Friday, December 6, 2019

विश्व रेडियो दिवस कब मनाते हैं?


3 नवंबर, 2011 को स्पेन के प्रस्ताव पर यूनेस्को ने 13 फरवरी को विश्व रेडियो दिवस घोषित किया। 13 फरवरी 2012 को दुनियाभर में प्रथम विश्व रेडियो दिवस मनाया गया। यूनेस्को ने सबसे पहले विश्व-स्तर पर रेडियो दिवस मनाने की शुरुआत की थी। यूनेस्को के पेरिस स्थित मुख्यालय में इस अवसर पर विशेष समारोह का आयोजन किया गया है। दुनिया की प्रमुख रेडियो प्रसारण कम्पनियों को इस समारोह में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है। शिक्षा के प्रसार, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और सार्वजनिक बहस में रेडियो की भूमिका को रेखांकित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र शैक्षणिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) ने पहली बार 13 फरवरी 2012 को विश्व रेडियो दिवस के रूप में मनाया। दरअसल 13 फरवरी 1946 को संयुक्त राष्ट्र रेडियो का प्रसारण शुरू हुआ था। उसी आधार पर यूनेस्को ने विश्व रेडियो दिवस मनाने का फैसला किया।
रेडियो शब्द का क्या अर्थ है?
रेडियो की उत्पत्ति लैटिन शब्द ‘रेडियस’ से हुई है, जिसका मतलब यानी अर्थ ‘रे’ यानी तरंग है। इस शब्द को 20वीं शताब्दी में अन्य वायरलेस तकनीक से रेडियो को अलग करने के लिए उपयोग में लाया गया। शुरू में इसे रेडियो कंडक्टर कहा गया। इस शब्द का प्रयोग फ्रांसीसी भौतिक शास्त्री एडुवार ब्रैनली ने सबसे पहले 1897 में किया। इसे क्रिया रेडिएट से लिया गया। लैटिन में रेडियस का मतलब होता है पहिए की तीली, रोशनी की लहर, तरंग यानी रे।
एफएम और एएम रेडियो में क्या अंतर है?
एफएम का अर्थ है फ्रीक्वेंसी मॉड्यूलेशन और एएम का मतलब है एम्प्लीट्यूड मॉड्यूलेशन। एएम तकनीक उन्नीसवीं सदी में तैयार की गई थी, जबकि एफएम तकनीक का विकास 1930 के दशक में हुआ। एएम में बाहरी असर से आवाज में फर्क पड़ सकता है। इसमें बैकग्राउंड का शोर काफी होता है। एफएम में ऐसा नहीं होता। अलबत्ता एफएम सिग्नल को भौतिक रुकावट प्रभावित करती है। 
आँसू गैस क्या है?
टियर गैस या आँसू गैस ऐसे रसायनों से बनती है जो आँखों की कॉर्नियल नर्व को उत्तेजित करते हैं जिससे आँखों में तेजी से पानी बहने लगे। इन तत्वों को ओसी, सीएस, सीआर, और सीएन यानी फिनेसाइल क्लोराइट कहते हैं। यह आँखों की म्यूकस मैम्ब्रेन को उत्तेजित करने के अलावा, नाक, मुँह और फेफड़ों पर भी असर करती है। इसका उद्देश्य होता है थोड़ी देर के लिए व्यक्ति को परेशान कर देना। आप जानते ही हैं कि इसका इस्तेमाल दंगे-फसाद को नियंत्रण में लाने के लिए होता है। ये तत्व हमारी आंखों, नाक, मुँह और फेफड़ों की झिल्लियों को उत्तेजित करती हैं जिसकी वजह से आंसू निकलने लगते हैं और हम छींकने और खांसने पर मजबूर कर देते हैं।
सबसे लंबी उम्र और सबसे कम उम्र वाले जीव?
जापानी मछली कोई 250 साल तक, विशाल कछुआ (जाइंट टर्टल) पौने दो सौ से दो सौ साल तक, ह्वेल मछली दो सौ साल तक जीती है। मे फ्लाई नाम की मक्खी की उम्र 24 घंटे होती है। इसी तरह जल में रहने वाले एक नन्हें प्राणी गैस्ट्रोटिच की उम्र होती है तीन दिन।





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