रेपो रेट रिजर्व
बैंक और अन्य बैंकों के बीच धनराशि के आदान-प्रदान पर दिए जाने वाले ब्याज की दर
है। रिजर्व बैंक जब धनराशि देता है, वह दर रेपो और जब वह
दूसरे बैंकों से लेता है तब रिवर्स रेपो दर कहलाती है। बाजार में मुद्रा की स्थिति
को संतुलित बनाए रखने के लिए अक्सर रिजर्व बैंक और अन्य बैंकों के बीच यह
आदान-प्रदान होता है।
स्विस बैंकों की
क्या खास बात है?
मध्य युग से ही
स्विस बैंक सूचनाओं को गोपनीय रखने के लिए प्रसिद्ध हैं। सन 1934 में इसके लिए
यहाँ की संसद ने विशेष कानून भी बनाया। स्विट्ज़रलैंड पूरी तरह तटस्थ देश है। उसकी
साख के कारण बैंकिंग कारोबार यहाँ अच्छा है। शुरुआत में बैंकिंग के बाबत स्विस
कानून बनाते वक्त गोपनीयता पर जोर नहीं था,
पर उस दिनों नाज़ी
जर्मनी यहूदियों के बारे में जानकारियाँ लेकर उन्हें प्रताड़ित करते थे। इसी
गोपनीयता के कारण दुनियाभर का काला पैसा भी यहाँ के बैंकों में जमा होने लगा है।
अब वहाँ भी नियमों में बदलाव हो रहा है और काले धन की जानकारी वहाँ का बैंकिंग
उद्योग देने को तैयार है।
आंगनबाड़ी क्या
हैं?
आंगनबाड़ी भारत
में मातृ-शिशु स्वास्थ्य से जुड़ा एक सरकारी कार्यक्रम है। इसमें नवजात से लेकर छह
साल तक के बच्चों की स्वास्थ्य-रक्षा के कार्य किए जाते हैं। यह कार्यक्रम 1975
में शुरू किया था। यह कार्यक्रम गाँवों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की मदद से चलाया
जाता है। कार्यकर्ताओं को चार महीने की ट्रेनिंग दी जाती है। अनुमान है कि देश में
इस समय दस लाख से ज्यादा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता काम कर रहीं हैं।
चवन्नी किसे कहते
हैं?
एक गणना पद्धति
के अंतर्गत संख्याएं चार-आठ और सोलह में गिनी जाती थीं। हमारे देश में 1957 में
दाशमिक पद्धति यानी सौ की पद्धति लागू हुई। तब रुपए में सौ पैसे और किलो में हजार
ग्राम का चलन शुरू हुआ। उसके पहले रुपया सोलह आने का होता था। चौथाई रुपया चार आने
का था। चार आने को बोलचाल की भाषा में चवन्नी कहते थे। चूंकि रुपए के मुकाबले
चवन्नी छोटी होती थी, इसलिए क्षुद्रता के लिए मुहावरा बन गया, ‘चवन्नी छाप।’
बर्फ का टुकड़ा पानी में क्यों तैरता है?
आर्किमीडीज सिद्घांत के अनुसार कोई चीज पानी पर तब तैरती जब वह अपने वजन के बराबर पानी हटा देती है, लेकिन आपको जानकर आश्चर्य हाेेगा कि बर्फ पानी से हल्की होती है, इसे दूूसरे शब्दों में यह भी कह सकते हैं कि जमने के बाद बर्फ ज्यादा जगह घेरती है, जिस कारण उसका बर्फ का घनत्व पानी के घनत्व से कम होता है, और यही वजह है कि बर्फ पानी पर तैरती रहती है।
बर्फ का टुकड़ा पानी में क्यों तैरता है?
आर्किमीडीज सिद्घांत के अनुसार कोई चीज पानी पर तब तैरती जब वह अपने वजन के बराबर पानी हटा देती है, लेकिन आपको जानकर आश्चर्य हाेेगा कि बर्फ पानी से हल्की होती है, इसे दूूसरे शब्दों में यह भी कह सकते हैं कि जमने के बाद बर्फ ज्यादा जगह घेरती है, जिस कारण उसका बर्फ का घनत्व पानी के घनत्व से कम होता है, और यही वजह है कि बर्फ पानी पर तैरती रहती है।
भारत के सेंसर
बोर्ड की स्थापना कब हुई?
केन्द्रीय फिल्म
प्रमाणन बोर्ड भारत सरकार की एक नियामक संस्था है। इसका कार्य फिल्मों, टीवी कार्यक्रमों तथा उनकी प्रचार सामग्री की समीक्षा करना
है। देश के सिनेमाटोग्राफिक एक्ट 1952 के तहत यह संस्था काम
करती है और फिल्मों के सार्वजनिक प्रदर्शन के लिए प्रमाण पत्र देती है। बोर्ड का
मुख्यालय मुम्बई में है, पर इसके नौ क्षेत्रीय
कार्यालय भी हैं। सेंसर बोर्ड के पहले अध्यक्ष सीएस अग्रवाल थे, जो इस पद पर 15 जनवरी 1951 से 14 जून 1954 तक रहे। इन दिनों
इसके अध्यक्ष प्रसून जोशी हैं।
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