रोजन बम में चेन रिएक्शन फ्यूजन होता है। यह न्यूक्लियर बम के मुकाबले कई गुना ज्यादा विनाशकारी होता है। न्यूक्लियर या एटम बम में नाभिकीय विखंडन से प्राप्त भयावह ताप का इस्तेमाल होता है। इसे फिशन बम भी कहते हैं। ऐसे हथियारों में संवर्धित यूरेनियम या प्लूटोनियम का इस्तेमाल होता है। यह हथियार जिस इलाके में गिराया जाता है वहाँ नाभिकीय विस्फोटों की श्रृंखला (चेन रिएक्शन) पैदा होती जाती है।
हाइड्रोजन बम में परमाणुओं के संलयन करने से विस्फोट होता है। इस संलयन के लिए बड़े ऊंचे ताप लगभग 500,00,000 डिग्री सेल्सियस की आवश्यकता पड़ती है। परमाणु बम द्वारा ही इतना ऊंचा ताप प्राप्त किया जा सकता है। ये हथियार हाइड्रोजन के आइसोटोप ट्रीटियम और ड्यूटीरियम के बीच संलयन या फ्यूज़न पैदा करते हैं। अमेरिकी वैज्ञानिक एडवर्ड टैलर और स्तानिस्लाव यूलैम ने सन 1951 में इसका विकास किया था। इसे ट्रिगर करने के लिए फिशन का इस्तेमाल होता है और फिर नाभिकीय फ्यूज़न से भयानक ऊर्जा पैदा होती है। दुनिया में केवल अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस, चीन और भारत ही फ्यूज़न बम का विस्फोट करने में सफल हुए हैं।
दुनिया का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन कौन सा है?
न्यूयॉर्क शहर का ग्रैंड सेंट्रल टर्मिनल दुनिया का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन इस आधार पर माना जा सकता है कि इसमें सबसे ज्यादा 44 प्लेटफॉर्म हैं। इनके साथ 67 ट्रैक जुड़े हैं। ये प्लेटफॉर्म दो मंजिलों पर बने हैं।
हाल में उत्तरी कोरिया ने हाइड्रोजन बम के पहले सफल परीक्षण का दावा किया है। हाइड्रोजन बम में चेन रिएक्शन फ्यूजन होता है। यह न्यूक्लियर बम के मुकाबले कई गुना ज्यादा विनाशकारी होता है। न्यूक्लियर या एटम बम में नाभिकीय विखंडन से प्राप्त भयावह ताप का इस्तेमाल होता है। इसे फिशन बम भी कहते हैं। ऐसे हथियारों में संवर्धित यूरेनियम या प्लूटोनियम का इस्तेमाल होता है। यह हथियार जिस इलाके में गिराया जाता है वहाँ नाभिकीय विस्फोटों की श्रृंखला (चेन रिएक्शन) पैदा होती जाती है।
हाइड्रोजन बम में परमाणुओं के संलयन करने से विस्फोट होता है। इस संलयन के लिए बड़े ऊंचे ताप लगभग 500,00,000 डिग्री सेल्सियस की आवश्यकता पड़ती है। परमाणु बम द्वारा ही इतना ऊंचा ताप प्राप्त किया जा सकता है। ये हथियार हाइड्रोजन के आइसोटोप ट्रीटियम और ड्यूटीरियम के बीच संलयन या फ्यूज़न पैदा करते हैं। अमेरिकी वैज्ञानिक एडवर्ड टैलर और स्तानिस्लाव यूलैम ने सन 1951 में इसका विकास किया था। इसे ट्रिगर करने के लिए फिशन का इस्तेमाल होता है और फिर नाभिकीय फ्यूज़न से भयानक ऊर्जा पैदा होती है। दुनिया में केवल अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस, चीन और भारत ही फ्यूज़न बम का विस्फोट करने में सफल हुए हैं।
दुनिया का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन कौन सा है?
न्यूयॉर्क शहर का ग्रैंड सेंट्रल टर्मिनल दुनिया का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन इस आधार पर माना जा सकता है कि इसमें सबसे ज्यादा 44 प्लेटफॉर्म हैं। इनके साथ 67 ट्रैक जुड़े हैं। ये प्लेटफॉर्म दो मंजिलों पर बने हैं।
अच्छी और रोचक जानकारी। आपको पढ़ने से हमेशा कुछ लाभ ही होता है।
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