Sunday, October 22, 2017

यूरोप के अलगाववादी आंदोलन

स्पेन के स्वायत्त क्षेत्र कैटेलोनिया के अलावा यूरोप के दूसरे देशों में भी कुछ हिस्से आजादी की माँग करते रहे हैं. इनमें से कुछ ये हैं:

बास्क कंट्री. स्पेन में कैटेलोनिया का पड़ोसी प्रदेश बास्क कंट्री भी आजादी की मांग उठाता रहा है. यह इकलौता ऐसा इलाका है जो अपनी कर वसूली के लिए पूर्ण रूप से स्वतंत्र है. यह स्पेन सरकार को कर राजस्व नहीं देता. इस आंदोलन में पिछले 50 साल के दौरान करीब 800 लोग मारे गए हैं.

स्कॉटलैंड पिछले 300 साल से यूके का हिस्सा है. इसकी अपनी संसद भी है. यहां की स्कॉटिश नेशनल पार्टी आजादी का समर्थन करती है. 2014 में आजादी को लेकर यहां जनमत संग्रह भी हुआ, जो विफल रहा. अगले साल एक बार फिर जनमत संग्रह कराने की कोशिशें हैं.

बेल्जियम में फ्लेमिश भाषियों का फ्लैंडर्स क्षेत्र स्वतंत्र होना चाहता है. ऐसा कभी हुआ है तो बेल्जियम काफी छोटा हो जाएगा. इटली के पडानिया क्षेत्र का अलगाववादी आंदोलन भी आर्थिक हितों के कारण है. यह इलाका इटली का औद्योगिक केंद्र हैं. 1990 के दशक में पडानिया की लीगा नॉर्ड पार्टी ने इटली से अलग होने की मांग उठाई थी. अब आजादी के मुकाबले वित्तीय स्वतंत्रता पर जोर है. इटली क ही दक्षिणी टिरोल में भी अलगाववादी आंदोलन है.

नैनो टेक्नोलॉजी क्या है?

नैनो टेक्नोलॉजी का मतलब है पदार्थ की संरचना के एटॉमिक, मॉलीक्यूलर और सुपर मॉलीक्यूलर जैसे बारीक स्तर पर काम करके मैक्रो यानी बड़े स्तर की संरचनाओं को तैयार करना. यानी कि 1 से 100 नैनोमीटर तक की संरचना पर काम करना. पहले आपको एक नैनोमीटर के आकार को समझना होगा. एक नैनोमीटर एक मीटर का एक अरबवाँ अंश यानी कि 0.000000001 मीटर होता है.

शीशे के एक कंचे या गोली को एक नैनोमीटर मानें तो उसके मुकाबले पृथ्वी एक मीटर होगी. डीएनए की चौड़ाई करीबन 2 nm होती है. जीव जगत की सबसे छोटी कोशिकाओं, मैकोप्लास्मा जीवाणु का आकार करीब 200 nm है. प्रकृति के सूक्ष्मतम परिवेश में जाने के लिए और चिकित्सा, रसायन, भौतिकी और खगोल विज्ञान में आगे बढ़ने के लिए प्रकृति के इतने सूक्ष्म स्वरूप में हस्तक्षेप करने की जरूरत है.

नेल पॉलिश नाखून में लगते ही क्यों सूख जाती है?

यह गुण नेल पॉलिश के तरल सॉल्वेंट का है. जब यह शीशी के भीतर होती है, तब यह सॉल्वेंट बाहरी दबाव के कारण उड़ता नहीं है. नाखून में लगते ही यह सॉल्वेंट उड़ जाता है.

नारियल के भीतर पानी कहाँ से आता है?

आपने देखा होगा कि नारियल के पेड़ सागर तट से कुछ दूर ज्वार-भाटा क्षेत्र के बाहर होते हैं. ऐसे इलाकों में जमीन के नीचे काफी पानी होता है. यह पानी खारा नहीं होता. ऑस्मॉसिस की क्रिया के माध्यम से पेड़ की जड़ों से यह पानी शिखर तक जाता है. पानी में यदि नमक होता भी है तो वह इस प्रक्रिया में फिल्टर हो जाता है. नारियल के फल में पानी पहुँचने की इस प्रक्रिया को भ्रूणपोष (एंडोस्पर्म) कहते हैं. प्रकृति ने यह व्यवस्था हर तरह के फलों में की है.

माँस-पेशियों में खिंचाव का मतलब क्या है?

आपने फुटबॉल, क्रिकेट और हॉकी के मैदान में अकसर खिलाड़ियों को माँस-पेशियों के खिंचाव से परेशान देखा होगा. इसकी वजह है माँस-पेशियों की सहन-सीमा का खत्म होना. यह खिंचाव मसल या उसे हड्डी से जोड़ने वाले टेंडंस में होता है. इसके कई स्तर होते हैं. अक्सर मसल के फाइबर को पहुँची क्षति काफी जल्दी दूर हो जाती है, पर कई बार उसे ठीक होने में कई दिन भी लगते हैं. 

प्रभात खबर अवसर में प्रकाशित

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