Thursday, March 9, 2017

सीबीआई क्या है?

सीबीआई भारत सरकार की प्रमुख जाँच एजेंसी है. आपराधिक एवं राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े हुए भिन्न-भिन्न प्रकार के मामलों की जाँच करने के लिए इसकी सेनाएं ली जाती हैं. इसके अधिकार एवं कार्य दिल्ली विशेष पुलिस संस्थापन अधिनियम (Delhi Special Police Establishment Act), 1946 से परिभाषित हैं. इसकी शुरुआत भारत सरकार द्वारा 1941 में स्थापित विशेष पुलिस प्रतिष्ठान (एस्टेब्लिशमेंट) से हुई है. उस समय विशेष पुलिस प्रतिष्‍ठान का काम द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान भारतीय युद्ध और आपूर्ति विभाग में घूसखोरी और भ्रष्टाचार के मामलों की जांच करना था.
युद्ध के बाद भी, भ्रष्टाचार के मामलों की जांच करने हेतु एक केन्द्रीय सरकारी एजेंसी की जरूरत महसूस की गई. इसीलिए 1946 में दिल्ली विशेष पुलिस प्रतिष्‍ठान अधिनियम लागू किया गया. इसके कामकाज का विस्तार करके भारत सरकार के सभी विभागों को कवर कर लिया गया. इस प्रतिष्‍ठान को नया नाम सीबीआई 1 अप्रेल 1963 में मिला. नए लोकपाल अधिनियम के अंतर्गत सीबीआई के नए निदेशक का चयन कॉलेजियम करता है. इसमें प्रधानमंत्री, नेता प्रतिपक्ष और सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस शामिल हैं. इस कॉलेजियम ने हाल में सीबीआई के नए निदेशक के रूप में आलोक वर्मा के नाम को स्वीकृति दी, जिसके बाद उनकी इस पद पर नियुक्ति हुई.
टोल फ्री नम्बर क्या होता है?
टोल फ्री नम्बर सेवा आमतौर पर 800, 0800 या 1800 जैसे नम्बरों से शुरू होती है. इसमें फोन करने वाले को पैसा नहीं देना होता है, बल्कि जिसके पास कॉल जा रही है उसे देना होता है. सबसे पहले इंग्लैंड के पोस्ट ऑफिस ने 1960 के दशक में इस तरह की सेवा शुरू की थी. व्यावसायिक तरीके से 2 मई 1967 को अमेरिका की एटीएंडटी टेलीफोन सेवा ने यह सर्विस शुरू की. शुरू में होटल किराए पर कार और टैक्सी सेवाओं ने इसका लाभ उठाया. अब तो ज्यादातर उपभोक्ता सामग्री बेचने वाली कम्पनियाँ आफ्टर सेल्स सर्विस के लिए इसका इस्तेमाल करती हैं.
शीशे में हम खुद को कैसे देख पाते हैं?
दर्पण प्रकाश के सिद्धांत पर काम करता है. प्रकाश की किरण जब शीशे को पार कर जाती है तब हमें अपनी तस्वीर नज़र नहीं आती. पर जब वह उससे टकराकर वापस आती है तब तस्वीर दिखाई पड़ती है. जैसे कोई गेंद किसी सतह से टकराकर वापस आती है उसी तरह रोशनी की किरण के साथ भी होता है. रोशनी के छोटे कणों को फोटोन कहते हैं. जब ये फोटोन दर्पण से टकराते हैं तो एटमी क्रिया से उसी तरह के फोटोन बनते हैं. यह छवि उसी कोण से उसकी उल्टी दिशा में वापस जाती है. इसीलिए हूबहू उल्टी बनती है. इसका पता तब लगता है जब हम कोई शब्द लिखकर शीशे को सामने रखें तब वह उल्टा दिखाई पड़ता है.
दूध का रंग सफेद क्यों होता है?
दूध में एक खास प्रोटीन कैसीन काफी बड़ी मात्रा में होता है. इसमें जो चिकनाई है उसका रंग भी सफेद है. यह भी कि दूध कॉलॉइडल पार्टिकल्स से बना है. इसमें शामिल तत्वों के कण इतने सूक्ष्म और पारदर्शी हैं कि वे प्रकाश को जज्ब नहीं करते.
ब्लैकहोल क्या हैं?
ब्लैकहोल अंतरिक्ष का वह सिद्धांततः अनुमानित इलाका है जहाँ गुरुत्व शक्ति यानी ग्रेविटी इतनी ज्यादा होती है कि कोई चीज यहाँ तक कि रोशनी (इलेक्ट्रो मैग्नेटिक रेडिएशन) भी बचकर जा नहीं सकती. ऐसा चुम्बक जो किसी चीज़ को नहीं छोड़ता. सवाल है कि तब इसका पता कैसे लगता है कि यहाँ ब्लैकहोल है. अंतरिक्ष के अनेक इलाके हैं जहाँ आसपास के नक्षत्रों की गतिविधियों से पता लगता है कि कोई शक्ति उन्हें अपनी ओर खींच रही है.
सुनामी क्या होती है?
सुनामी जापान से आया शब्द है जिसका अर्थ है समुद्र से उठी ऊँची-ऊँची लहरों की अनवरत श्रृंखला. ये लहरें सामान्य ज्वार जैसी नहीं होतीं, बल्कि उनसे कई गुना ऊँची और विध्वंसकारी होतीं हैं. हम अक्सर जापान में आई सुनामी की खबरें पढ़ते हैं. ऐसी ही सुनामी 26 दिसम्बर 2004 को हिन्द महासागर में भी आई थी. सुनामी आने के पीछे समुद्र तल पर आए भूकम्प या ज्वालामुखी होते हैं. सागर तल हिल जाने से उसका पानी जबर्दस्त तरीके से उफना जाता है और जैसे भरे बर्तन का पानी छलकता है वैसे ही यह पानी उछलता है.
छींकते समय आँखें बंद क्यों हो जाती हैं?
छींक हमारे शरीर की एक सुरक्षा व्यवस्था का हिस्सा है. कुदरत ने हमारा शरीर इस तरह बनाया है कि जब कभी नाक के सायनस क्षेत्र में कोई रुकावट पैदा होती है तो ट्रायजेमिनल नर्व इसका संदेश दिमाग को देती है. दिमाग की नर्व्स आँख और नाक के पास ऑक्सीजन का जबर्दस्त प्रेशर बनाती है. उस दबाव से आँख की पुतलियाँ निकलने का खतरा तो नहीं होता, पर उन्हें सुरक्षित रखने के लिए पलकें अपने आप बंद हो जातीं हैं.
चमगादड़ पशु है या पक्षी?

चमगादड़ पक्षी नहीं हैं, बल्कि अकेले स्तनधारी प्राणी हैं जो उड़ सकते हैं.
प्रभात खबर अवसर में प्रकाशित

No comments:

Post a Comment

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...