हाल में अमेरिकन जरनल ऑफ इमर्जेंसी मेडिसन ने जानकारी दी थी कि इस मिर्च को खाने से एक व्यक्ति की ग्रासनली (इसोफेगस) और गले में छेद हो गए. असमिया में इसे भूत जोलोकिया कहते हैं. यह दुनिया की सबसे तीखी मिर्च है. मिर्चों के तीखेपन की इकाई स्कोवाइल हीट यूनिट्स (एसएचयू) है. भूत जोलोकिया में 10 लाख एसएचयू से ज्यादा तीखापन है. यह तीखापन दुनिया की तीखी से तीखी मिर्चों से काफी ज्यादा है. नारंगी से लाल रंग तक पाई जाने वाली यह मिर्च पूर्वोत्तर भारत में, विशेषकर असम के तेजपुर जनपद और उस के आसपास मिलती है. मणिपुर में इसे राजा मिर्च और ऊ मोरोक कहते हैं जबकि असम व नगालैंड में उसे भूत जोलोकिया, बीह जोलोकिया और नाग जोलोकिया कहते हैं। अंग्रेजी में इसे तेजपुर चिली भी कहते हैं. यह मिर्च लगभग तीन इंच तक लंबी और एक या सवा इंच मोटी होती है. अमेरिकन जरनल पर विवरण यहाँ पढ़ें http://www.jem-journal.com/article/S0736-4679(16)30256-6/fulltext?rss=yes
फीफा रैंकिंग क्या है?
अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल एसोसिएशन का संक्षेप नाम है FIFA.
यह संगठन अपने सदस्य देशों की टीमों के प्रदर्शन के आधार पर हर महीने उनके पॉइंट्स
घोषित करता है. ये पॉइंट टीम के पिछले चार साल के प्रदर्शन के आधार पर होते हैं. इस
रैंकिंग की शुरुआत सन 1992 में हुई थी. जबसे रैंकिंग की शुरुआत हुई है दुनिया की
पहली आठ टीमें अर्जेंटीना, बेल्जियम, ब्राज़ील, फ्रांस, जर्मनी, इटली, नीदरलैंड्स
और स्पेन रहती हैं. केवल इनके क्रम में फर्क पड़ता है. इस साल अक्तूबर की रैंकिंग
में 1621 अंक के साथ अर्जेंटीना नम्बर एक पर और 1465 अंक के साथ जर्मनी दूसरे
नम्बर पर है. भारत की टीम के पास 230 अंक हैं, जिनके आधार पर उसका रैंक 137 है.
इससे पिछले महीने भारत 205 अंकों के साथ 148 वें स्थान पर था. इसमें 11 स्थानों का
सुधार हुआ है.
अमेरिका और यूएसए में
क्या फर्क है?
अमेरिका एक महाद्वीप का नाम है जो
दो बड़े उप महाद्वीपों में बँटा है. एक है उत्तरी अमेरिका और दूसरा दक्षिणी अमेरिका. अमेरिकी महाद्वीप में अनेक देश हैं. उनमें एक है युनाइटेड स्टेट्स ऑफ
अमेरिका. यह उत्तरी अमेरिका
में है. अक्सर हम यूएसए और
अमेरिका को एक मान लेते हैं.
चुनाव आचार संहिता कैसे बनी?
चुनाव आचार संहिता का मतलब है
चुनाव आयोग के वे निर्देश जिनका पालन चुनाव खत्म होने तक हर पार्टी और उसके
उम्मीदवार को करना होता है. चुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ ही चुनाव आचार
संहिता भी लागू हो जाती हैं. चुनाव आचार संहिता के लागू होते ही सरकार और प्रशासन
पर कई अंकुश लग जाते है. सरकारी कर्मचारी चुनाव प्रक्रिया पूरी होने तक निर्वाचन
आयोग के दिशा-निर्देश पर काम करते हैं. सरकार न तो कोई नई घोषणा कर सकती है, न शिलान्यास, लोकार्पण या भूमिपूजन.
देश में आदर्श आचार संहिता की
शुरुआत सन 1960 के केरल विधानसभा चुनाव से हुई। शुरू में यह सामान्य से
दिशा-निर्देश थे कि क्या करें और क्या न करें. उस समय देश के मुख्य चुनाव आयुक्त
थे केवीके सुन्दरम. कल्याण सुन्दरम देश के पहले विधि सचिव और दूसरे चुनाव आयुक्त
थे. सन 1962 के आम चुनाव में आयोग ने इस कोड को सभी मान्यता प्राप्त दलों को
सौंपा. साथ ही सभी राज्य सरकारों के पास इसकी प्रति भेजी गई और अनुरोध किया गया कि
इसपर राजनीतिक दलों की स्वीकृति प्राप्त करें. धीरे-धीरे यह परम्परा पुष्ट होती
गई.
पृथ्वी का सूर्य-परिक्रमा
पथ गोल है या अंडाकार?
अंतरिक्ष में पूरी तरह वृत्ताकार
कक्षा कहीं नहीं मिलती. पूरी तरह वृत्ताकार न तो ग्रह होते हैं और न नक्षत्र. तमाम
अंतरिक्षीय पिंड एक-दूसरे की गुरुत्व शक्ति से प्रभावित होते हैं. पृथ्वी और सूर्य
के बीच की दूरी पूरी परिक्रमा के दौरान घटती-बढ़ती रहती है. दोनों के बीच न्यूनतम
दूरी 14 करोड़ 71 लाख66 हजार462 किमी जिसे रविनीच या पेरिहेलियोन (perihelion) कहते हैं। अधिकतम दूरी 15,21,71,522 किमी होती है, जिसे अफेलियोन या सूर्योच्च (aphelion) कहते हैं.
आइफ़िल टॉवर
फ़्रांस की राजधानी पेरिस में
कैम्प डि मार्स पर बनी मीनार है आइफ़िल टावर. लोहे की इस मीनार की ऊँचाई 986 फुट है.
उसपर लगे टीवी एंटीना को भी जोड़ लिया जाए तो 1058 फ़ुट है. 1889 में जब यह बनकर
तैयार हुई तो दुनिया की सबसे ऊंची इमारत थी. इसका निर्माण फ़्रांस की क्रान्ति की
शताब्दी मनाने के लिए किया गया था.
विश्व विकलांग दिवस
विश्व विकलांग दिवस 3 दिसंबर को
मनाया जाता है. इसका शुरुआती नाम था इंटरनेशनल डे ऑफ़ डिसेबल्ड पर्सन्स. सन 2007
में इसका नाम हो गया इंटरनेशनल डे ऑफ पर्सन्स विद डिसेबिलिटीस. इसकी शुरुआत वर्ल्ड
प्रोग्राम ऑफ़ एक्शन कन्सर्निंग डिसेबल्ड पर्सन्स ने की थी और 1992 में संयुक्त
राष्ट्र की महासभा ने इसे अपनाया.
हॉलमार्क क्या है?
हॉलमार्क बहुमूल्य धातुओं जैसे
सोने, चाँदी और प्लेटिनम की
गुणवत्ता को व्यक्त करता है. हॉलमार्क शब्द Goldsmiths Hall या सुनार शाला से आया है. सोने की
हॉलमार्किंग का काम भारतीय मानक ब्यूरो ने निजी और सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों को सौंपा है. जिन ज़ेवरों पर यह लगा
होता है उन्हें ख़रीदते हुए ग्राहक को भरोसा रहता है कि सोना ठीक है.