Saturday, December 31, 2011

हमें नींद क्यों आती है?

हमें नींद क्यों आती है? और ये अधिकतर रात में ही क्यों आती है? 

-अतुल कुमार जरारिया, एमपी 


वास्तव में इस सवाल ने पुराने जमाने से अब तक वैज्ञानिकों को उलझन में डाल रखा है। मोटे तौर पर माना जाता है कि हम दिनभर की मेहनत मे जो ऊर्जा खर्च करते हैं, वह आराम करने से ठीक हो जाती है। पर सच यह है कि एक रात की नीद में हम करीब 50 केसीएल कैलरी बचाते हैं। एक रोटी के बराबर। वास्तविक जरूरत शरीर की नहीं मस्तिष्क की है। यदि हम लम्बे समय तक न सोएं तो हमारी सोचने-विचारने की शक्ति, वाणी और नजरों पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। वैज्ञानिकों ने नीद की कई श्रिणियाँ बनाईं हैं। इसके दौरान ही हम सपने देखते हैं। हमारा मानसिक विकास भी होता है।

रात में सोने की प्रवृत्ति हमारे जैविक विकास का हिस्सा है। हम अनेक जंगली जानवरों की तरह रात में शिकार करके नहीं खाते हैं। हमारी निगाहें दिन की रोशनी में बेहतर काम करती हैं। ऐसा करते हुए कई लाख साल बीत गए हैं। हमारे शरीर में एक घड़ी है जिसे जैविक घड़ी कहते हैं। उसने हमारे रूटीन दिन और रात के हिसाब से बनाए हैं। जब हम निरंतर रात की पालियों में काम करते हैं तो शरीर उसके हिसाब से काम करने लगता है, पर शुरूआती दिनों में दिक्कतें पेश आती हैं।

प्रोटोकॉल क्या होता है? यह कब और किस काम में आता है?
निशा हरिसिंगानी , बूंदी राजस्थान 


प्रोटोकॉल का सामान्य अर्थ शिष्टाचार या कुछ मान्य सिद्धांत है। जैसे डिप्लोमैसी में काम करने के तौर-तरीके होते हैं। प्रोटोकॉल का एक आशय संधियों और समझौतों से भी होता है। इसका एक अर्थ मर्यादाओं से भी है।

किसी चीज का इंश्योरेंस करने का क्या फायदा होता है? पैसे तो इंश्योरेंस करवाने वाले के ही होते हैं। फिर इसे करवाने का क्या फायदा है?
सागर, जयपुर

इंश्योरेंस को पैसों के निवेश के रूप में नहीं देखना चाहिए। इसे एक जोखिम से सुरक्षा का शुल्क मानना चाहिए। यदि किसी व्यक्ति ने अपने जीवन का बीमा कराया है तब इसका अर्थ यह हुआ कि यदि दुर्भाग्य से उस व्यक्ति का देहांत हो जाए तो उसके आश्रितों को एक तयशुदा राशि मिल जाए। ऐसा बीमा जीवन के अलावा मोटर गाड़ियों, चल और अचल सम्पत्ति का या स्वास्थ्य सेवाओं का भी हो सकता है।
  राजस्थान पत्रिका के सप्लीमेंट मी नेक्स्ट के कॉलम नॉलेज कॉर्नर में प्रकाशित

Friday, December 23, 2011

दुनिया का सबसे भारी व्यक्ति कौन है?

दुनिया का सबसे भारी व्यक्ति कौन है? उसका वजन कितना है? 


मैक्सिको के मैनुअल उरीबे को दुनिया का सबसे वजनदार व्यक्ति माना जा सकता है। इनका वजन गिनीज बुक के अनुसार 597 किलोग्राम तक हो गया था। 1965 में जन्मे उरीबे ने बाद में अपना वजन कम कर लिया, पर वे आज भी दुनिया के सबसे वजनी व्यक्ति हैं। यों रिकॉर्ड बुक में जॉन ब्राउनर मिनक का नाम दुनिया के सबसे वजनी व्यक्ति के रूप में दर्ज है, जिनका अधिकतम वजन 635 किलो था। 1941 में जन्मे जॉन का निधन 1983 में हो गया था।

चरित्र अभिनेता एके हंगल का जन्म कब और कहाँ हुआ था?-राजीव ग्रोवर और कुक्की राजा, मोतीनगर दिल्ली

अवतार कृष्ण हंगल का जन्म सन 1917 में सियालकोट में हुआ था।

कहाँ और कब पहली कार बनी?-रैना, गुड़गाँव 


                                                   
हालांकि शुरू में भाप से चलने वाली गाड़ियाँ बनी थीं, पर इंटरनल कॉम्बुशन इंजन से चलने वाली पहली कार सन 1870 में ऑस्ट्रिया के विएना शहर में सिग्फ्राइड मार्कस ने तैयार की। वह गैसोलीन से चलती थी। इसे फर्स्ट मार्कस कार कहते हैं। मार्कस ने ही 1888 में सेकंड मार्कस कार तैयार की जिसमें कई तरह के सुधार किए गए थे। इस बीच जर्मनी के मैनहाइम में कार्ल बेंज ने सन 1885 में तैयार की।

भारत में कुल कितने गाँव हैं?-कमल टेलर दिल्ली

सन 2011 की जनगणना के अनुसार हमारे देश में गाँवों की संख्या 6,38,000 है।

इंदिरा गांधी की शादी कब हुई थी? शानू वैलकम, सीलमपुर दिल्ली  


                               

श्रीमती इंदिरा गांधी और फिरोज़ गांधी का विवाह 26 मार्च 1942 को इलाहाबाद में हुआ था।

सफेद पालतू खरगोश की उम्र कितनी होती है?-मौक्तेश, गाजियाबाद

घरेलू खरगोश आमतौर पर 8 से 12 साल तक जीते हैं।

नॉटीकल मील क्या होता है? किलोमीटर से इसकी तुलना किस तरह की जा सकती है? नॉटीकल मील के आधार पर सबसे तेज चलने वाला वॉरशिप यानी युद्धपोत कौन सा है?-आशुतोष भारद्वाज, विकासपुरी, नई दिल्ली

नॉटीकल मील का इस्तेमाल आमतौर पर समुद्री और हवाई नेवीगेशन में होता है। लम्बाई के हिसाब से यह करीब 1852 मीटर या 6076 फुट होती है। सागर और आकाश के नेवीगेशन में आमतौर पर अक्षांश-देशांतर का इस्तेमाल होता है। भूमध्य रेखा और उससे उत्तर या दक्षिण में इसकी दूरी में मामूली फर्क भी आता रहता है।

सबसे तेज गति से चलने वाले युद्ध पोतों के बारे में अलग-अलग दावे होते रहते हैं। अलबत्ता अमेरिका का एम-80 स्टीलेटो करीब 50 नॉट यानी तकरीबन 90 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चल सकता है। नॉर्वे की स्कोल्ड नामक गश्ती बोट करीब 60 नॉट यानी 100 किलोमीटर की गति से चल सकती हैं।

किडनी खराब होने के क्या लक्षण शरीर में होते हैं? –अजय कुमार, साउथ गणेश नगर, नई दिल्ली
किडनी का सम्बंध खून को साफ करने से है। रक्त शोधन के बाद किडनी शेष तरल को पेशाब के रास्ते शरीर से बाहर भेज देती है। इसलिए आमतौर पर मूत्र विकार इसका पहला लक्षण है। पेशाब में जलन होना, खून या प्रोटीन आना, कमर और पेट में दर्द, थकान, कँपकँपी के साथ बुखार आना, उल्टी और थकान वगैरह भी इसके लक्षण हैं।

40 की उम्र में अगर सिर के बाल उड़ जाएं तो फिर दुबारा कैसे आएंगे?-बृजेश, मंगोलपुरी, दिल्ली
गिरे हुए बालों को उगाने के पहले चिकित्सक बालों को गिरने से बचाने के तरीके खोजने में लगे हैं। हमारे बालों की जड़ में होते हैं हेयर फॉलिकल्स। इनमें खराबी से बाल गिरते हैं। कई तरह के हार्मोन्स की कमी से भी गिरते हैं। चैसे कि टेस्टोस्टेरोन। इनमें जीन्स की भूमिका भी है। थायरॉयड या विटामिन बी-12 की कमी से भी बाल गिरते हैं और कीमो थिरैपी के कारण भी। अवबत्ता गंजे लोगों के सिर में बालों को प्लांट करने की तकनीक काफी विकसित हो चुकी है।

एनसीआर का फुलफॉर्म क्या है? इसका क्या मतलब होता है? –राजेश टिगरी, दिल्ली

नेशनल कैपीटल रीजन यानी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र। देश की राजधानी के आसपास का यह क्षेत्र हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में फैला है। इसका उद्देश्य है राष्ट्रीय राजधानी के चारों ओर का शहरी विकास। दिल्ली का अपना सीमा क्षेतेर है जिसे नेशनल कैपीटल टेरीटरी कहते हैं। इसके बाहर है एनसीआर। इसे सन 1962 में औपचारिक रूप से नोटीफाई किया गया था।

तितली की कितनी आँखें होती हैं? जोगेन्द्र शाह, मंडी हाउस, नई दिल्ली  

                                        

तितली की भी दो आँखें होती हैं, पर उसकी आँखें कम्पाउंड यानी संयुक्त होती हैं। उसके अनेक फोटोरिसेप्टर होते हैं। इस तरह देखें तो उसके हजारों आँखें होती हैं। मोटे तौर पर करीब बारह से बीस हजार आँखें। तितलियाँ देख तो सकती हैं लेकिन उनकी यह क्षमता सीमित होती है। इनकी आंखे बड़ी और गोलाकार होती हैं. इनमें हज़ारों सैंसर होते हैं जो अलग- अलग कोण में लगे रहते हैं। तितलियां ऊपर, नीचे, आगे, पीछे, दाएँ, बाँए सभी दिशाओं में एक साथ देख सकती हैं। इसका यह नुक़सान भी होता है कि वे किसी चीज़ पर अपनी दृष्टि एकाग्र नहीं कर पातीं और उन्हे धुंधला सा दिखाई देता है। पर वे किसी भी प्रकार की गति को भांप जाती हैं। इसीलिए जब कोई उन्हें पकड़ने के लिए हाथ बढ़ाता है तो उन्हें फ़ौरन पता चल जाता है और वे उड़ जाती हैं. 

विश्व का सबसे बड़ा स्वयंसेवी संगठन जो किसी सरकारी मदद पर निर्भर न हो कौन सा है?-अरुण, फरीदाबाद
दुनिया का सबसे बड़ा एनजीओ है बांग्लादेश रूरल एडवांसमेंट कमेटी या ब्रैक। सन 1971 के युद्ध से तबाह हुए देश में शरणार्थियों और अन्य पीड़ियों की मदद के लिए शुरू हुआ यह संगठन धीरे-धीरे एक विशाल संगठन का रूप ले चुका है। इसका अपना विश्विद्यालय है। इसके साथ एक लाख बीस हजार कर्मचारी जुड़े हैं।

डीटीएच क्या होता है? क्या इसको मोबाइल पर ले सकते हैं? इसका क्या खर्च है और इसे कैसे ले सकते हैं? राजेश, अलवर, राजस्थान
डायरेक्ट टु होम सैटेलाइट डिस्क को डीटीएच कहते हैं। इसके लिए आपको किसी भी डीटीएच कम्पनी की सेवा लेनी होगी। वह आपके घर में डिश लगाएगी और एक सेट टॉप बॉक्स के मार्फत आप प्रोग्राम देख सकते हैं। मोबाइल फोन पर भी टीवी प्रोग्राम देखे जा सकते हैं, पर वे इस डीटीएच सेवा के मार्फत नहीं हो सकते। इसके लिए पहले तो आपके फोन में टीवी देखने की सुविधा होनी चाहिए। भारत में बीएसएनएल ने मोबाइल फोन पर टीवी प्रसारण की सेवा शुरू की है। टाटा डोकोमो ने भी यह सेवा शुरू की है। जल्द तमाम कम्पनियाँ सामने आ जाएंगी। पर यह डीटीएच नहीं इंटरनेट टीवी है, जो थ्रीजी तकनीक के तहत है। 

शादी-विवाह में बजने वाले डीजे का फुलफॉर्म क्या है?-देवेन्दर चौधरी, ग्राम फरमाना, हरियाणा
डीजे का मतलब होता है डिस्क जॉकी। वह व्यक्ति जो श्रोताओं के लिए संगीत तय करता है या पेश करता है। डिस्क प्ले करता है।
एफएम गोल्ड के साप्ताहिक कार्यक्रम बारिश सवालों की में शामिल सवाल

Thursday, December 15, 2011

इंजेक्शन द्वारा दवाई देना कब से शुरू हुआ?


इंजेक्शन द्वारा दवाई देना कब से शुरू हुआ? फेसबुक पर रॉकी दुआ ने पूछा है 



शरीर में चोट लगने पर दवाई सीधे लगाने की परम्परा तो काफी पुरानी है। शरीर में अफीम रगड़कर या किसी कटे हुए हिस्से में अफीम लगाकर शरीर को राहत मिल सकती है सा विचार भी पन्द्रहवीं सोलहवीं सदी में बन गया था। अफीम से कई रोगों का इलाज किया जाने लगा, पर डॉक्टरों को लगता था कि इसे खिलाने से लत पड़ सकती है। इसलिए शरीर में प्रवेश का कोई तरीका खोजा जाए। स्थानीय एनिस्थासिया के रूप में भी मॉर्फीन वगैरह का इस्तेमाल होने लगा था। ऐसी सुई जिसके भीतर खोखला बना हो सोलहवीं-सत्रहवीं सदी से इस्तेमाल होने लगी थी। पर सबसे पहले सन 1851 में फ्रांसीसी वैज्ञानिक चार्ल्स गैब्रियल प्रावाज़ ने हाइपोडर्मिक नीडल और सीरिंज का आविष्कार किया। इसमें महीन सुई और सिरिंज होती थी। तबसे इसमें तमाम तरह के सुधार हो चुके हैं। 

गर्मियों मैं दिन बड़े होते हैं और रात छोटी....लेकिन सर्दियों मैं दिन जल्दी ढल जाते हैं और रात बड़ी हो जाती हैं ...ऐसा क्यों?-नीरज सोनी फेसबुक पर                                                                                         


                                                


धरती अपनी धुरी पर थोड़ी झुकी हुई है। आप जानते हैं कि वह 365 दिन में सूरज की परिक्रमा पूरी करती है। इस परिक्रमा के दौरान साल के छह महीने उत्तरी ध्रुव पर सूरज की किरणें पड़तीं हैं और छह महीने दक्षिणी ध्रुव पर। इसी तरह भूमध्य रेखा के उत्तर और दक्षिण के इलाके सूरज के करीब या दूर होते हैं। यही परिक्रमा बदलते मौसमों का कारण है। जिन दिनों हमारे यहाँ सर्दी है उन्हीं दिनों ऑस्ट्रेलिया में गर्मियाँ शुरू हो रहीं हैं। दिन और रात का छोटा-बड़ा होना इस बात पर निर्भर करता है कि आपका घर धरती के किस अक्षांश-देशांतर पर है।

अनेक प्रकार के जंतु, जानवर और पक्षियों के होते हुए भी चिड़ियाघर को चिड़ियाघर के नाम से क्यों पुकारा जाता है?-एसपी गोयल, मार्बल मार्किट, रोहिणी-फेसबुक पर
यह एक शाब्दिक लोक प्रयोग है। आमतौर पर चिड़िया पालने की परम्परा रही है। Zoological garden का शुद्ध अनुवाद प्राणि उद्यान है। पर तरह-तरह के जानवरों में पक्षियों की प्रधानता के कारण इसे चिड़ियाघर बना दिया। चाहते तो जानवर घर भी कह सकते थे।

दुनिया में तराजू का प्रयोग कब शुरू हुआ? इसकी ज़रूरत क्यों पड़ी? -देवेन्दर
                                      


इसका इस्तेमाल सबसे पहले भारत में ही शुरू हुआ। सिन्धु घाटी की सभ्यता में वजन तोलने वाली तराजू और बाँटों के ईसवी सन से करीब ढाई हजार साल पुराने अवशेष मिले हैं। इसके बाद मिस्र में भी इसका इस्तेमाल शुरू हुआ। दरअसल तराजू शुरू होने के पहले व्यापार या वितरण शुरू हुआ होगा। किसी भी चीज़ को बेचने के लिए उसकी मात्रा और मूल्य का रिश्ता तय किया गया होगा। एक पत्थर या दो पत्थर के बराबर वजन। छोटे पत्थर और बड़े पत्थर के बराबर वजन।

भारत को इंडिया क्यों कहते हैं? यह नाम कहाँ से आया?
प्राचीन ग्रीक और लैटिन में भारत को सिंधु नदी के पास इलाके से पहचाना जाता था। सिंधु को वे स का लोप करके इंडस बोलते थे। इसी सिंधु से फारसी अरबी में हिन्दू और हिन्द शब्द बने।

सभी गाडियों के टायर काले क्यों होते हैँ ? अनिल प्रजापति
टायर बनाने की प्रक्रिया को वल्कनाइजेशन कहते हैं। आमतौर पर रबर का रंग स्लेटी होता है। प्राकृतिक रबर यानी लेटेक्स में कार्बन ब्लैक मिलाते हैं ताकि वह मजबूत रहे। साथ ही थोड़ा सल्फर भी मिलाते हैं। कार्बन ब्लैक के कारण यह काला हो जाता है। इससे यह अल्ट्रा वॉयलेट किरणों से बच जाता है।

मूँछ प्रतियोगिता क्या है?
नाम से जाहिर है इसका रिश्ता मूँछ से है। हाल में पुष्कर के मेले में एक ऐसी ही प्रतियोगिता हुई थी। जैसलमेर के मरु महोत्सव में ऐसी एक प्रतियोगिता होती है।सन 1990 से 'वर्ल्ड बियर्ड ऐंड मुस्टैश चैंपियनशिप' भी चल रही है जो इस साल ट्रॉनढाइम, नॉर्वे में हुई थी।

भारत के किस पूर्व प्रधानमंत्री का जन्मदिन 29 फरवरी को मनाया जाता है?बारिज़, जाफराबाद, दिल्ली 
मोरारजी देसाई।

पहला क्रिकेट टेस्ट मैच कब, कहाँ और किस ग्राउंड पर खेला गया था? जीतने वाला कौन था?
पहला आधिकारिक क्रिकेट टेस्ट मैच 15 मार्च 1877 को ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच मेलबोर्न क्रिकेट ग्राउंड पर शुरू हुआ। इसमें ऑस्ट्रेलिया की टीम 45 रन से जीती। टेस्ट मैचों के सौ साल पूरे होने पर 12 से 17 मार्च 1977 को मेलबोर्न में दोनों देशो के बीच हुए टेस्ट मैच में भी ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को 45 रन से हराया।

शतरंज के बोर्ड में कितने वर्ग होते हैं?-गौतम।
आप यदि यह जानना चाहते हैं कि कितने खाने होते हैं तो 64 होते हैं। पर यदि कुल वर्गों की संख्या जानना चाहते हैं तो वह 204 होती है।

कबड्डी का खेल कब और कैसे शुरू हुआ?
कबड्डी का खेल भारत में प्रागैतिहासिक काल से चला आ रहा है। हमारे पौराणिक ग्रंथों में इसका उल्लेख मिलता है। बौद्ध ग्रंथों में भी इसका विवरण है। महाभारत में जिस चक्रव्यूह का उल्लेख है उसका खेल-रूप कबड्डी है। एक व्यक्ति को घेरना और उसका बचकर निकलना। आधुनिक कबड्डी का पहला अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शन 1936 के बर्लिन ओलिम्पिक खेलों में अमरावती, महाराष्ट्र के हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल ने किया। 1938 के राष्ट्रीय खेलों में कबड्डी प्रतियोगिता शामिल हुई। 1955 से भारत की राष्ट्रीय कबड्डी प्रतियोगिता शुरू हुई। 1980 से एशियाई कबड्डी चैम्पियनशिप शुरू हुई और 1990 में बींजिंग के एशिया खेलों से यह एशियाई खेलों में भी शामिल हो गई।

डब्लूडब्लूई की कुश्ती में कितनी सत्यता है? इसमें हार-जीत कैसे तय होती है?

देखिए इसका नाम है वर्ल्ड रैसलिंग एंटरटेनमेंट। इसमें कुश्ती होती है, पर उसका उद्देश्य दर्शकों का मनोरंजन है। खासतौर से टीवी पर मनोरंजन। आप जो देखते हैं उसमें कुश्ती एक स्टोरीलाइन के तहत लड़ी जाती है। यह पूरी तरह से कुश्ती के नियम के तहत नहीं है। पर डब्लूडब्लूई एक्स्ट्रीम रूल्स नाम से एक प्रतियोगिता भी होती है जिसमें हार-जीत का निपटारा कुछ खास नियमों के अंतर्गत होता है।

एफएम गोल्ड के कार्यक्रम बारिश सवालों की में शामिल सवाल

Tuesday, December 13, 2011

कोलावरी कोलावरी का क्या अर्थ है?

कोलावरी कोलावरी का क्या अर्थ है? यह कौन सी भाषा का शब्द है?-मेघा 


यह एक टैंग्लिश गीत है, जिसके बोल हैं ह्वाई दिस कोलावेरी डी। हिंग्लिश की तरह तमिल मिक्स इंग्लिश। इसका अर्थ है ऐ लड़की मुझपर ये कातिल गुस्सा क्यों? गायक का साथ उसकी प्रेमिका ने छोड़ दिया है। वह गीत में पूछता है मेरे साथ तुमने ऐसा क्यों किया। यह बात हल्के-फुल्के ढंग से कही गई है। इन दिनों यह गीत काफी लोकप्रिय हो रहा है। तमिल फिल्म थ्री के लिए इसे गाया है गायक धनुष ने और लिखा भी उन्होंने ही है। इसे संगीत से सजाया है अनिरुद्ध रविचन्द्रन ने। 

हमारी दिल्ली में अब तक कितनी फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है? कुछ नाम बताएं। 
फिल्म एजेंट विनोद की शूटिंग

दिल्ली में सैकड़ों फिल्मों की शूटिंग हुई होगी। अब दिल्ली दूर नहीं से लेकर रंग दे बसंती। अग्निसाक्षी, बेवफा, चलो दिल्ली, दिल्ली-6, ओए लक्की, लक्की ओए, पा, तेरे नाम, सलामे इश्क, नो वन किल्ड जेसिका जैसी तमाम फिल्मों के नाम इसमें शामिल हैं।

इंडिया गेट पर जहाँ अब अमर जवान ज्योति है, क्या पहले कभी वहाँ से ट्रैफिक गुजरता था?-रूपेश 
फोटो साभार

इंडिया गेट 1931 में बना था। उसके पहले इधर से होकर एक रेलवे लाइन गुजरती थी जो आगरा वाली लाइन को पुरानी दिल्ली स्टेशन से जोड़ती थी।  लुट्यन्स दिल्ली यानी नई दिल्ली के निर्माण के सिलसिले में वह लाइल हटाकर यमुना के किनारे की ओर ले जाई गई और 1924 में चालू हो गई। 1926 में एक नया स्टेशन भी बना जो आज नई दिल्ली स्टेशन कहा जाता है। 


बहरहाल शुरू में इंडिया गेट के आसपास और उसके नीचे से भी ट्रैफिक चलता था। अमर जवान ज्योति 1971 से शुरू की गई है। उसके बाद इस इलाके को घेर लिया गया है।

एफडीआई रिटेल के निगेटिव और पॉजिटिव के बारे में बताएं।–गुरुप्रसाद
रिटेल कारोबार का मतलब है खुदरा चीजों का कारोबार। पिछले कुछ साल से हमारे देश में बड़े स्टोर और मॉल खुल रहे हैं। हाल में सरकार ने इन स्टोरों के कारोबार में 51 फीसदी तक विदेशी पूँजी निवेश की अनुमति देने का फैसला किया है। मोटे तौर पर इसके पक्ष में यह कहा जा रहा है कि ये स्टोर बड़े स्तर पर माल खरीद कर सीधे बेचेंगे इसलिए बिचौलियों का मार्जिन कम हो जाएगा। इससे उपभोक्ता को माल सस्ता मिलेगा। इसके अलावा किसानों को उनके माल की वाजिब कीमत मिलेगी। पैसा आने पर नए कोल्ड स्टोरेज, सड़कें और परिवहन की सुविधाएं बढ़ेंगी, जिससे फल और सब्जी खराब नहीं होंगे। लोगों को रोजगार मिलेगा। इसका नकारात्मक पहलू यह है कि बड़ी विदेशी कम्पनियों के आने से देश के छोटे व्यापारियों का काम प्रभावित होगा। ये कम्पनियाँ शुरू में आकर्षक लगेंगी, पर जब इनकी मोनोपली हो जाएगी तो अपनी शर्तों पर कीमतें तय करेंगी।

वॉलमार्ट क्या है और यह कहाँ से शुरू हुआ?-अमनदीप  
                                                                                
                                         

वॉलमार्ट अमेरिका की रिटेल चेन है जो दुनिया की सबसे बड़ी रिटेल कम्पनी है। सन 1962 में सैम वॉल्टन ने इसकी शुरूआत की थी। सन 1969 में यह पब्लिक कम्पनी के रूप में संगठित की गई। 15 देशों में 55 अलग-अलग नामों से इसके करीब 9000 स्टोर हैं।

पिछले दिनों वॉल स्ट्रीट पर कब्जा करो आंदोलन चला था। इसका क्या मकसद था?-सुभाष
ऑक्यूपाई वॉल स्ट्रीट आंदोलन लगभग ढाई महीने पहले 17 सितम्बर 2011 को अमेरिका में न्यूयॉर्क के ज़कोटी पार्क से शुरू हुआ। यह इलाका न्यूयॉर्क की मशहूर वॉल स्ट्रीट में पड़ता है जहाँ देश के मशहूर शेयर बाजार और अन्य बड़ी वित्तीय संस्थाएं हैं। पिछले तीन साल से अमेरिका में आर्थिक संकट चल रहा है। जनता का यह आंदोलन राजनेताओं और कॉरपोरेट जगत के खिलाफ है।

सुपर हीरो वाली फिल्म रा-वन के फ्लॉप होने के क्या कारण थे?-अमरीष
यह फिल्म सफल है या विफल इसे लेकर दो तरह की राय है। पर इतना साफ है कि जैसा इसका प्रचार हुआ उतनी सफल यह फिल्म नहीं है। इसकी तमाम वजहों में से एक यह भी है कि साइंस-फिक्शन फिल्मों का हमारा इतिहास बहुत अच्छा नहीं है। तकनीकी दृष्टि से यह फिल्म अच्छी है, पर हमारा दर्शक अभी कम्प्यूटर गेम्स से ही पूरी तरह नहीं जुड़ा है।

गुरद्वारों में लंगर क्यों खिलाया जाता है?-अमरदीप
लंगर की प्रथा प्रथम सिख गुरु गुरनानक देव जी के समय से चली आ रही है। यह निःशुल्क भोजन सबके लिए है इसमें सब बराबर बैठकर खाते हैं किसी किस्म की ऊँच-नीच इसमें बरता नहीं जाता। इसमें शामिल होने के लिए किसी भी धर्म या सम्प्रदाय का व्यक्ति आ सकता है।

हमारे देश में चाय किन-किन जगहों पर उगाई जाती है? सबसे अच्छी चाय किस जगह की है? कौन सी है?-मिथलेश
ऐसा कहा जाता है कि हनुमान जी जिस संजीवनी बूटी को लाए थे वह यह टी यानी चाय ही थी। पर भारत में चाय के बागान अंग्रेजों के आने के बाद ही लगे। आज भारत दुनिया के सबसे बड़े चाय उत्पादकों में है और चाय इस देश का सबसे लोकप्रिय पेय है। हमारे यहाँ असम और दार्जीलिंग की पहाड़ियों के अलावा दक्षिण भारत में नीलगिरि की पहाड़ियों और उत्तराखंड में कौसानी और वेणीनाग में भी चाय बागान हैं। सबसे अच्छी चाय ग्रीन लीफ होती है, जो दार्लिंग और नीलगिरि की पहाड़ियों में उगाई जाती है। यह कई ब्रांड नामों से मिलती है।

उस्ताद सुलतान खां का हाल में निधन हुआ। उन्होंने किन-किन फिल्मों में सारंगी बजाई?-रेहाना 



उस्ताद सुलतान खां ने बैकग्राउंड म्यूजिक में तो तमाम फिल्मों में काम किया, पर कई फिल्मी गीतों में उन्हें अलग से पहचाना जा सकता है। जब वी मैट के गीत आओ मीलो चलो और फिल्म मकबूल के गीतों में उन्हें अलग से सुना जा सकता है। फिल्म हम दिल दे चुके सनम के गीत अलबेला सजन आयो रे में कविता कृष्णमूर्ति और शंकर महादेवन के साथ उन्होंने भी गाया था। तमिल फिल्म योगी में भी उन्होंने सारंगी बजाई थी। उनका अल्बम पिया बसंती भी काफी लोकप्रिय हुआ।

क्या फिल्मी गीत शुद्ध रागों पर आधारित होते हैं? या मिश्रित रागों पर? ऐसे कुछ गीतों की जानकारी दें।-भारत
सभी गीत रागों पर आधारित नहीं होते। फिल्मी गीत लोक संगीत, पश्चिमी संगीत और भारतीय शास्त्रीय संगीत किसी पर भी आधारित हो सकते हैं। फिल्म बैजू बावरा का गीत मन तड़पत हरि दर्शन को आज राग मालकौंस पर आधारित था। बावर्ची का भोर आई गया अंधियारा राग अलहिया बिलावल, फिल्म आज़ाद का राधा ना बोले, ना बोले ना बोले रे राग बागेश्री, भाभी की चूड़ियाँ का ज्योति कलश छलके राग भोपाली, फिल्म सीमा का गीत तू प्यार का सागर है राग दरवारी कान्हड़ा पर आधारित था। ऐसे सैकड़ों गीत और हैं।

फिल्मों में केमियो रोल किसे कहते हैं?-सुजीत
केमियो रोल किसी महत्वपूर्ण व्यक्ति या कलाकार का एकदम छोटी भूमिका में आना है। कई बार संवाद भी नहीं बोला जाता। जैसे लालू प्रसाद यादव फिल्म पद्मश्री लालू प्रसाद यादव में दिखाई पड़े थे। ऐसी ही एक भूमिका दीपिका पादुकोण ने फिल्म बिल्लू में की थी। किशोर साहू ने फिल्म गाइड में प्रीटी जिंटा ने फिल्म दिल से में की। शोले में आसरानी और फिल्म आनन्द में जॉनी वॉकर के केमियो रोल हमेशा याद रहेंगे।

एफएम गोल्ड के कार्यक्रम बारिश सवालों की में शामिल

Tuesday, December 6, 2011

चीटियाँ क्या सोती नहीं?

ऐसा सुना जाता है कि चींटियाँ सोती नहीं। क्यों नहीं सोतीं? क्या वे सारी रात जागती हैं? अगर जागती हैं तो सोती कब हैं? 

ऐसा माना जाता था कि चीटियाँ सोती नहीं। पर वैज्ञानिक रिसर्च से पता लगा है कि उनके सोने का ढंग अलग। जुलाई 2009 में The Journal of Insect Behaviour में Deby L. Cassill, Skye Brown, Devon Swick and George Yanev published an article entitled 'Polyphasic Wake/Sleep Episodes in the Fire Ant, Solenopsis Invicta'. इसके अनुसार कम से कम चीटियों की एक प्रजाति फायर एंट जरीर सोती है। इनमें श्रमिक चीटियाँ 24 घंटे में करीब साढ़े चार घंटे और रानी चीटियाँ करीब साढ़े नौ घंटे सोती हैं। आमतौर पर चीटियाँ काम करते-करते क से डेढ़ मिनट की झपकी लेती हैं। इस तरह वे चौबीस घंटे में दो सवा दो सौ बार सोती हैं। आप उन्हें गौर से देखें तो वे एक जगह थोड़ी देर के लिए ठहर जाती हैं। यही उनकी झपकी या नैप है।




आसमान क्या है? कितना बड़ा है? यह ठोस है, तरल है या गैस है?-समीर, द्वारका, दिल्ली

आप जिसे आसमान कह रहे हैं वह बाहरी अंतरिक्ष का एक हिस्सा है। धरती से दिन में यह नीले रंग का नजर आता है। इसकी वजह है हमारा वातावरण जिससे टकराकर सूरज की किरणों का नीला रंग फैल जाता है। पर यह आसमान धरती से देखने पर ही नीला लगता है। किसी अन्य ग्रह से देखने पर ऐसा ही नहीं दीखेगा, बल्कि आमतौर पर काला दीखेगा। यह ठोस नहीं है, पर इसमें ठोस, तरल और गैसीय पदार्थ प्रचुर मात्रा में मौजूद हैं। यह अनंत है। दुनिया के बड़े से बड़े टेलिस्कोप से भी आप इसका बहुत छोटा हिस्सा देख पाएंगे।

 चूहे की उम्र कितनी होती है?

चूहों की तमाम किस्में होती हैं। काले चूहे, भूरे चूहे, सफेद चूहे। जंगली चूहे। छछूंदर और नेवले भी चूहों की प्रजाति हैं। बहरहाल इंसान के साथ रहने वाले घरेलू चूहों की उम्र आमतौर पर साल भर करीब होती है।

तितली कितनी ऊँचाई तक उड़ सकती है?                                                                                                      कुछ ग्लायडर पायलटों ने गयारह हजार फुट की ऊँचाई तक तितलियों को देखा है। तितलियों की मोनार्क  प्रजाति सैकड़ों किलोमीटर तक की यात्रा करके एक जगह से दूसरी जगह तक जाती हैं। 

कछुए के दांत होते हैं या नहीं? नहीं तो क्यों नहीं होते? 
कछुए के दांत तो नहीं होते, पर मुँह में तीखे सींग जैसे होते हैं, जिनसे वे भोजन काटते चबाते हैं।

गुलाब जामुन में कौन सा विटामिन होता है? ए बी या सी?-मनोहर लाल गांधी, गाज़ियाबाद 

आपका आशय मिठाई वाली गुलाब जामुन से नहीं है। बहरहाल जामुन भारतीय भूखंड का फल है जो बाद में सारी दुनिया में गया। मूलतः यह विटामिन ए और सी का महत्वपूर्ण स्रोत है। इसमें विटामिन बी1, बी2,बी3,बी5 और बी6 भी होते हैं। इनके अलावा इसमें कैलिशियम, आयरन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस,पोटेशियम और सोडियम भी होते हैं। आयुर्वेद, यूनानी और चीनी चिकित्सा पद्धतियों में डायबिटीज़ और पेट के रोगों के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है।


twitpic में एक तस्वीर देखी न्यू ओरलेंस में कब्रें ज़मीन से ऊपर बनी होती हैं क्योंकि कहते हैं वहां ऊंचाई समुद्र तल से नीचे है| ऐसा क्यों है? और ऐसे कौन-कौन से स्थान हैं पृथ्वी पर जो समुद्र तल से नीचे हैं? वहां बारिश का पानी आ जाए तो वो कहीं बह भी सकता है या सिर्फ evaporate हो पायेगा?-प्रवीण कवि ने फेसबुक में पूछा है।
आप समुद्र के आसपास के इलाके को ध्यान में रखकर यह बात कह रहे हैं। दुनिया में तमाम जगहें समुद्र की सतह से नीचे हैं। इस्रायल और जॉर्डन की सीमा पर डैड सी सागर तल से 418 मीटर नीचे है।

आप जमीन पर पानी बढ़ने की ही बात क्यों सोचते हैं। लगातार बर्फ पिघलने से सागर की सतह भी बढ़ रही है। इससे तमाम द्वीप डूब रहे हैं। हमारा पड़ोसी देश मालदीव भी डूबने के खतरे में है।

हार्ड वॉटर को सॉफ्ट में कैसे बदलते हैं? नवीन खोला, सादातनगर
सबसे आसान तरीका पानी को उबाल कर डिस्टिलेशन का है। पर वह रोजमर्रा के लिहाज से महंगा होगा। आमतौर पर हम रिवर्स ऑस्मोसिस के जरिए पानी को पीने लायक बनाते हैं, जिसे छोटे नाम आरओ से ज्यादा पहचाना जाता है। इसमें एक मेम्ब्रेन या झिल्ली के मार्फत पानी के हार्ड तत्व को अलग किया जाता है। दुनिया का सबसे बड़ा डिसेलिनेशन संयंत्र संयुक्त अरब अमीरात में जेबेल अली संयंत्र (चरण 2) है। यह एक दोहरे उद्देश्य वाली इकाई है जो मल्टी स्टेज फ़्लैश आसवन का प्रयोग करती है और प्रति वर्ष 30 करोड़ घन मीटर पानी का उत्पादन करने में सक्षम है।

एफएम गोल्ड के कार्यक्रम बारिश सवालों की में प्रसारित

Saturday, November 12, 2011

सबसे सस्ता पेट्रोल कहाँ मिलता है?

सबसे सस्ता पेट्रोल किन देशों में मिलता है?-संजय 

किसी पर्यटक ने यह तस्वीर खींची है जिसमें 2.53 बोलीवार में 26.13 लिटर पेट्रोल की कीमत नज़र आती है। 2.53 बोलीवार यूरो के बीस सेंट यानी भारत के करीब 18 रु। 

मेरी जानकारी में सबसे सस्ता पेट्रोल वेनेज़ुएला में मिलता है जहाँ इसकी कीमत एक रुपया प्रति लिटर से भी कम है।  है। यह राशि मोटा अनुमान है क्योंकि मुद्रा-मूल्य के आधार पर एकदम सही अनुमान लगाना कठिन होता है। बहरहाल यह कीमत 1998 से चल रही है। वेनेज़ुएला तेल निर्यातक देश है और अपने नागरिकों को इसपर सब्सिडी देता है। सउदी अरब में यह 7 रु, तुर्कमेनिस्तान में 12 रु, यूएई में 24 रु और अमेरिका में करीब 50 रु यानी के डॉलर के आसपास है। यूरोप में यह महंगा है इंग्लैंड में इसकी कीमत तकरीबन 110 रु प्रति लिटर है और जापान में तकरीबन 90 रु। जहाँ महंगा है वहाँ इसकी कीमत टैक्स के कारण है।

एफ1 रेसिंग की शुरुआत कैसे और कब हुई?-मनजीत सिह 



इसे फॉर्मूला वन विश्व प्रतियोगिता कहते हैं। यह एक सीट की ऑटो रेस है, जिसे विश्व ऑटोमोबाइल संघ की स्वीकृति प्राप्त है। फॉर्मूला-1 कहने की वजह नियमों का वह सैट है जिसे यह नाम दिया गया है। वैसे तो इस प्रकार की कार रेस 1920 और 30 के दशक में भी होती थीं। दूसरे विश्वयुद्ध के पहले इन नियमों के तहत एक विश्व प्रतियोगिता शुरू कराने की बात चली थी। पर युद्ध के कारण बात रुक गई। विश्व युद्ध खत्म होने के बाद 1946 में पहली गैर-चैम्पियनशिप रेस हुई। पहली विश्व चैम्पियनशिप रेस 1950 में ब्रिटेन के सिल्वरस्टोन में हुई। 

शास्त्रीय नृत्य सीखने के लिए लिए दिल्ली में सबसे अच्छा इंस्टीट्यूट कौन सा है?-मीना
पहले आपको तय करना है कि किस पद्धति के डांस में आपकी दिलचस्पी है। दिल्ली में अनेक अच्छे विद्यालय हैं। मैं कुछ के नाम बताता हूँ। श्रीराम भारतीय कला केन्द्र, कथक केन्द्र, सोनल मान सिंह का सेंटर फॉर इंडियन क्लैसिकल डांस, सरोजा वैद्यनाथन का गणेश नाट्यालय, मैरी इलंगोवन का परम्परा, गंधर्व महाविद्यालय, यामिनी कृष्णमूर्ति का स्कूल ऑफ डांस, लीला सैमसन का स्पंद, गीता चन्द्रन का नाट्यवृक्ष, कुचिपुडी डांस एकेडमी, मणिपुरी फाइन आर्ट्स सेंटर वगैरह।

इस देश की आबादी तेजी से बढ़ रही है। इसी तरह से बढ़ती रही तो हम कहाँ रहेंगे, क्या खाएंगे?-एमएल गांधी
आबादी इसी गति से नहीं बढ़ेगी। एक समय आएगा, जब इसकी वृद्धि थम जाएगी। जब एक माँ और एक पिता की दो संतानें होंगी तो वृद्धि दर अपने आप रुक जाएगी। आबादी बढ़ने का एक कारण अज्ञान है। शिक्षा-प्रसार के साथ-साथ यह अज्ञान खत्म हो जाएगा।

क्या भविष्य में उड़ने वाली कुर्सियाँ बनेगी, जिनमें बैठकर हम एक जगह से दूसरी जगह पर जा सकेंगे?-शकेन 





ऐसा आज भी सम्भव है। जापानी इंजीनियरों ने हूवरक्राफ्ट की शैली में कुर्सी बनाई है जो हवा के कुशन पर चलती है। यानी यह ज़मीन पर चल सकती है और पानी की सतह पर भी।  साथ ही यह सिंगल सीट हेलीकॉप्टर तकरीबन हवाई कुर्सी जैसा ही है। भविष्य में इससे बेहतर तरीके ईज़ाद होंगे। 

हमारी धरती किस चीज़ पर रुकी हुई है?-अमित
किसी चीज़ पर रुकी नहीं है। अपनी गुरुत्व शक्ति के सहारे अंतरिक्ष में लगातार घूम रही है और एक यात्रापथ पर चल रही है।

एक ओंकार सतनाम-इस मंत्र का क्या अर्थ है?
ओंकार शब्द ब्रह्म, ईश्वर, अल्लाह या गॉड का वाचक शब्द है। इस मंत्र का अर्थ है सृष्टि का रचेता एक ईश्वर। यह नाम ही सत्य है। One Universal Creator God. The Name Is Truth. गुरु नानक देव की शिक्षा का यह मूल मंत्र है।

हम सिर ऊपर करके धरती से चन्द्रमा को देखते हैं। चन्द्रमा से धरती क्या नीचे दीखेगी?-मोहन
मोहन जी आपकी मजबूरी है कि आप आसमान में ही कुछ देख सकते हैं। जिसे आप धरती के नीचे मानते हैं, वहाँ कुछ हो भी तो क्या आप देख पाएंगे। ऐसा ही चन्द्रमा पर होगा। दरअसल ऊपर नीचे कुछ नहीं है। सबकुछ गतिमान है। जब जो चीज़ घूमकर हमारे सामने के आसमान पर आ जाती है तभी आप उसे देख पाते हैं।

वीज़ा का पूरा नाम क्या क्या है?-आरुषि चिदम्बरम
Visa International Service Association (Visa)

आँवला खाने से क्या फायदा है? एक दिन में कितने कच्चे आँवले खा सकते हैं? 


आँवला विटामिन 'सी' का सर्वोत्तम और प्राकृतिक स्रोत है। इसमें विद्यमान विटामिन 'सी' नष्ट नहीं होता। आँवला पाण्डु, रक्तपित्त, अरुचि, त्रिदोष, दमा, खाँसी, श्वास रोग, कब्ज, क्षय, छाती के रोग, हृदय रोग आदि अनेक रोगों को नष्ट करने की शक्ति रखता है। चर्बी घटाकर मोटापा दूर करता है। सिर के बालों को काले, लम्बे व घने रखता है। विटामिन सी ऐसा नाजुक तत्व होता है जो गर्मी के प्रभाव से नष्ट हो जाता है, लेकिन आँवले में विद्यमान विटामिन सी कभी नष्ट नहीं होता। एक या दो आँवले रोज खाना काफी है।

12/12/12 को दुनिया खत्म होगी? कैलेंडर में उसके आगे की तारीख न दीखना क्या है?-कुलवंत कौर 
पहले यह देखें कि यह क्यों मान लिया गया कि 21 दिसम्बर 2012 को दुनिया खत्म हो जाएगी। मध्य अमेरिका में यूरोपीय लोगों के आने के पहले मेसोअमेरिकन लांग काउंट कैलेंडर प्रचलित था। इस कैलेंडर में 7200 दिन का एक एक कातुन और 1 लाख 44 हजार दिन का एक बक्तुन होता है। प्राचीन माया सभ्यता के अवशेषों में ऐसा कैलेंडर पत्थरों में खुदा मिलता है। इन शिला लेखों में केवल 13वें बक्तुन तक की तारीखें दर्ज हैं। 13वाँ बक्तुन 21 दिसम्बर 2012 को खत्म होगा। इसलिए यह धारणा पैदा कर ली गई कि उसके बाद दुनिया नहीं रहेगी। मेरे विचार से यह सब बात गलत है। इसे इस तरीके से क्यों न देखें कि इस कैलेंडर में चौदहवां बक्तुन और एक बेहतर दौर शुरू होगा। 

एफएम गोल्ड के कार्यक्रम बारिश सवालों की में शामिल

Saturday, November 5, 2011

धरती का वजन कितना है?

पृथ्वी का वजन कितना है?-राज 


धरती की अनुमानित संहिता है 5.98X1024। मैं नहीं बता पाऊँगा कि इसे कुल कितने किलों में बदलेंगे। हाँ इतना बताया जा सकता है कि धरती पर 32 प्रतिशत लोहा, 30 प्रतिशत ऑक्सीजन, 15 प्रतिशत सिलिकॉन, 14 प्रतिशत मैगनीशियम, 3 प्रतिशत सल्फर, 2 प्रतिशत निकेल, 1.5 प्रतिशत कैल्शियम. 1.4 प्रतिशत अल्युमिनियम और बाकी 1.1 प्रतिशत कुछ और तत्व हैं।

भारत का पहला बैंक कौन सा है?-तनु, मध्य प्रदेश 


अठारहवीं सदी के अंतिम दशक में देश के पहले बैंक खुले थे। इनके नाम थे जनरल बैंक ऑफ इंडिया
जो 1786 में खुला और दूसरा बैंक था बैंक ऑफ हिन्दुस्तान जो 1790 में शुरू हुआ। यो दोनों बैंक बंद हो गए। देश के सक्रिय बैंकों में सबसे पुराना बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया है, जो जून 1806 में बैंक ऑफ कैलकटा के नाम से शुरू हुआ। इसका नाम बाद में बैंक ऑफ बेंगाल हो गया। उस वक्त देश में इसके अलावा दो प्रेसीडेंसी बैंक और खुले बैंक ऑफ बॉम्बे और बैंक ऑफ मद्रास। सन 1921 में तीनों बैंकों को मिलाकर इम्पीरियल बैंक ऑफ इंडिया बनाया गया। भारत के स्वतंत्र होने पर इसका नाम हुआ स्टेट बैंक ऑफ इंडिया।

Friday, October 28, 2011

काँटे-चम्मच से खाने की शुरूआत कब और सबसे पहले कहाँ हुई थी?


काँटे-चम्मच से खाने की शुरूआत कब और सबसे पहले कहाँ हुई थी?
-मीरा
काँटे और चाकू का इस्तेमाल हथियार या शिकार के लिए पहले हुआ होगा। इंसान ने शुरू में खाना अपने हाथ से ही शुरू किया था। यों पुराने यूनान में फॉर्क खाने की मेज पर आ गया था। मांसाहारी समाजों में गोश्त को तश्तरी पर रोके रहने और उसे चाकू से काटने के लिए इनकी मदद ली जाती थी। शुरूआती फॉर्क दो काँटे के होते थे। त्रिशूल के इस्तेमाल को देखते हुए ये तीन काँटे के हो गए। इनके साथ चम्मच भी होती है जो पत्थर युग में ईज़ाद कर ली गई थी। इंसान ने सीपियों को शुरू में चम्मच की तरह इस्तेमाल किया। बाद में लकड़ी से चम्मचें बनाईं। खाने को मुँह तक ले जाने के लिए चीनियों ने चॉपस्टिक का इस्तेमाल किया।

चाँद सिर्फ पन्द्रह दिन ही क्यों नज़र आता है?

ऐसा कहना गलत है कि चाँद सिर्फ 15 दिन नज़र आता है। चाँद महीने में एक दिन अपने पूरे आकार में और एक दिन पूरी तरह बेनज़र होता है। पूर्णिमा के बाद चन्द्रमा का आकार छोटा होता जाता है और अमावस्या के रोज़ वह दिखाई नहीं पड़ता। उसके बाद वह फिर से दिखाई पड़ना शुरू होता है और अगली पूर्णिमा के रोज़ पूरा दिखाई पड़ता है। औसतन चन्द्रमा का महीना 29 दिन, 12 घंटे और 44 मिनट का होता है। पर चन्द्रमा के सभी महीने एक बराबर नहीं होते।

Thursday, October 27, 2011

आतिशबाजी का आविष्कार किस देश में हुआ?


आतिशबाजी का आविष्कार किस देश में हुआ? 

आतिशबाजी का विकास सातवीं सदी के चीन में हुआ। चीन में पायरोटेक्नीक या आतिशबाजी को कला की शक्ल दी गई। दरअसल बारूद के आविष्कार के बाद उसका इस्तेमाल युद्धों में ही होता था। पर चीनी कारीगरों ने उसे मनोरंजक बना दिया। अग्निवाण और रॉकेट चीन में खोजे गए। आतिशबाजी का अपना रसायन शास्त्र है। अलग-अलग रंगों की रोशनी और चमक पैदा करने के लिए जिन पदार्थों का इस्तेमाल किया जाता है उसे आधुनिक विज्ञान ने और रोचक बना दिया है। पायरोटेक्नॉलजी और पायरोसाइंस अपने आप में विषय हैं। भारत में हम दीपावली या खास मौकों पर आतिशबाजी देखते हैं। इनमें चर्खी, अनार, लड़ी, बम, रॉकेट, सीटी, सुर्री, मेहताब और फुलझड़ी जैसी चीजें होती हैं। पश्चिमी देशों में आतिशबाजी का बड़े स्तर पर प्रदर्शन होता है। इसी तरह दुनिया में आतिशबाजी के समारोह होते हैं। सन 2005 से वर्ल्ड पायरो ओलिम्पिक होने लगे हैं, जिनमें दुनिया भर के आतिशबाज अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं। ये पायरो ओलिम्पिक मनीला, फिलीपाइंस में होते हैं। इसी तरह मांट्रियल, कनाडा का वार्षिक फायरवर्क्स फेस्टिवल है।

Sunday, October 23, 2011

साबूदाना क्या चीज़ है?


साबुतदाना वैज है या नॉन वैज? 


–राघवेन्द्र 
इसे साबूदाना (सैगो पर्ल्स) कहते  हैं। यह पूरी तरह शाकाहार है। साबूदाना छोटे-छोटे मोती की तरह सफ़ेद और गोल होता है। यह सैगो पाम नामक पेड़ के तने के गूदे से निर्मित स्टार्च है। सैगो, ताड़ की तरह का एक पौधा होता है।  मलय द्वीपसमूह के न्यूगिनी क्षेत्र में यह मुख्य भोजन है और आटे के रूप में भी मिलता है। भारत में साबूदाने का उत्पादन सबसे पहले तमिलनाडु के सेलम में हुआ था। इसमें टैपियोका की जड़ों को कुचल कर उसके तरल  को छानकर उबालते और गाढ़ा करते  हैं। फिर इस लेई जैसे गाढ़े पदार्थ को छन्ने से छानकर उसकी बूँदी की तरह छोटी छोटी गोलियां बनाकर सेंक लेते हैं। साबूदाना में कार्बोहाइड्रेट की प्रमुखता होती है और इसमें कुछ मात्रा में कैल्शियम व विटामिन सी भी होता है। पकने के बाद यह हल्का पारदर्शी, नर्म और स्पंजी हो जाता है। भारत में इससे पापड़, खीर और खिचड़ी बनाते हैं। सूप और अन्य चीज़ों को गाढ़ा करने के लिए भी इसका उपयोग होता है। आरारोट भी इसी तरह का एक उत्पाद है । 


जीवन का क्या उद्देश्य है? -
सुरेन्द्र
मनुष्य जीवन का उद्देश्य है जीवन को उद्देश्यपूर्ण बनाना। अभी तक प्राप्त जानकारी के अनुसार सिर्फ इनसान की खासियत है कि वह न सिर्फ परिस्थितियों के अनुसार खुद को बदलता है, बल्कि परिस्थितियों को अपने अनुसार ढाल लेता है। उसकी यह सामर्थ्य तमाम समस्याओं का समाधान देती है, वहीं अपने आप में समस्या भी है। हम इस रंगमंच में कठपुतली की तरह किसी दूसरे की डोरी पर नाचते रह सकते हैं। और चाहें तो अपने प्रयत्न से कुछ नया भी कर सकते हैं। कुछ लोग समूचे समाज की बेहतरी सोचते हैं और कुछ सिर्फ अपनी। अपने उद्देश्यों को परिभाषित करके अपनी भूमिका निभाकर चले जाना भी जीवन एक उद्देश्य है।

Friday, October 21, 2011

बॉलीवुड की फिल्में आमतौर पर शुक्रवार को ही रिलीज़ क्यों होती हैं?

बॉलीवुड की फिल्में आमतौर पर शुक्रवार को ही रिलीज़ क्यों होती हैं? 
सौरभ सुतार, जोधपुर, sourabh.rckstar@gmail.com


शुक्रवार को फिल्में रिलीज़ करने की परम्परा हॉलीवुड से आई है। अमेरिका में हफ्ते में काम करने का आखिरी दिन शुक्रवार होता है। उसी दिन साप्ताहिक वेतन मिलता है। दो दिन के वीकेंड का लुत्फ लेने का एक तरीका फिल्में देखना भी हैं। शनिवार और इतवार को अच्छी कमाई हो जाती है। यों भारत में हर जगह शुक्रवार को ही फिल्में रिलीज़ नहीं होतीं। मेरी जानकारी में लखनऊ में नई फिल्म गुरुवार को लगती है।

जुगनू के चमकने का क्या राज है?

जुगनू के चमकने का क्या राज है?


जुगनू एक प्रकार का उड़ने वाला कीड़ा है, जिसके पेट में रासायनिक क्रिया से रोशनी पैदा होती है। इसे बायोल्युमिनेसेंस कहते हैं। यह कोल्ड लाइट कही जाती है इसमें इंफ्रा रेड और अल्ट्रा वॉयलेट देनों फ्रीक्वेंसी नहीं होतीं। 

भारत के राष्ट्रपति को महामहिम क्यों कहा जाता है?
दिवाकर, गुड़गाँव

यह सम्मानसूचक शब्द है। राष्ट्रपति राज्यपालों, न्यायाधीशों तथा इसी प्रकार के दूसरे संवैधानिक पदों के साथ इसे लगाते हैं। अंग्रेजी में ऑनरेबल शब्द का इस्तेमाल इसके समानांतर होता है। अक्सर दूसरे देशों के राजदूतों के लिए भी इसका इस्तेमाल होता है।

Saturday, October 1, 2011

रामैया वस्तावैया का क्या अर्थ है?


रामैया वस्तावैया का क्या अर्थ है?
सुनीता



इस गीत का वीडियो देखें


रामैया वस्तावैया का मतलब है राम या रामैया, क्या तुम आ रहे हो? तेलगू के इन शब्दों का इस्तेमाल शैलेन्द्र और शंकर-जयकिशन ने किया और श्री 420 के मार्फत एक यादगार गीत बना दिया। कहते हैं कि कभी शैलेन्द्र ने अपनी हैदराबाद यात्रा के दौरान ये पंक्तियाँ सुनी थीं। उन्हें ये भा गईं और मौका लगने पर इन्हें इस गीत में पिरो दिया।

एक साल में कितने नवरात्र होते हैं?
नीलम दुबे

साल में चार नवरात्र होते हैं। इनमें दो मुख्य नवरात्र- चैत्र शुक्ल और अश्विनी शुक्ल में आते हैं और दो गुप्त नवरात्र आषाढ़ शुक्ल और माघ शुक्ल में होते हैं। इनका क्रम इस तरह होता है- पहला मुख्य नवरात्र चैत्र शुक्ल में, फिर गुप्त नवरात्र। दूसरा मुख्य नवरात्र अश्विन शुक्ल में फिर गुप्त नवरात्र। इन्हें वासंतिक और शारदीय नवरात्रि भी कहते हैं।यह शक्ति की उपासना का पर्व है। नवरात्र प्रतिपदा से नवमी तक निश्चित नौ तिथि, नौ नक्षत्र, नौ शक्तियों की नवधा भक्ति के साथ मनाया जाता है। वैज्ञानिक दृष्टि से देखें, तो चारों नवरात्रों का संबंध ऋतु परिवर्तन से है।

Wednesday, September 28, 2011

सिकंदर को महान क्यों कहते हैं?


सिकन्दर को महान क्यों कहा गया?
सुनील कुमार, मुज़फ्फरनगर


सिकन्दर यूनानी प्रायद्वीप के छोटे से देश मकदूनिया का राजा था। उसका जन्म 356 ईपू हुआ था। वह प्रसिद्ध विचारक सुकरात का शिष्य था। युरोप से शुरू करके एशिया माइनर, फारस, मिस्र और फिर भारत तक लड़ाइयाँ जीतकर वह एक अर्थ में पहला विश्व विजेता था। वह बेहद महत्वाकांक्षी था और दुनिया के अंत तक पहुँचना चाहता था। उसे महान बनाने वाली दो-तीन बातें हैं। एक, वह अपने सैनिकों के आगे खुद रहकर लड़ाई लड़ता था। दूसरे, जिस राज्य पर विजय पाता था, कोशिश करके उसे ही अपना राज-पाट चलाने देता था, सिर्फ अपनी अधीनता स्वीकार कराता था। उसका युद्ध कौशल आज भी दुनियाभर की सेनाओं के कोर्स में शामिल है। सबसे बड़ी बात यह कि वह 33 साल की उम्र में दुनिया से विदा हो गया। इतनी कम उम्र में इतनी उपलब्धियों के साथ।

Thursday, September 22, 2011

जेट लैग क्या है?

जेट लैग क्या है? 
प्रेम जी 
premdhamu.bkn@gmail.com>





जेट लैग एक मनो-शारीरिक दशा है, जो शरीर के सर्केडियन रिद्म में बदलाव आने के कारण पैदा होती है। इसे सर्केडियन रिद्म स्लीप डिसॉर्डर भी कहते हैं। इसका कारण लम्बी दूरी की हवाई यात्रा खासतौर से पूर्व से पश्चिम या पश्चिम से पूर्व एक टाइम ज़ोन से दूसरे टाइम ज़ोन की यात्रा होती है। अक्सर शुरुआत में नाइट शिफ्ट पर काम करने आए लोगों के साथ भी ऐसा होता है। आपका सामान्य जीवन एक खास समय के साथ जुड़ा होता है। जब उसमें मूलभूत बदलाव होता है तो शरीर कुछ समय के लिए सामंजस्य नहीं बैठा पाता। अक्सर दो-एक दिन में स्थिति सामान्य हो जाती है। इसमें सिर दर्द, चक्कर आना, उनींदा रहना, थकान जैसी स्थितियाँ पैदा हो जाती है।

प्याज़ काटते वक्त आँखों में आँसू क्यों आते हैं?


जब हम प्याज़ काटते हैं तो आँखों में जलन क्यों होती है?
MAHJABI from BIJNOR


जब आप प्याज़ को काटते हैं तो उसके अंदर के कई सैल कटते हैं, जिनमें मिला अमीनो एसिड सल्फॉक्साइड और सल्फेनिक एसिड मिलकर प्रोपैनथियॉल एस-ऑक्साइड बनाते हैं। सल्फर के इस कम्पाउंड की तीखी भाप हमारी आँखों में जलन पैदा करती है। आँख की प्रकृति है कि उसमें कोई बाहरी तत्व आता है तो वह आँसू निकाल कर उसे धोने की कोशिश करती है।

Friday, September 16, 2011

च्यूइंग गम खाने पर पाबंदी किस देश में है?


च्यूइंग गम खाना किस देश में मना है?
विजय




सिंगापुर में 1992 से चयूइंग गम खाने और बेचने पर पाबंदी है। । इस कानून में 2004 और 2010 में कुछ मामूली बदलाव हुए हैं। सिडनी के हवाई अड्डे में च्यूइंग गम की बिक्री पर रोक है। अमेरिका के फ्लोरिडा हवाई अड्डे में भी इस तरह की रोक थी, जो बाद में हटा ली गई। इस रोक के पीछे वजह है सफाई। च्यूइंग गम का सेवन करने वाले इसका बचा हुआ पदार्थ कु4सियों और मेजों के नीचे चिपका जाते हैं, जिससे गंदगी फैलती है।

Thursday, September 1, 2011

इंसान के नाम रखने का चलन कब से शुरू हुआ?





यह बताना मुश्किल है कि नाम रखने का चलन कब और कहाँ से शुरू हुआ। इतना समझ में आता है कि नाम का रिश्ता पहचान से है। नाम व्यक्ति का ही नहीं वस्तु, वर्ग, समूह, समुदाय, स्थान, जाति, विषय वगैरह-वगैरह के होते हैं। यानी पहली बात पहचान की है। इस पहचान को कोई ध्वनि दी गई। वही नाम है। शुरू में नाम किसी जानवर को दिया गया होगा या किसी फल को या किसी तालाब, नदी या पेड़ को। पेड़ और फल को अलग-अलग पहचानने के लिए ऐसा करना पड़ा होगा। जबतक थोड़े से लोग होंगे नाम की जरूरत नहीं रही होगी, पर जब लोगों की संख्या बढ़ी होगी तब नाम भी बने होंगे। भाषा और लेखन का विकास होने पर इसमें सुधार हुए होंगे। बहरहाल दुनिया की सभी सभ्यताओं में व्यक्तियों के नाम मिलते हैं। यानी मनुष्य का नामकरण प्रागैतिहासिक काल में हो गया था।

Monday, August 29, 2011

स्वीकृत होने के दो महीने बाद लागू क्यों हुआ हमारा संविधान?


यदि भारतीय संविधान 26 नवंबर 1949 को बनकर तैयार हो गयातो इसे दो महीने बाद 26 जनवरी 1950 को ही लागू क्यों किया गया?
सतीश राठौरकोटा



हालांकि संविधान सभा ने 26 नवम्बर 1949 को संविधान के प्रारूप को अंतिम रूप से स्वीकार कर लिया था, पर यह तय किया गया कि इसे 26 जनवरी से लागू किया जाए क्योंकि 26 जनवरी 1930 के लाहौर कांग्रेस-अधिवेशन में पार्टी ने पूर्ण स्वराज का प्रस्ताव पास किया था और अध्यक्ष पं जवाहर लाल नेहरू ने अपने भाषण में इसकी माँग की थी। संविधान के नागरिकता, चुनाव और संसद जैसी व्यवस्थाएं तत्काल लागू हो गईं थीं। राष्ट्रीय संविधान सभा ने ध्वज 22 जुलाई 1947 को ही स्वीकार कर लिया था। और वह 15 अगस्त 1947 से औपचारिक रूप से राष्ट्रीय ध्वज बन चुका था। 

पिनकोड क्या है और इसे क्यों बनाया गया है?



पिनकोड क्या है और इसे क्यों बनाया गया है?



पिनकोड यानी पोस्टल इंडेक्स नम्बर भारतीय डाकव्यवस्था के वितरण के लिए बनाया गया नम्बर है। छह संख्याओं के इस कोड में सबसे पहला नम्बर क्षेत्रीय नम्बर है। पूरे देश को आठ क्षेत्रीय और नवें फंक्शनल जोन में बाँटा गया है। इसमे दूसरा नम्बर उप क्षेत्र का नम्बर है। तीसरा नम्बर सॉर्टिंग डिस्ट्रिक्ट का नम्बर है। अंतिम तीन संख्याएं सम्बद्ध डाकघरों से जुड़ी हैं।

देश के नौ ज़ोन इस प्रकार हैः-

1.दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, चंडीगढ़

2.उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड

3.राजस्थान, गुजरात, दमण और दीव, दादरा और नगर हवेली

4.गोवा, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़

5.आंध्र प्रदेश, कर्नाटक
6.तमिलनाडु, केरल, पुदुच्चेरी, लक्षद्वीप
7.उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, मेघालय, अंडमान और निकोबार
8.बिहार और झारखंड
9.आर्मी पोस्ट ऑफिस (एपीओ) और फील्ड पोस्ट ऑफिस (एफपीओ)

Thursday, August 11, 2011

साँप-सीढ़ी का खेल भारतीय है


साँप-सीढ़ी के खेल की शुरुआत कहाँ हुई?

साँप-सीढ़ी का खेल भारत की ही देन है। पुराने ज़माने में इसे मोक्ष-पातम कहते थे। इसका रिश्ता सद्कर्म और पाप से था। इस खेल को अंग्रेज अपने देश में ले गए और उसे स्नेक एंड लैडर्स नाम दिया। वहाँ से यह अमेरिका गया जहाँ इसे शूट्स एंड लैडर्स नाम दिया गया।


क्या ब्रेन और माइंड अलग-अलग होते हैं?

मस्तिष्क शरीर का एक अंग है और मन एक अवधारणा। दिमाग और हृदय दिल शरीर के दो महत्वपूर्ण अंग हैं। कई बार हम इन्हें मन के केन्द्र मान लेते हैं। मन हमारी मनोदशा है, जो पूरे शरीर में है, किसी एक अंग में नहीं। हाँ विचार, तर्क, स्मृतियाँ, उल्लास, अवसाद आदि का असर मस्तिष्क पर भी होता है और मस्तिष्क इन्हें प्रभावित भी करता है।

स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में कितना हीमोग्लोबीन होना चाहिए?

पुरुष 13.8 to 18.0 g/dL, स्त्री  12.1 to 15.1 g/dl, बच्चे 11 to 16 g/dL, गर्भवती स्त्री 11 to 12 g/dL । ये स्वस्थ व्यक्ति के मानक हैं। इनमें देश-काल और उम्र के आधार पर कमी-बेशी हो सकती है। 

पॉलीथीन की शुरुआत कब और कैसे हुई?

पॉलीथायलीन या पॉलीथीन दुनिया का सबसे लोकप्रिय प्लास्टिक है। पॉलीथीन सबसे पहले जर्मन केमिस्ट हैंस वॉन पैचमान ने सन 1898 में अचानक खोज लिया था। उन्होंने प्र.ग करते वक्त सफेद रंग के मोम जैसे पदार्थ को बनते देखा और उसका नाम पॉलीथीन रखा। औद्योगिक रूप पॉलीथीन का आविष्कार 1933 में नॉर्थविच इंग्लैंड एरिक फॉसेट और रेगिनाल्ड गिबसन से एक एक्सीडेंट में हो गया। इस एक्सीडेंट रूपी प्रयोग को दुबारा करना मुश्किल था, पर 1935 में इसे भलीभांति कर लिया गया। दरअसल एथिलीन और बेंजलडिहाइड के मिश्रण पर बहुत भारी प्रेशर डालना था, जिससे यह पदार्थ बनता था। बहरहाल आज यह तकनीक सामान्य हो गई है।

हमारे कद के पीछे भी कोई जीन काम करती है क्या?

हमारी आँखों का रंग, बालों और शरीर का रंग, और तमाम बातें जीन के कारण हैं तो हाइट भी उसके कारण होगी, पर आज निश्चयपूर्वक नहीं कहा जा सकता कि कौन सा जीन इसके पीछे है। अलबत्ता सन 2007 में यूरोपीय वैज्ञानिकों ने 5000 लोगों के डीएनए का अध्ययन करने के बाद पाया कि HMGA2 नाम के जीन से हाइट का रिश्ता है। बहरहाल आज भी वैज्ञानिक मानते हैं कि हाइट के लिए करीब बीसेक जीन्स जिम्मेदार हैं।

सायलेंट वैली कहाँ है? इसका नाम सायलेंट वैली क्यों है?

सायलेंट वैली केरल की नीलगिरि पहाड़ियों में पलक्कड़ जिले का एक सुरक्षित वन क्षेत्र है। इस जंगल की विशेषता है कि यहाँ प्रकृति के साथ लगभग न के बराबर छेड़छाड़ की गई है। सन 70 के दशक में यहाँ एक पनबिजली योजना लाने की कोशिस की गई, पर जनता के विरोध के कारण उसे अनुमति नहीं मिली। इस जंगल को सन 1847 में एक ब्रिटिश वनस्पतिशास्त्री रॉबर्ट वाइट ने खोजा था। स्थानीय लोग इसे सैरन्ध्रीवनम कहते हैं। सैरन्ध्री द्रोपदी का नाम है। कहते हैं कि अज्ञातवास के दौरान पांडव यहाँ आकर भी रहे। इसे साइलेंट वैली कहने के पीछे सबसे बड़ी वजह यहाँ की अजब प्राकृतिक शांति है। शायद सैरन्ध्री शब्द को बोलने में अंग्रेजों को दिक्कत थी इसलिए उससे मिलता-जुलता नाम उन्हें यह मिला। 

स्वतंत्र भारत की पहली महिला मंत्री कौन थीं?

राजकुमारी अमृत कौर

किस राजा ने सबसे पहले लड़ाई में रॉकेटों का इस्तेमाल किया?

मैसूर के राजा टीपू सुल्तान ने पहली बार लड़ाई में रॉकेटों का इस्तेमाल किया। सन 1780 में अंग्रेजों और मैसूर के बीच दूसरे युद्ध में। इसे पोल्लिलूर का युद्ध कहते हैं।


मुहम्मद रफी और लता मंगेशकर की अनबन का कारण क्या था? अनबन दूर होने के फौरन बाद दोनों ने कौनसा गीत गाया?

साठ के दशक में दोनों के बीच अनबन मुख्यतः ईगो के कारण थी। बताते हैं कि संगीत की रॉयल्टी या फीस का विवाद भी था। बहरहाल लम्बे अर्से तक दोनों ने साथ-साथ नहीं गाया। 1967 में फिल्म ज्वैल थीम में दिल पुकारे आ रे आ रे के साथ दोनों ने फिर से युगल गीत गाने शुरू कर दिए।

फिल्म अभिनेता ओम प्रकाश ने क्या फिल्मों का निर्माण और निर्देशन भी किया?

ओम प्रकाश अपने किस्म के शानदार अभिनेता थे। उन्होंने कुछ फिल्में भी बनाईं जो चली नहीं। उनकी फिल्मों के नाम हैं, भैयाजी, गेटवे ऑफ इंडिया, कन्हैया, चाचा जिन्दाबाद, संजोग और जहांआरा।

Friday, July 22, 2011

भारतीय सिनेमा में पहला डबल रोल किसने किया?


 भारत की कौन सी ऐसी फिल्म है जिसमें पहली बार मुख्य भूमिका डबल रोल में थी?

अन्ना सालंके


अन्ना सालंके ने 1917 में बनी फाल्के की फिल्म लंका दहन में राम और सीता दोनों के रोल किए। सन 1933 में बनी फिल्म विट्ठल की आवारा शाहज़ादा में साहू मोदक ने राजकुमार और भिखारी की भूमिका डबल रोल में की। 

रेल की पटरियों के बीच पत्थर क्यों डाले जाते हैं?

रेल की पटरियाँ सीधे ज़मीन पर नहीं रखी जातीं हैं। इन्हें लकड़ी या कंक्रीट के स्लीपरों पर रखा जाता है। पटरियों को स्लीपरों से जोड़ने के लिए लोहे के कब्जे लगाए जाते हैंजिन्हें टाई कहा जाता है। पटरियों के नीचे और आसपास पत्थर डालने का उद्देश्य एक तो स्लीपरों और टाई को आधार प्रदान करना है। दूसरे ये पत्थर लचीलापन बनाकर रखते हैं यानी दबाव  के हिसाब से आगे-पीछे हो जाते हैं। इस प्रकार पटरी की सुरक्षा हो जाती है। वह एकदम से मुड़ती नहीं और न टूटती है। तीसरे बारिश होने पर पानी भरता नहींइनके बीच से निकल जाता है। ड्रेनेज आसान है। 


मधुमक्खी  के काटने से हमें तीखी जलन का एहसास क्यों होता है?

मधुमक्खी जब डंक मारती है तो एपिटॉक्सिन और फेरोमोंस दो रसायन छोड़ती है। दर असन मधुमक्खी डंक मारना नहीं चाहती। वह डंक तभी मारती है जब या तो उसपर हमला हो या उसके छत्ते पर। एपिटॉक्सिन से जलन होती है। फेरोमोंस से दूसरी मक्खियों को सावधान किया जाता है। ताकि हमला होने पर उसकी रक्षा के लिए दूसरी मक्खियाँ आ जाएं।


बिल्ली आँख बंद करके दूध क्यों पीती है?

इसकी वजह यह है कि वह अपना ध्यान पूरी तरह दूध पर रखती है। उसकी आँख पूरी तरह बंद नहीं होती। वह बड़ी सफाई से दूध पीती है।

नीद आने पर हमारी आँखें क्यों बंद हो जाती हैं?

हालांकि कुछ लोग आँखें खोलकर भी सो सकते हैं और कुछ लोग नींद में चलते भी हैंपर सोते वक्त आँखें बंद करने के जो मोटे कारण समझ में आते हैं वे इस प्रकार हैः- सोने का काम दिमाग करते हैपर आवाजें और रोशनी दिमाग को अटकाए रखतीं हैं। दिमाग को सोने का संकेत देने के लिए हमें रोशनी और आवाजों से दूर जाना होता है। आँख बंद करने से विजुअल इनपुट कम हो जाता है। सोते समट कोई बाहरी चीज़ आँख में न चली जाए या आँखें सूख न जाएंइसलिए भी आँखों को बंद करना होता है।



 AM और PM का फुल फॉर्म क्या होता है?

Ante Meridiem (a.m., English: "before midday")
and Post Meridiem (p.m., English: "after midday")

माइक्रोफोन का आविष्कार किसने किया? और माइक्रोवेव का भी?

माइक्रोफोन का आविष्कार पहले टेलीफोन वॉइस ट्रांसमिटर के रूप में हुआ था। इसका श्रेय एमाइल बर्लाइनर को जाता हैजिन्होंने 1876 में इसका आविष्कार किया। माइक्रोफोन का इस्तेमाल टेलीफोनटेपरिकॉर्डरकराओकेहियरिंग एड्सरेडियोटेलीविज़नकम्प्यूटर वगैरह-वगैरह में होता है।

माइक्रोवेव से आपका आशय शायद माइक्रोवेव अवन से है। सन 1946 में पर्सी स्पेंसर नाम के एक इंजीनियर कोई शोधकार्य कर रहे थे। वे मैग्नेट्रोन पर काम कर रहे थे कि अचानक उनकी जेब में रखी कैंडी पिघल गई। वे उसका कारण समझ नही पाए। बाद में उन्होंने पॉपकॉर्न के दाने रखकर देखें वे फूल गए। इसके बाद उन्होंने मैग्नेट्रॉन ट्यूब के पास एक अंडा ले जाकर देखा। थोड़ी देर बाद अंडे के भीतर हलचल होने लगी। और कुछ देरबाद वह पककर फट गया। इसके बाद पर्सी स्पेंसर और उनके साथियों ने निष्कर्ष निकाला कि अंडे के भीतर लो डेंसिटी की माइक्रोवेव इनर्जी बन रही है। सिद्धांत यह बना कि अंडा पक सकता है तो खाना भी पक सकता है। पहला माइक्रोवेव अवन टप्पन नाम की कम्पनी ने 1955 में बाजार में उतारा।  


अंतरिक्ष में पेंसिल क्यों नहीं लेकर जा सकते

पेंसिल कार्बन से बनती है। अंतरिक्ष में कार्बन के टूटकर बिखरने का खतरा होता है। ऐसा होने पर वह इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में जा सकरता हैजिससे पूरी उड़ान खतरे में आ सकती है। अंतरिक्ष में लिखने के लिए 1956 में पॉल फिशर नाम के वैज्ञानिक ने विशेष पेन का आविष्कार किया था।


 डॉ हरगोविन्द खुराना कौन हैं और वे किस बात के लिए जाने जाते हैं?

डॉ हरगोविन्द खुराना भारतीय मूल के अमेरिकी वैज्ञानिक हैं, जिन्हें सन 1968 मेडिसिन का नोबेल पुरस्कार मिला था। उन्होंने मूलतः जेनेटिक कोड पर काम किया था। उनके साथ मार्शल डब्ल्यू नीरेनबर्ग और रॉबर्ट डब्ल्यू होले को भी नोबेल मिला था। वे 1966 में अमेरिका के नागरिक बन गए थे। इस समय वे कैम्ब्रिज, मैसाच्यूसेट्स में रहते हैं और एमआईटी में अल्फ्रेड पी स्लोन प्रोफेसर ऑफ बायोलजी एंड केमिस्ट्री एमिरेटस हैं।

भारतीय नोटों पर गांधी जी ही क्यों छापे जाते हैं?

नोटों पर राष्ट्रीय नेताओं के चित्र लगाने की परम्परा दुनिया भर में है। महात्मा गांधी हमारे देश के सबसे सम्मानित महापुरुषों में एक हैं, इसलिए उनका चित्र लगाया जाता है। नोटों की वर्तमान सीरीज़ को महात्मा गांधी या एमजी सीरीज़ कहा जाता है। यह 1996 से चल रही है।


जहाज महल कहाँ है?
एक जहाज़ महल दिल्ली में महरौली के पास है। और एक मांडू में।

भारतीय सुप्रीम कोर्ट में पहली महिला जज कौन थीं?

जस्टिस फातिमा बीवी जो 1987 में जज बनीं



आकाशवाणी के एफएम गोल्ड से हर गुरुवार को सुबह 10.10 से 11.00 बजे के बीच प्रसारित होने वाले मेरे कार्यक्रम बारिश सवालों की के अंश
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