भारत में किसानों को उनकी उपज का ठीक मूल्य
दिलाने और बाजार में कीमतों को गिरने से रोकने के लिए सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य
(एमएसपी) की घोषणा करती है. कृषि लागत और मूल्य आयोग की सिफारिशों पर सरकार फसल
बोने के पहले कुछ कृषि उत्पादों पर समर्थन मूल्य की घोषणा करती है. खासतौर से जब
फसल बेहतर हो तब समर्थन मूल्य की जरूरत होती है.
देश में 26 कृषि उत्पादों पर सरकार समर्थन
मूल्य घोषित करती है. इनमें सात अनाज, पाँच दलहन,
आठ तिलहन के अलावा जटा वाले और छिले
नारियल, कपास, जूट और तम्बाकू शामिल हैं. इसके अलावा गन्ने की कीमतें गन्ना
(नियंत्रण) आदेश 1966 के तय होती हैं. सत्तर के मध्य दशक तक दो तरह के मूल्य घोषित
करती थी. एक, न्यूनतम समर्थन मूल्य, दो, खरीद मूल्य. पहले का उद्देश्य यह था कि बाजार
में कीमतों को एक स्तर से नीचे न आने दिया जाए. दूसरे का उद्देश्य था सार्वजनिक
वितरण प्रणाली के माध्यम के वितरण के लिए एफसीआई जैसी सरकारी संस्थाओं द्वारा की
जाने वाली रबी और खरीफ की खरीद का मूल्य तय करना.
सामान्यतः खरीद मूल्य बाजार मूल्य से नीचा और
न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से ज्यादा होता था. इन दो कीमतों की नीति धान के
मामले में 1973-74 तक जारी रही और गेहूँ के संदर्भ में 1969 में खत्म करने के बाद
1974-75 में एक साल के लिए फिर शुरू की गई. सन 1975-76 में बफर स्टॉक बनाने के लिए
वर्तमान नीति शुरू की गई.
रेफ्रिजरेटर में कौन सी गैस डाली जाती है?
रेफ्रिजरेशन यानी फ्रिज और एयरकंडीशनरों में आमतौर
पर फ्लुओरोकार्बंस, खासतौर से क्लोरोफ्लुओरोकार्बंस का इस्तेमाल होता था. इन्हें सीएफसी
गैस कहा जाता है। इनका इस्तेमाल बंद हो गया है. ये गैसें ओज़ोन परत को नुकसान
पहुँचाती हैं. अब हाइड्रोफ्लुओरोकार्बंस या एचएफसी का इस्तेमाल होने लगा है, जो
शायद कम नुकसान पहुँचाती हैं. पर ज्यादातर ग्रीनहाउस गैसें जलवायु में परिवर्तन और
धरती को गरम बनाती हैं. इन गैसों का उत्सर्जन एयरकंडीशनर, फ्रिज, कंप्यूटर, स्कूटर, कार
आदि से है.
भारत में चंदन के पेड़ कहाँ पाए जाते हैं?
भारतीय चंदन का संसार में सर्वोच्च स्थान है.
यह पेड़ मुख्यत: कर्नाटक के जंगलों में मिलता है तथा देश के अन्य भागों में भी
कहीं-कहीं पाया जाता है. भारत के 600 से लेकर 900 मीटर तक कुछ ऊँचे स्थल और
मलयद्वीप इसके मूल स्थान हैं. वृक्ष की आयुवृद्धि के साथ ही साथ उसके तनों और
जड़ों की लकड़ी में सुगंधित तेल का अंश भी बढ़ने लगता है. इसकी पूर्ण परिपक्वता
में 60 से लेकर 80 वर्ष तक का समय लगता है. इसके लिए ढलवाँ जमीन, जल
सोखने वाली उपजाऊ चिकनी मिट्टी तथा 500 से लेकर 625 मिमी. तक वार्षिक वर्षा की
आवश्यकता होती है.
विश्व की सबसे लम्बी कविता कौन सी है?
माना जाता है कि महाभारत दुनिया की सबसे
लम्बी कविता है. इसमें दो लाख से ज्यादा
श्लोक हैं. प्रसिद्ध ग्रीक महाकाव्य इलियाड और ओडिसी को एक साथ मिला लें तब भी
महाभारत उनका दस गुना ग्रंथ साबित होगा.
सौरमंडल के ग्रहों और सूर्य के द्रव्यमान का
अनुपात क्या है?
पूरे सौरमंडल का 99.86 प्रतिशत द्रव्यमान सूर्य
में है. यानी शेष सभी ग्रह और उनके चन्द्रमा और उल्का पिंड मिलाकर 0.14 प्रतिशत
हैं. उसके इसी द्रव्यमान के कारण उसकी गुरुत्व शक्ति है कि सारे ग्रह उसके चारों
ओर घूमते हैं.
प्रभात खबर अवसर में प्रकाशित
No comments:
Post a Comment