राजस्थान
पत्रिका के नॉलेज कॉर्नर में 2 अगस्त, 2025 को प्रकाशित
Tuesday, August 12, 2025
एक से ज्यादा नामों वाले देश
Thursday, August 7, 2025
Saturday, July 12, 2025
रेअर अर्थ क्या होता है?
रेअर अर्थ 17 रासायनिक तत्वों का समूह है, जिसमें 15 लैंथनाइड तत्व (लैंथेनम से ल्यूटेटियम) और स्कैंडियम व इट्रियम शामिल हैं। ये तत्व अपने विशेष भौतिक और रासायनिक गुणधर्मों के कारण उच्च तकनीकी, इलेक्ट्रॉनिक्स, और अक्षय ऊर्जा उद्योगों में महत्वपूर्ण हैं। इन्हें ‘रेअर या दुर्लभ’ इसलिए कहा जाता है क्योंकि ये पृथ्वी की सतह पर केंद्रित रूप में कम पाए जाते हैं, पर ये पूरी तरह से दुर्लभ नहीं हैं। दुनिया में रेअर अर्थ भंडार का सबसे बड़ा स्रोत चीन में है, जहाँ अनुमानित 4.4 करोड़ टन का भंडार है, जो विश्व के सकल भंडार का करीब आधा है। चीन से वैश्विक उत्पादन का लगभग 60-70 प्रतिशत हिस्सा आता है, खासकर बायन ओबो खदान (इनर मंगोलिया) से। ऑस्ट्रेलिया दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक, जिसका भंडार लगभग 40 लाख टन है। भारत में करीब 69 लाख टन के भंडार हैं, जो मुख्यतः मोनाज़ाइट रेत में पाए जाते हैं, जो केरल, तमिलनाडु, और ओडिशा के तटीय क्षेत्रों में हैं। खनन और प्रोसेसिंग में बाधाओं के कारण उत्पादन करीब 2,900 टन है। अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, और भारत जैसे देश अब अपने संसाधनों को विकसित करने पर ध्यान दे रहे हैं ताकि आपूर्ति श्रृंखला में बाहरी निर्भरता कम हो।
राजस्थान
पत्रिका के नॉलेज कॉर्नर में 12 जुलाई 2025 को प्रकाशित
Saturday, July 5, 2025
फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स
एफएटीएफ यानी फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है, जो 1989 में जी-7 देशों के पेरिस शिखर सम्मेलन की देन है। शुरू में यह मनी लॉन्ड्रिंग रोकने के लिए बना था, पर 11 सितम्बर 2001 को न्यूयॉर्क पर हुए आतंकवादी हमले के बाद से इसने आतंकवादी गतिविधियों के लिए धन उपलब्ध कराने के खिलाफ भी सिफारिशें देना शुरू किया। अब यह जन-संहार के हथियारों के प्रसार के विरुद्ध भी नीति-निर्देश दे रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य मनी लॉन्ड्रिंग, आतंकवादी वित्तपोषण और अन्य वित्तीय अपराधों को रोकने के लिए नीतियाँ और मानक विकसित करना है। इसके लिए यह देशों की वित्तीय प्रणालियों की निगरानी करता है और ‘ग्रे लिस्ट’ और ‘ब्लैक लिस्ट’ जारी करता है, जो उन देशों को दर्शाती हैं जो मानकों का पालन नहीं करते। यह 40 सिफारिशें प्रदान करता है, जो वित्तीय अपराधों को रोकने के लिए मानक हैं। 1989 में इसके 16 सदस्य थे, जो अब 39 हैं, जिनमें 37 देश और 2 क्षेत्रीय संगठन, यूरोपीय संघ और खाड़ी सहयोग परिषद हैं। इसका मुख्यालय पेरिस में है। भारत 2010 से इसका पूर्ण सदस्य है। भारत की वित्तीय इंटेलिजेंस यूनिट के डायरेक्टर जनरल इसमें देश का प्रतिनिधित्व करते हैं।
राजस्थान
पत्रिका के नॉलेज कॉर्नर में 5 जुलाई, 2025 के प्रकाशित
Saturday, June 28, 2025
भारत के रेलवे ट्रैक
भारतीय रेलवे दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है, जो अमेरिका, चीन और रूस के बाद आता है। इसके ट्रैक की लंबाई 135,207 किलोमीटर (2024 तक) है, जिसमें रनिंग ट्रैक की लंबाई 109,748 किलोमीटर और रूट की लंबाई 69,181 किलोमीटर है। हमारे यहाँ तीन तरह की पटरियाँ हैं, ब्रॉड गेज़ 1.676 मीटर, मीटर गेज़ 1.00 मीटर, और नैरो गेज़ 76.2 सेमी और 61 सेमी। दुनिया के देशों में पटरियों के बीच की दूरी अलग-अलग होती है। स्टैंडर्ड गेज (1,435 मिमी) दुनिया में सबसे ज्यादा प्रचलित है। ब्रॉड गेज़ को इंडियन गेज़ भी कहा जाता है। इसका उपयोग अपेक्षाकृत कम देशों में है। हमारे यहाँ ज्यादातर मेट्रो लाइनें स्टैंडर्ड गेज़ में हैं। दिल्ली में मेट्रो का निर्माण करते समय शुरू में इंडियन गेज़ को और बाद में स्टैंडर्ड गेज़ को अपनाया गया। इस तरह दिल्ली मेट्रो में दो तरह की लाइनें हैं। रेलवे में ब्रॉड गेज़ का संजाल भारत के ज्यादातर हिस्सों में फैला हुआ है। इंडियन गेज़ का निम्नलिखित देशों में भी उपयोग होता है: पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका, अर्जेंटीना, चिली, नेपाल। अमेरिका और यूरोप के कुछ देशों में आंशिक रूप से इंडियन या ब्रॉड गेज़ का उपयोग होता है।
राजस्थान
पत्रिका के नॉलेज कॉर्नर में 28 जून 2025 को प्रकाशित
Thursday, June 26, 2025
विमान, जो बाज की शक्ल का है
ईरान के परमाणु स्थलों पर हमला करने वाले बी-2 स्पिरिट स्टैल्थ बॉम्बर का जन्म प्राकृतिक दुनिया के अध्ययन से हुआ है, जिसमें सबसे उल्लेखनीय है पेरेग्रीन फैल्कन। इसका अनोखा आकार शांत, तेज और ईंधन-कुशल उड़ान की अनुमति देता है, जो इसे इतिहास का सबसे महंगा विमान बनाता है। इस हफ्ते, बी-2 स्पिरिट के बारे में बहुत कुछ कहा गया- एक अमेरिकी स्टैल्थ बॉम्बर जो अमेरिकी धरती से ईरान के परमाणु प्रतिष्ठानों तक 18 घंटे तक बिना रुके उड़ान भरता रहा, अपना पेलोड गिराने के बाद बिना उतरे वापस लौट आया।
बहुत कम लोग जानते हैं कि 2.1 अरब डॉलर के इस विमान का डिज़ाइन एक अपेक्षाकृत छोटे लेकिन असाधारण शिकारी पक्षी: पेरेग्रीन बाज़ से प्रेरित था। बाज़ का लैटिन नाम-फाल्को पेरेग्रीनस-फाल्को, जिसका अर्थ है “दरांती” जो उड़ान में इसके तीखे घुमावदार, फैले हुए पंखों का संकेत है, और पेरेग्रीन, जिसका अर्थ है “भटकने वाला”, जो इसके लगभग वैश्विक वितरण को दर्शाता है। पेरेग्रीन बाज़ पश्चिम एशिया का मूल निवासी है, और फ़ारस की खाड़ी क्षेत्र में, इसे शिकार के लिए प्रशिक्षित किया जाता है। यह संयुक्त अरब अमीरात का राष्ट्रीय पक्षी भी है।
Saturday, June 21, 2025
पासपोर्ट का इतिहास क्या है?
इंग्लैंड के राजा हेनरी पंचम ने 1414 में पहली बार ऐसे औपचारिक परिचय पत्र का आविष्कार किया, जिसे पासपोर्ट कह सकते हैं। उन्नीसवीं सदी में रेलवे के आविष्कार के बाद यूरोप में यात्राएं बढ़ीं, जिसके कारण दस्तावेजों की जाँच मुश्किल काम हो गया। लंबे समय तक बगैर पासपोर्ट यात्राएं भी हुईं। पहले विश्व युद्ध तक पासपोर्ट की व्यवस्था लगभग समाप्त हो गई थी, पर उसी दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा के सवाल उठे और फिर आधुनिक व्यवस्था का विकास हुआ। 1920 में लीग ऑफ नेशंस का पासपोर्ट और कस्टम को लेकर पेरिस सम्मेलन हुआ और पासपोर्ट की मानक बुकलेट डिजाइन स्वीकृत हुई। संयुक्त राष्ट्र की स्थापना के बाद 1963 में अंतरराष्ट्रीय यात्रा को लेकर सम्मेलन हुआ। 1980 में अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन ने मशीन रीडेबल पासपोर्ट का मानक रूप बनाया। फिर बायोमीट्रिक्स पहचान को पासपोर्ट में शामिल किया गया। भारत में अंग्रेजी शासन के दौरान पासपोर्ट का उपयोग यूरोपीय व्यापारियों, अधिकारियों और सैनिकों के लिए था। भारतीयों को विदेश यात्रा के लिए प्रशासन से अनुमति लेनी पड़ती थी। स्वतंत्रता के बाद 1950 में भारत ने अपने नागरिकों के लिए आधुनिक पासपोर्ट प्रणाली शुरू की। पासपोर्ट एक्ट, 1967 ने इसे और व्यवस्थित किया।
राजस्थान पत्रिका के नॉलेज कॉर्नर में 21 जून, 2025 को प्रकाशित
Saturday, June 14, 2025
‘डीप स्टेट’ किसे कहते हैं?
राजस्थान
पत्रिका के नॉलेज कॉर्नर में 14 जून, 2025 को प्रकाशित
Saturday, June 7, 2025
ISBN कोड क्या होता है?
इंटरनेशनल स्टैंडर्ड बुक नंबर (आईएसबीएन) किसी किताब की विशिष्ट पहचान है। आमतौर पर यह किताब के पिछले कवर पर, कॉपीराइट पेज पर, या बारकोड के साथ छपा होता है। इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किताबों की बिक्री और पुस्तकालयों में ट्रैकिंग आसान हो जाती है। यह नंबर हरेक पुस्तक के अलग-अलग संस्करणों और परिवर्धित संस्करणों के लिए अलग होता है। इससे किताबों की वैश्विक-पहचान सुनिश्चित होती है। पुस्तक के पुनर्मुद्रण में नंबर वही रहता है। 1 जनवरी 2007 के पहले यह नंबर दस अंकों का होता था। उसके बाद से यह 13 अंकों का हो गया है। इसकी शुरुआत 1966 में 9 अंकों से हुई थी। इसका मानक इंटरनेशनल स्टैंडर्डाइजेशन ऑर्गनाइजेशन (आईएसओ) ने 1970 में तैयार किया था। इसमें प्रकाशक कोड, शीर्षक कोड, देश/भाषा कोड और अंत में चेक डिजिट होती है। कोई भी पुस्तक बगैर आईएसबीएन नंबर के भी प्रकाशित की जा सकती है। लेखक चाहे तो इसे प्रकाशन के बाद भी हासिल किया जा सकता है। पुस्तकों के अलावा पत्रिकाओं के लिए इंटरनेशनल स्टैंडर्ड सीरियल नंबर (आईएसएसएन) भी होता है। संगीत रचना के लिए इंटरनेशनल स्टैंडर्ड म्यूजिक नंबर (आईएसएमएन) होता है। इसकी एक अंतरराष्ट्रीय आईएसबीएन एजेंसी भी है, जो ब्रिटेन में स्थित है।
राजस्थान
पत्रिका के नॉलेज कॉर्नर में 7 जून, 2025 को प्रकाशित
Saturday, May 24, 2025
स्त्रियों-पुरुषों की आवाज में फर्क क्यों?
राजस्थान पत्रिका के नॉलेज कॉर्नर में 24 मई, 2025 को प्रकाशित
Sunday, May 18, 2025
भारत में पेपर करेंसी
भारतीय करेंसी रुपया, संस्कृत रूप्यकम् से बना है, जिसका अर्थ है चाँदी का सिक्का। यह भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, नेपाल, मॉरीशस और सेशेल्स की मुद्रा का नाम है। इंडोनेशिया में मुद्रा को रुपिया और मालदीव में रुफियाह कहते हैं, जो रुपया के ही बदले हुए रूप हैं। भारत में 1861 में पेपर करेंसी एक्ट बनने के बाद, 1862 में महारानी विक्टोरिया के चित्र के साथ नोटों और सिक्कों की एक श्रृंखला जारी की गई। 1 अप्रैल 1935 को भारतीय रिज़र्व बैंक की स्थापना तक, भारत सरकार ने बैंक नोट छापना जारी रखा। 1917 में ढाई रु का नोट भी आया, जिसे 1926 में वापस ले लिया गया। रिजर्व बैंक ने 1938 से बैंकनोट शुरू किए जो 2,5,10,50,100,1000 और 10,000 मूल्य के थे। स्वतंत्रता के बाद नए डिजाइन के नोट आए और 1959 में रिजर्व बैंक ने 5,000 और 10,000 तक के नोट छापे। 1978 में 100 रुपए से ऊपर के नोट बंद कर दिए गए। 1987 में 500 रु का नोट फिर से शुरू किया गया और 2000 में 1,000 का। 2016 में 500 और 1000 के पुराने नोट बंद करके 500 और 2000 के नए नोट जारी किए गए।
राजस्थान पत्रिका के नॉलेज कॉर्नर में प्रकाशित
Tuesday, May 13, 2025
सबसे बड़े करेंसी नोट
राजस्थान पत्रिका के नॉलेज कॉर्नर में 10 मई, 2025 को प्रकाशित
Saturday, May 3, 2025
संसदीय विशेषाधिकार क्या होते हैं?
राजस्थान पत्रिका के नॉलेज कॉर्नर में 3 मई, 2025 को प्रकाशित
Saturday, April 26, 2025
राज्यों में विधान परिषदें
इस समय देश के छह राज्यों में विधान परिषदें है: आंध्र प्रदेश, बिहार, कर्नाटक, महाराष्ट्र, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश। संविधान के अनुच्छेद 169 के तहत, संसद को किसी राज्य में विधान परिषद को स्थापित करने या समाप्त करने का अधिकार है, बशर्ते उस राज्य की विधानसभा दो-तिहाई बहुमत से प्रस्ताव पास करे। उपरोक्त छह राज्यों के अलावा पश्चिम बंगाल विधानसभा ने 2021 में विधान परिषद के गठन के लिए प्रस्ताव पारित किया था, लेकिन यह संसद में लंबित है। राजस्थान सरकार ने भी परिषद के गठन का प्रस्ताव रखा है। यह प्रक्रिया अभी प्रारंभिक चरण में है। कुछ अन्य राज्यों जैसे ओडिशा और असम ने भी में विधान परिषद के गठन पर चर्चा की, लेकिन ठोस प्रगति नहीं हुई। वहीं आंध्र प्रदेश विधानसभा ने जनवरी 2020 में परिषद को समाप्त करने का प्रस्ताव पारित किया था। यह प्रस्ताव भी संसद में लंबित है। कई राज्यों में विधान परिषद को समाप्त किया जा चुका है, जैसे: पंजाब (1969), पश्चिम बंगाल (1969), तमिलनाडु (1986), आंध्र प्रदेश (1985, हालांकि 2007 में इसे पुनर्जीवित किया गया), जम्मू-कश्मीर में विधान परिषद थी, पर 2019 के राज्य पुनर्गठन विधेयक के तहत उसका समापन हो गया।
राजस्थान पत्रिका के नॉलेज कॉर्नर में 26 अप्रेल 2025 को प्रकाशित
Sunday, April 20, 2025
‘गिरमिटिया’ प्रथा क्या थी?
राजस्थान पत्रिका के नॉलेज कॉर्नर में 19 अप्रेल, 2025 को प्रकाशित
Saturday, April 12, 2025
आईवी लीग क्या होता है?
राजस्थान पत्रिका के नॉलेज कॉर्नर में 12 अप्रेल, 2025 को प्रकाशित
Saturday, April 5, 2025
अमेरिका नाम कैसे पड़ा?
राजस्थान पत्रिका के नॉलेज कॉर्नर में 5 अप्रेल, 2025 को प्रकाशित
Saturday, March 29, 2025
दुनिया की सबसे मजबूत करेंसी
राजस्थान पत्रिका के नॉलेज कॉर्नर में 29 मार्च, 2025 को प्रकाशित
Saturday, March 22, 2025
स्पेस स्टेशन क्या है
राजस्थान पत्रिका के नॉलेज कॉर्नर में 22 मार्च, 2025 को प्रकाशित
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अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स के नौ महीने बाद धरती पर वापस लौट आने के साथ ही इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (आईएसएस) भी चर्चा में बना हुआ है. इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन का मिशन 2031 में ख़त्म हो जाएगा. आईएसएस 1998 में अपने प्रक्षेपण के बाद से स्पेस इंडस्ट्री की तरक्की का प्रतीक रहा है. पृथ्वी से लगभग 400-415 किलोमीटर की ऊँचाई पर मौजूद इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन 109 मीटर लंबा (एक फुटबॉल मैदान के आकार का) है और इसका वजन चार लाख किलोग्राम (400 टन और लगभग 80 अफ्रीकी हाथियों के बराबर) से अधिक है.
Saturday, March 8, 2025
डिसरप्टिव टेक्नोलॉजी का अर्थ
राजस्थान पत्रिका के नॉलेज कॉर्नर में 8 मार्च, 2025 को प्रकाशित
Saturday, March 1, 2025
आर्टेमिस कार्यक्रम
राजस्थान पत्रिका के नॉलेज कॉर्नर में 1 मार्च, 2025 को प्रकाशित
Saturday, February 22, 2025
अमेरिकी-स्मारक माउंट रशमोर
राजस्थान पत्रिका के नॉलेज कॉर्नर में 22 फरवरी, 2025 को प्रकाशित
Saturday, February 15, 2025
ध्रुव तारा क्या है?
राजस्थान पत्रिका के नॉलेज कॉर्नर में 15 फरवरी, 2025 को प्रकाशित
Sunday, February 9, 2025
यूनिकोड फॉन्ट क्या है?
राजस्थान पत्रिका के नॉलेज कॉर्नर में 8 फरवरी, 2025 को प्रकाशित
Tuesday, February 4, 2025
खेल प्रतियोगिताओं के मेडल
राजस्थान पत्रिका के नॉलेज कॉर्नर में 1 फरवरी, 2025 को प्रकाशित
Tuesday, January 28, 2025
लड़ाकू विमानों की पीढ़ियाँ
राजस्थान पत्रिका के नॉलेज कॉर्नर में 25 जनवरी 2025 को प्रकाशित
Monday, January 20, 2025
ग्रैंड मास्टर कौन होते हैं?
राजस्थान पत्रिका के नॉलेज कॉर्नर में 18 जनवरी, 2025 को प्रकाशित
Saturday, January 11, 2025
फुलस्टॉप या हिंदी का पूर्ण विराम?
राजस्थान पत्रिका के नॉलेज कॉर्नर में 11 जनवरी, 2025 को प्रकाशित
Saturday, January 4, 2025
राज्य-विहीन लोग कौन हैं?
राजस्थान पत्रिका के नॉलेज कॉर्नर में 4 जनवरी, 2025 को प्रकाशित