दक्षिण अफ्रीका में एम्पोनेंग सोने की खान को आप सबसे नीची जगह कह सकते हैं जो समुद्र तल से 4000 मीटर नीचे है। चूंकि इसे इंसान ने खोदा है, इसलिए इसे प्राकृतिक रूप से सबसे गहरी जगह नहीं कहा जा सकता। प्राकृतिक रूप से जॉर्जिया की वेरोन्या गुफा सबसे गहरी जगह है, जो 2193 मीटर गहरी है।
शूटिंग स्टार क्या होता है?
शूटिंग स्टार के अनेक अर्थ हो सकते हैं। सबसे पहला अर्थ तो अंतरिक्ष का है। आपने अक्सर चारा टूटते देखा है। दरअसल ये तारे का टूटना नहीं है, बल्कि उल्का हैं। हमारे सौर मंडल में अब भी चट्टानें घूमती रहती हैं। इन्हें मीटरॉइड्स और एस्ट्रॉइड्स कहते हैं। हिन्दी में उल्का। धरती के वायुमंडल में प्रवेश करते ही ये रगड़ खाकर जलने लगती हैं। शूटिंग स्टार शेयर बाजार में प्रयुक्त होने वाला शब्द भी है। कई शेयर बाजार खुलने के बाद तेजी से बढ़ते हैं और बाजार बंद होने तक उनका दाम गिर जाता है। यानी बुझ जाते हैं। शूटिंग स्टार संकेत देता है कि अपट्रेंड की समाप्ति होने वाली है और वक्त डाउनट्रेंड का आ रहा है।
क्या जानवरों के हमारी तरह आँसू निकलते हैं?
हाँ पशुओं के भी आँसू निकलते हैं, पर ये आँसू हमारे आँसुओं की तरह भावनाओं के कारण नहीं निकलते बल्कि आँख को साफ रखने के लिए निकलते हैं। आँखों में अश्रुग्रंथियाँ होती हैं। इनसे निकलने वाला पानी आँखों की सुरक्षा करता है। जब हम पीड़ित होते हैं तब मस्तिष्क का एक इलाका जिसे एंटेरियर सिंग्युलेट कॉर्टेक्स कहते हैं, वह सक्रिय होता है। इसके साथ ही वेगस नर्व सक्रिय हो जाती है जो गर्दन, सीने और पेट को जोड़ती है। इससे सीने में दर्द और पेट में भी दर्द होता है। इसके साथ ही आँखों की लैक्रिमल ग्लैंड्स को भी मस्तिष्क सक्रिय करता है जिससे आँसू निकलते हैं। ज्यादा खुश और दुखी होने पर भी मस्तिष्क इन ग्रंथियों को संकेत भेजता है और आँसू निकल आते हैं। सर्दी-जुकाम और किसी तीखी गैस और धुएं में भी आँसू निकलते हैं, पर यह एक सुरक्षात्मक उपाय है।
ब्रैड में छोटे-छोटे छेद क्यों होते हैं?
दरअसल ब्रैड को बनाने के पहले मैदा और पानी या दूध से बने उसके डो को या तो कुछ देर के लिए अलग रख देते हैं या उसमें खमीर मिलाते हैं। इससे उस मैदा या आटे के भीतर गैस के बुलबुले बन जाते हैं। इन बुलबुलों के कारण डबलरोटी स्पंज जैसी बनती है। जिस भट्टी में इसे पकाया जाता है वह इस गैस को आसानी से बाहर नहीं जाने देती। इसके कारण यह गैस वहीं पर गर्म होकर जगह बना देती है। साथ ही रोटी को सेंकने में मदद भी करती है।
क्या चीटियाँ अंधी होती हैं?
चीटियों की कई प्रजातियाँ होती हैं। सभी पूरी तरह अंधी नहीं होतीं। उनकी आँख होती है, पर ज्यादातर की नजर कमजोर होती है। अलबत्ता ऑस्ट्रेलिया में मिलने वाली बुलडॉग चींटी की नजर खासी अच्छी होती है। जमीन के नीचे ही रहने वाली कुछ चींटियाँ पूरी तरह अंधी भी होती हैं। दरअसल उनका काम देखे बगैर चल जाता है।
राजस्थान पत्रिका के नॉलेज कॉर्नर में प्रकाशित
शूटिंग स्टार क्या होता है?
शूटिंग स्टार के अनेक अर्थ हो सकते हैं। सबसे पहला अर्थ तो अंतरिक्ष का है। आपने अक्सर चारा टूटते देखा है। दरअसल ये तारे का टूटना नहीं है, बल्कि उल्का हैं। हमारे सौर मंडल में अब भी चट्टानें घूमती रहती हैं। इन्हें मीटरॉइड्स और एस्ट्रॉइड्स कहते हैं। हिन्दी में उल्का। धरती के वायुमंडल में प्रवेश करते ही ये रगड़ खाकर जलने लगती हैं। शूटिंग स्टार शेयर बाजार में प्रयुक्त होने वाला शब्द भी है। कई शेयर बाजार खुलने के बाद तेजी से बढ़ते हैं और बाजार बंद होने तक उनका दाम गिर जाता है। यानी बुझ जाते हैं। शूटिंग स्टार संकेत देता है कि अपट्रेंड की समाप्ति होने वाली है और वक्त डाउनट्रेंड का आ रहा है।
क्या जानवरों के हमारी तरह आँसू निकलते हैं?
हाँ पशुओं के भी आँसू निकलते हैं, पर ये आँसू हमारे आँसुओं की तरह भावनाओं के कारण नहीं निकलते बल्कि आँख को साफ रखने के लिए निकलते हैं। आँखों में अश्रुग्रंथियाँ होती हैं। इनसे निकलने वाला पानी आँखों की सुरक्षा करता है। जब हम पीड़ित होते हैं तब मस्तिष्क का एक इलाका जिसे एंटेरियर सिंग्युलेट कॉर्टेक्स कहते हैं, वह सक्रिय होता है। इसके साथ ही वेगस नर्व सक्रिय हो जाती है जो गर्दन, सीने और पेट को जोड़ती है। इससे सीने में दर्द और पेट में भी दर्द होता है। इसके साथ ही आँखों की लैक्रिमल ग्लैंड्स को भी मस्तिष्क सक्रिय करता है जिससे आँसू निकलते हैं। ज्यादा खुश और दुखी होने पर भी मस्तिष्क इन ग्रंथियों को संकेत भेजता है और आँसू निकल आते हैं। सर्दी-जुकाम और किसी तीखी गैस और धुएं में भी आँसू निकलते हैं, पर यह एक सुरक्षात्मक उपाय है।
ब्रैड में छोटे-छोटे छेद क्यों होते हैं?
दरअसल ब्रैड को बनाने के पहले मैदा और पानी या दूध से बने उसके डो को या तो कुछ देर के लिए अलग रख देते हैं या उसमें खमीर मिलाते हैं। इससे उस मैदा या आटे के भीतर गैस के बुलबुले बन जाते हैं। इन बुलबुलों के कारण डबलरोटी स्पंज जैसी बनती है। जिस भट्टी में इसे पकाया जाता है वह इस गैस को आसानी से बाहर नहीं जाने देती। इसके कारण यह गैस वहीं पर गर्म होकर जगह बना देती है। साथ ही रोटी को सेंकने में मदद भी करती है।
क्या चीटियाँ अंधी होती हैं?
चीटियों की कई प्रजातियाँ होती हैं। सभी पूरी तरह अंधी नहीं होतीं। उनकी आँख होती है, पर ज्यादातर की नजर कमजोर होती है। अलबत्ता ऑस्ट्रेलिया में मिलने वाली बुलडॉग चींटी की नजर खासी अच्छी होती है। जमीन के नीचे ही रहने वाली कुछ चींटियाँ पूरी तरह अंधी भी होती हैं। दरअसल उनका काम देखे बगैर चल जाता है।
बहुत बढ़िया जानकारी का संकलन प्रस्तुतीकरण हेतु आभार!
ReplyDeleteब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन, अनोखी सज़ा - ब्लॉग बुलेटिन , मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
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