आईएसबीएन (ISBN) नम्बर किताबों की पहचान का नम्बर है। इसे इंटरनेशनल स्टैंडर्ड बुक नम्बर कहते हैं। हर प्रकाशित पुस्तक का एक खास नम्बर होता है। यह प्रकाशकों, पुस्तकालयों और वितरकों के लिए उपयोगी है। सन 1966 में पुस्तक विक्रेता डब्ल्यूएच एच स्मिथ ने ट्रिनिटी कॉलेज, डबलिन के प्रोफेसर गॉर्डन फॉस्टर से 9 डिजिट का नम्बर तैयार कराया था। इसके बाद इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन फॉर स्टैंडर्डाइजेशन ने सारी दुनिया के प्रकाशकों के लिए यूनीक नम्बर की ज़रूरत महसूस की। 1970 से 10 डिजिट का अंतरराष्ट्रीय नम्बर शुरू हो गया। जनवरी 2007 से 13 डिजिट का आईएसबीएन शुरू किया गया, जो आजकल प्रचलन में है। आपको 10 डिजिट के और 13 डिजिट के दोनों नम्बर इस्तेमाल में मिलेंगे। दुनिया के सारे प्रकाशक अभी इसे ढंग से लागू कर भी नहीं रहे हैं।
कंप्यूटर में विंडोज़ का मतलब क्या है?
कंप्यूटर में विंडोज़ का मतलब क्या है?
माइक्रोसॉफ्ट विंडोज़ (जिसे आमतौर पर विंडोज़ कहा जाता है) ग्रैफिकल ऑपरेटिंग सिस्टम है, जो मूलतः आईबीएम के पीसी के में इस्तेमाल के लिए बना था। अब विंडोज़ परिवार में पीसी के अलावा विंडोज़ फोन भी है, जो स्मार्टफोन पर काम करता है। शुरुआती दौर में पीसी पर काम माइक्रोसॉफ्ट डिस्क ऑपरेटिंग सिस्टम या डॉस पर होता था। सन 1984 में एपल ने मैकिंटॉश ऑपरेटिंग सिस्टम जारी करके काम को कापी आसान कर दिया। इसके बाद माइक्रोसॉफ्ट ने 20 नवम्बर 1985 को विंडोज़ को जारी किया। इसपर मैकिंटॉश ने आपत्ति की। अंततः कानूनी लड़ाई में माइक्रोसॉफ्ट की जीत हुई। इस वक्त पीसी, टैबलेट्स और स्मार्टफोन पर सबसे ज्यादा ऑपरेटिंग सिस्टम्स विंडोज़ 10 हैं। पर स्मार्टफोन के मामले में सबसे ज्यादा एंड्रॉयड चलता है। एपल के हार्डवेयर पर उनका अपना ऑपरेटिंग सिस्टम काम करता है।
मार्शमैलो क्या होता है?
एंड्रॉयड मार्शमैलो या ‘एम’ मोबाइल फोन का ऑपरेटिंग सिस्टम है, जो 28 मई 2015 को जारी किया गया था। मूल रूप से यह फिंगरप्रिंट पहचान का समर्थन प्रदान करता है जिससे स्मार्टफोन को लॉक-अनलॉक किया जा सके और प्ले स्टोर पर सत्यापन के लिए उंगलियों के निशान के उपयोग से अनुमति दी जा सके। मूलतः मार्शमैलो भी एक प्रकार की मिठाई है। एंड्रॉयड के हर वर्ज़न का नाम मिठाई पर होता है। और यह भी कि यह नाम अल्फाबैटिक ऑर्डर में आगे बढ़ रहा है। कपकेक, डोनट, एक्लेयर, फ्रॉयो, जिंजरब्रैड, हनीकॉम्ब, आइसक्रीम सैंडविच, जैलीबीन और किटकैट से होते हुए यह मार्शमैलो को बाद यह सिलसिला नूगट तक जा पहुँचा है, जो मेवों और चीनी के मेल से बनती है। इसका अगला वर्ज़न ‘ओ’ होगा। क्या मिठाई बनेगी इस ‘ओ’ से, इसके बारे में सोचें। गूगल ने कभी यह स्पष्ट नहीं किया कि नामों का यह मिठास क्यों है।
क्या कोई ऐसा देश भी है जहाँ जेल नहीं हैं?
वैटिकन सिटी में जेल नहीं है। वहाँ पुलिस व्यवस्था है और न्याय व्यवस्था भी। यहाँ किसी व्यक्ति को सजा होती भी है तो उसे इटली की जेलों में रखा जाता है। वैटिकन सिटी को सम्प्रभुता सम्पन्न राज्य की मान्य परिभाषाओं में रखा जा सकता है, पर वह संयुक्त राष्ट्र का सदस्य नहीं केवल स्थायी पर्यवेक्षक है। इस देश की अपनी सेना नहीं है।
राजस्थान पत्रिका के नॉलेज कॉर्नर में 23 जुलाई को प्रकाशित
No comments:
Post a Comment